लखनऊः लोहिया संस्थान में रैगिंग और इमरजेंसी में डॉक्टर-कर्मचारियों की पिटाई के मामले की जांच रिपोर्ट अटक गई है. मंगलवार तक जांच पूरी करने के आदेश दिए गए थे. अधिकारियों के अनुसार चीफ प्रॉक्टर छुट्टी पर हैं. इस वजह से जांच रिपोर्ट पर हस्ताक्षर नहीं हो पाए हैं.
जूनियर्स ने लगाया था सीनियर पर आरोप
लोहिया संस्थान में जूनियर छात्रों ने सीनियर पर रैगिंग का आरोप लगाया था. शिकायत के बाद संस्थान प्रशासन ने मामले की जांच कराने का फैसला किया था. 25 मार्च की रात एमबीबीएस छात्रों ने होली के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किया था. इस दौरान दो साथियों की तबीयत बिगड़ गई. एमबीबीएस छात्र साथियों को लेकर इमरजेंसी पहुंचे. वहां छात्रों की इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर और कर्मचारियों से कहासुनी हो गई. इसके बाद दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई. आरोप है कि एमबीबीएस छात्रों ने इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर और कर्मचारियों की पिटाई कर दी.
यह भी पढ़ेंः LDA की संपत्तियों की ऑनलाइन रजिस्ट्री होगी आसान, VC ने दिए निर्देश
डॉक्टरों में है आक्रोश
घटना के बाद से इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर और कर्मचारियों में खासा आक्रोश है. डॉक्टरों का कहना है कि एमबीबीएस छात्र लगातार मारपीट और तोड़फोड़ रहे हैं. संस्थान प्रशासन छात्रों को बचाने में जुटा है. इस मामले की जांच प्रॉक्टोरियल टीम को सौंपी गई. मंगलवार तक जांच पूरी करनी थी. संस्थान के प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंह के मुताबिक चीफ प्रॉक्टर छुट्टी पर हैं. जांच रिपोर्ट पर उनके हस्ताक्षर होने बाकी हैं. उसके बाद ही कोई कार्रवाई होगी.