लखनऊः राजधानी लखनऊ के एलडीए (लखनऊ विकास प्राधिकरण) की पार्किंग में बरामद हुई 10 लग्जरी गाड़ियों को लेकर लखनऊ पुलिस जेल में बंद आरोपी मोइनुद्दीन से पूछताछ करेगी. बरामद गाड़ियों की फॉरेंसिक जांच भी कराई जाएगी. एलडीए की पार्किंग में लंबे समय से लावारिस 10 लग्जरी गाड़ियां खड़ी थीं. ऐसे में एलडीए के कर्मचारियों की भूमिका को लेकर भी लखनऊ पुलिस जांच कर रही है.
एलडीए के पार्किंग में बहुत दिनों से खड़ी थीं लावारिस गाड़ियां
बीते दिनों लखनऊ पुलिस ने चोरी की गाड़ियों के सिंडिकेट का खुलासा करते हुए 100 से अधिक गाड़ियां बरामद की थीं. वहीं कुछ दिन पहले एलडीए की सरोजिनी नायडू पार्किंग में 10 लग्जरी गाड़ियां बरामद हुई हैं. बरामद की गई लावारिस गाड़ियों को लेकर एलडीए वीसी के चार्ज पर तैनात लखनऊ डीएम अभिषेक प्रकाश ने हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके बाद पुलिस ने जांच की तो खुलासा हुआ कि यह सभी गाड़ियां मोइनुद्दीन के नाम पर रजिस्टर्ड हैं. बता दें कि मोइनुद्दीन को बीते दिनों चोरी की गाड़ियों के खरीद-फरोख्त में लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज था.
बरामद गाड़ियों के वाहन चोरी के सिंडिकेट से जुड़े हैं तार
एलडीए की पार्किंग में लावारिस मिली गाड़ियों का नाम मोइनुद्दीन से जुड़ने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई है. ऐसा माना जा रहा है कि पूरे देश में चोरी की गाड़ियों को लेकर जो सिंडिकेट चल रहा था. यह गाड़ियां उसी गिरोह ने एलडीए की पार्किंग में खड़ी की थी. बरामद की गई गाड़ियों को लेकर पुलिस आरोपी मोइनुद्दीन से जल्द जेल में पूछताछ कर सकती है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गाड़ियों के चेचिस नंबर और रजिस्ट्रेशन नंबर को लेकर फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी.
एलडीए कर्मियों की भूमिका की भी होगी जांच
जिस तरह से बीते लंबे समय से गाड़ियां एलडीए की पार्किंग में खड़ी थीं और अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. इसको लेकर पुलिस एलडीए के कर्मचारियों की भूमिका की भी तलाश करेगी. यह जांच की जाएगी कि कहीं इस सिंडिकेट में एलडीए के कर्मचारी शामिल तो नहीं हैं.
लखनऊ पुलिस ने बरामद की थी 100 से अधिक चोरी की गाड़ियां
बीते दिनों राजधानी लखनऊ में चोरी की गाड़ियों की खरीद फरोख्त करने वाले सिंडिकेट का खुलासा किया गया था. लखनऊ पुलिस की यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई थी. पुलिस ने 100 से अधिक गाड़ियां बरामद की थीं. गिरोह के आधा दर्जन से अधिक सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जेल भेजा गया था.