लखनऊ: उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी में 'विकास दृष्टि' और 'संस्कृति द कल्चर' संस्था की ओर से अंतर्राष्ट्रीय परिवेश में उत्तर प्रदेश की भाषा एवं संस्कृति विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया. इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश की भाषा संस्कृति की ओर एक कदम आगे बढ़ाना था.
विकास दृष्टि संस्था की सचिव सरला शर्मा ने बताया कि हमने यह अंतरराष्ट्रीय सेमिनार इसलिए आयोजन किया है, जिससे उत्तर प्रदेश की संस्कृति के प्रचार और प्रसार को हम पूरे विश्व में फैला सकें. हमारी संस्कृति इतनी बेहतरीन है, जिसके बारे में पूरे विश्व में बात की जाती है, लेकिन जरूरी है कि उत्तर प्रदेश की गंगा जमुनी तहजीब की महत्ता को लोग अब समझें भी.
कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक रहे उपस्थित
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पधारे कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि हिंदी सर्वगुण संपन्न है और उसे किसी भी तरह से कम नहीं आंका जा सकता है. आज पूरी दुनिया में भारतीय बसे हैं और जहां भारतीय हैं, वहां पर हिंदी होना लाजमी है. एक खास बात यह भी है कि हिंदी को समझने के लिए कोई खास मेहनत नहीं करनी पड़ती.इस आयोजन में साहित्यकार सर्वेश अस्थाना, उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष डॉक्टर पूर्णिमा पांडे, अमेरिका से आईं प्रोफेसर रेनू श्रीवास्तव, डॉ. अखिलेश मिश्रा, आईआरसीटीसी लखनऊ के क्षेत्रीय प्रबंधक अश्वनी श्रीवास्तव और कनाडा से आए डॉ. नीरज शुक्ला समेत तमाम लोग उपस्थित रहे.