लखनऊ: निदेशक भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग उत्तर प्रदेश डॉ. रोशन जैकब ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि खनिजों के अवैध परिवहन व करापवंचन पर प्रभावी नियंत्रण के लिए गठित सचल जांच दलों को और अधिक सक्रिय किया जाए. उन्होंने जनपदीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि चिन्हित रूटों में सचल जांच दल तीन पालियों में 24 घंटे नियमित रूप से काम करें. प्रदेश में 56 सचल दल गठित किए गए हैं.
सभी डीएम को सख्ती बरतने के निर्देश
उन्होंने जिलाधिकारियों को जारी दिशा-निर्देशों में कहा है कि अवैध खनन परिवहन पर नियंत्रण के लिए तकनीकी संरचनाओं के सृजन के लिए आवश्यक उपकरण एवं कार्मिकों की व्यवस्था किए जाने के निर्देश पूर्व में ही दिए जा चुके हैं. उन्होंने कहा है कि जनपदों में खनिज परिवहन की जांच में किसी भी स्तर पर शिथिलता न बरती जाए.
मुख्यालय से होगी मॉनिटरिंग
निदेशक डॉ. जैकब ने बताया कि जांच दल को जो भी उपकरण दिए गए हैं, उनका लखनऊ मुख्यालय स्थित कमांड सेंटर से लिंक किया गया है. उन्होंने निर्देश दिए हैं कि खनन स्थल से ही गाड़ियां ओवरलोड न होने पाएं, इसकी सघन जांच की जाए. उन्होंने कहा कि सचल जांच दल द्वारा जैसे ही हैंड हेल्ड स्कैनर द्वारा वाहन की नंबर प्लेट आदि की फोटो ली जाएगी. उसका सारा विवरण एप पर आ जाएगा तथा एमएम-11 का ब्यौरा भी कैप्चर हो जाएगा. उसे मुख्यालय कमांड सेंटर से भी देखा जा सकेगा.
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फतेहपुर में किया औचक निरीक्षण
इन सभी प्रक्रियाओं व व्यवस्थाओं के संचालन का जायजा लेने के उद्देश्य से बीती रात में फतेहपुर में निदेशक डॉ. रोशन जैकब ने औचक निरीक्षण किया. उन्होंने जहां जो कमियां पाई तो नाराजगी जताई और फटकार भी लगाई. डॉ. रोशन जैकब ने बांदा और फतेहपुर के खान अधिकारियों को चेतावनी जारी करते हुए निर्देश दिए हैं कि खदानों से ही गाड़ी की सही लोडिंग कराई जाए.