कानपुर: बर्रा थाना पुलिस के आए दिन नए कारनामे उजागर हो रहे हैं. अभी कुछ दिन पहले ही अपहर्ता को फिरौती दिलाने के मामले में पूर्व थाना प्रभारी रंजीत राय निलंबित कर दिए गए थे, जिसके बाद उसी थाने में तैनान दारोगा इंद्रजीत यादव को फर्जी मुकदमा दर्ज करने के मामले में निलंबित कर दिया गया है.
दारोगा इंद्रजीत यादव पर आरोप है कि उन्होंने छेड़छाड़ पीड़िता पर दबाव बनाने के लिए उसके भाई पर एक फर्जी मुकदमा दर्ज कर लिया. दरअसल, बर्रा थाने में कल्याणपुर के युवक पर झूठा छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया गया था. इस मसले पर पुलिस ने पीड़िता के भाई को आरोपी बनाकर हिरासत में ले लिया. पीड़िता के परिजनों ने इसकी शिकायत आला अधिकारियों से की. परिजन एसएसपी दिनेश कुमार पी से मिलकर बताया कि हिरासत में लिए गए युवक की बहन के साथ बर्रा क्षेत्र का एक युवक छेड़छाड़ करता था. इस मामले में युवक ने आरोपितों के खिलाफ कल्याणपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था.
इसी खुन्नस में आरोपितों ने एक महिला के माध्यम और दारोगा इंद्रजीत के साथ मिलकर पीड़िता के भाई पर ही छेड़छाड़ का फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया. इस मुकदमे का सहारा लेकर दूसरा पक्ष पर समझौते करने का दारोगा दबाव बना रहा था. बहरहाल एसएससी के संज्ञान में मामला आने के बाद तुरंत इसकी जांच एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता को सौंपी गयी थी. अपर्णा गुप्ता की जांच में दरोगा इंद्रजीत यादव ने क्रॉस मुकदमा लिखा था, जिसके बाद दारोगा इंद्रजीत यादव पर कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया गया.