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इंडोनेशिया की बिजली मीटर कंपनी निकली चाइनीज, ऊर्जा मंत्री बोले- कराएंगे जांच

जिस बिजली मीटर कंपनी को फ्राॅड करार देते हुए नेपाल ने टेंडर की प्रक्रिया से बाहर कर दिया था. उसी कंपनी का मीटर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लगने वाला है. कंपनी के चाइनीज होने की बात सामने आने के बाद राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने इसकी शिकायत ऊर्जा मंत्री से की है, जिस पर जांच की बात कही गई है.

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जानकारी देते राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा.
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Published : Jun 20, 2020, 6:25 PM IST

Updated : Jun 20, 2020, 6:58 PM IST

लखनऊ: चीन की जिस बिजली मीटर की कंपनी को पड़ोसी देश नेपाल ने टेंडर से बाहर किया था. उसी चाइनीज कंपनी को भारत ने बड़ा काम दे दिया है. दरअसल इंडोनेशिया की कंपनी ने बिजली के स्मार्ट मीटर की आपूर्ति के लिए निकाले गए टेंडर में हिस्सा लिया था और कम कीमतों पर सप्लाई की शर्तों को पूरा कर टेंडर हासिल कर लिया. वहीं अब कंपनी के इंडोनेशिया के बजाए चीन के होने की बात सामने आ रही है.

बिजली मीटर कंपनी निकली चाइनीज.

इस कंपनी को नेपाल ने प्रीबिड में ही बाहर कर दिया था. तकनीकी स्तर पर नेपाल से कहीं ज्यादा मजबूत होने के बावजूद भारत ने चीन की इसी कंपनी को बिना सोचे-समझे ही टेंडर दे दिया. मौजूदा समय में सीमा पर भारत और चीन का विवाद चल रहा है. वहीं चीन की शह पर अब नेपाल भी भारत को आंख दिखाने लगा है. कंपनी के चाइनीज होने का मामला सामने आने के बाद टेंडर को रद्द करने की मांग उठने लगी है.

कंपनी को फ्राॅड बताकर नेपाल ने किया था बाहर
दरअसल नेपाल की दामोदर वैली में स्मार्ट बिजली मीटर की सप्लाई के लिए टेंडर में चीन की 10 कंपनियों ने हिस्सा लिया था. इसमें इंडोनेशिया की पीटी हेक्सिंग कंपनी ने भी टेंडर डाला था. नेपाल ने कंपनी को फ्राॅड मानते हुए टेक्निकल बिड में ही बाहर कर दिया था. इसके बाद भी भारत में इस कंपनी को बिजली मीटर की सप्लाई का ठेका दिया गया. इंडोनेशिया की इस कंपनी पर चाइनिज कंपनी का लोगो लगा हुआ है. कंपनी के चाइनीज कंपनी होने की बात सामने आने के बाद यूपी के राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा से इसकी शिकायत ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से की. ऊर्जा मंत्री ने इस मामले में जांच का आश्वासन दिया है.


2006 में चाइनीज कंपनी ने लगाए थे खराब क्वालिटी के मीटर
यूपी में साल 2006 में भी चीन की कंपनी का बिजली मीटर लगाए गया था, लेकिन क्वालिटी खराब होने के कारण कुछ ही दिन बाद मीटर उतारने की प्रक्रिया शुरू हो गई. ऐसे में दोबारा से मीटर के लिए चीन की कंपनी को टेंडर देना सरकार पर भी सवाल खड़े कर रहा है. प्रदेश की राजधानी में पीटी हेक्सिंग कंपनी का 8 हजार बिजली मीटर पहुंचने वाला है. राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष के मुताबिक जैसे ही इस बात का पता चला कि यह कंपनी चाइनीज बेस कंपनी है, तो तुरंत इसकी शिकायत ऊर्जा मंत्री से की गई. उन्होंने कहा कि सरकार को तत्काल ठेका रद्द कर देना चाहिए.

लखनऊ: चीन की जिस बिजली मीटर की कंपनी को पड़ोसी देश नेपाल ने टेंडर से बाहर किया था. उसी चाइनीज कंपनी को भारत ने बड़ा काम दे दिया है. दरअसल इंडोनेशिया की कंपनी ने बिजली के स्मार्ट मीटर की आपूर्ति के लिए निकाले गए टेंडर में हिस्सा लिया था और कम कीमतों पर सप्लाई की शर्तों को पूरा कर टेंडर हासिल कर लिया. वहीं अब कंपनी के इंडोनेशिया के बजाए चीन के होने की बात सामने आ रही है.

बिजली मीटर कंपनी निकली चाइनीज.

इस कंपनी को नेपाल ने प्रीबिड में ही बाहर कर दिया था. तकनीकी स्तर पर नेपाल से कहीं ज्यादा मजबूत होने के बावजूद भारत ने चीन की इसी कंपनी को बिना सोचे-समझे ही टेंडर दे दिया. मौजूदा समय में सीमा पर भारत और चीन का विवाद चल रहा है. वहीं चीन की शह पर अब नेपाल भी भारत को आंख दिखाने लगा है. कंपनी के चाइनीज होने का मामला सामने आने के बाद टेंडर को रद्द करने की मांग उठने लगी है.

कंपनी को फ्राॅड बताकर नेपाल ने किया था बाहर
दरअसल नेपाल की दामोदर वैली में स्मार्ट बिजली मीटर की सप्लाई के लिए टेंडर में चीन की 10 कंपनियों ने हिस्सा लिया था. इसमें इंडोनेशिया की पीटी हेक्सिंग कंपनी ने भी टेंडर डाला था. नेपाल ने कंपनी को फ्राॅड मानते हुए टेक्निकल बिड में ही बाहर कर दिया था. इसके बाद भी भारत में इस कंपनी को बिजली मीटर की सप्लाई का ठेका दिया गया. इंडोनेशिया की इस कंपनी पर चाइनिज कंपनी का लोगो लगा हुआ है. कंपनी के चाइनीज कंपनी होने की बात सामने आने के बाद यूपी के राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा से इसकी शिकायत ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से की. ऊर्जा मंत्री ने इस मामले में जांच का आश्वासन दिया है.


2006 में चाइनीज कंपनी ने लगाए थे खराब क्वालिटी के मीटर
यूपी में साल 2006 में भी चीन की कंपनी का बिजली मीटर लगाए गया था, लेकिन क्वालिटी खराब होने के कारण कुछ ही दिन बाद मीटर उतारने की प्रक्रिया शुरू हो गई. ऐसे में दोबारा से मीटर के लिए चीन की कंपनी को टेंडर देना सरकार पर भी सवाल खड़े कर रहा है. प्रदेश की राजधानी में पीटी हेक्सिंग कंपनी का 8 हजार बिजली मीटर पहुंचने वाला है. राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष के मुताबिक जैसे ही इस बात का पता चला कि यह कंपनी चाइनीज बेस कंपनी है, तो तुरंत इसकी शिकायत ऊर्जा मंत्री से की गई. उन्होंने कहा कि सरकार को तत्काल ठेका रद्द कर देना चाहिए.

Last Updated : Jun 20, 2020, 6:58 PM IST
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