लखनऊः भारतीय रेलवे बोर्ड (Indian Railway Board) एक बार फिर यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर वरुणा एक्सप्रेस (Varuna Express) का संचालन शुरू कर सकता है. वरुणा एक्सप्रेस से हर रोज हजारों यात्रियों की यात्रा आसान होती थी. 10 स्टेशनों पर इस ट्रेन का ठहराव होता था, लेकिन वरुणा के संचालन पर रेलवे ने ब्रेक लगा दिया था. अब एक बार फिर इस ट्रेन को चलाने पर मंथन हो रहा है. अगर फिर से ये ट्रेन चलती है तो हजारों यात्रियों की यात्रा सुखद हो जाएगी. यात्रियों की मांग पर रेलवे बोर्ड मंथन कर रहा है. हालांकि, ट्रेन की टाइमिंग व स्टॉपेज में बदलाव हो सकता है.
पिछले साल नवंबर माह में रेलवे प्रशासन ने लखनऊ से वाराणसी के बीच संचालित होने वाली वरुणा एक्सप्रेस पर रोक लगा दी थी, जबकि उससे पहले ट्रेन कोरोना काल में बंद थी. जब अन्य मेल-एक्सप्रेस, इंटरसिटी व पैसेंजर ट्रेनें पटरी पर लौटीं तो यात्रियों को उम्मीद जगी है कि वरुणा एक्सप्रेस का भी संचालन फिर से शुरू होगा. इससे लखनऊ से वाराणसी आना-जाना आसान हो जाएगा. उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल (Northern Railway Lucknow Division) ने वरुणा एक्सप्रेस के स्थान पर शटल ट्रेन का तोहफा यात्रियों को दिया, जो वरुणा से कम समय में यात्रियों को वाराणसी पहुंचा रही है.
इस शटल ट्रेन(shuttle train) से लखनऊ से वाराणसी (Lucknow to Varanasi) जाने वाले यात्रियों को राहत हो गई, वे महज चार घंटे 10 मिनट में सफर तय करने लगे, लेकिन इस ट्रेन के स्टॉपेज कम होने से वरुणा के मूल यात्रियों के सामने यात्रा का संकट खड़ा हो गया. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक वरुणा एक्सप्रेस 10 स्टेशनों पर ठहरती थी. इसमें लखनऊ व वाराणसी के अलावा बाबतपुर, जलालगंज, जौनपुर सिटी, श्रीकृष्णानगर, कोकरीपुर, लम्भुआ, सुलतानपुर, मुसाफिरखाना, निहालगढ़, हैदरगढ़ शामिल हैं.
लखनऊ से वाराणसी के बीच संचालित शटल ट्रेन लखनऊ, वाराणसी, जौनपुर, सुलतानपुर, निहालगढ़ स्टेशनों पर ही रुकती है. ऐसे में बीच के स्टेशनों के यात्रियों को दिक्कतें है. दैनिक यात्री एसोसिएशन के अध्यक्ष एसएस उप्पल का कहना है कि यात्रियों की मांग पर वरुणा एक्सप्रेस को दोबारा चलाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है. वरुणा फिर से चलेगी तो हजारों यात्री समय पर अपनी सुखद यात्रा कर सकेंगे.
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