लखनऊ: यूपी में कोरोना वायरस का प्रसार अभी बना हुआ है. वहीं, डायरिया व चिकन पॉक्स के मरीज भी बढ़ने लगे हैं. इसके अलावा बारिश के मौसम में संक्रामक रोगों का खतरा और बढ़ जाएगा. साथ ही मच्छर जनित बीमारियां भी हमलावर हो जाएंगी. ऐसे में इन सभी बीमारियों को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ विभाग अलर्ट हो गया है.
यूपी के स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. वेद व्रत सिंह ने बताया कि मई-जून-जुलाई में बारिश होती है. इसके साथ ही गर्मी के चलते वातावरण में उमस रहती है. ऐसे में बैक्टीरिया पनप जाते हैं. इस दौरान संक्रामक रोग का खतरा बढ़ जाता है. वहीं, बारिश में जलभराव आदि की समस्या से मच्छर जनित बीमारियां भी हमलावर हो जाती हैं. इसको लेकर मॉनिटरिंग कड़ी कर दी गई है. गत वर्ष से इस बार डायरिया व पेट संबंधी बीमारी के मामले अधिक आ रहे हैं. 31 मई तक 217 मरीज डायरिया के रिपोर्ट किए गए. वहीं लगातार अस्पतालों में मरीजों का पहुंचना जारी है.
बीमारी | मरीज -2022 | मरीज -2021 |
डायरिया | 217 | 0 |
गैस्ट्रो | 22 | 0 |
कालरा | 1 | 0 |
मीजल्स | 9 | 0 |
चिकनपॉक्स | 171 | 0 |
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दो की जान ले चुका डायरिया
इस साल डायरिया के जहां 217 मरीज रिपोर्ट किए गए. वहीं, दो मरीजों की बीमारी जान भी ले चुकी है. इसकी सीएफआर रेट 0.92 फीसदी दर्ज की गई है.
डेंगू-मलेरिया की भी दस्तक
डेंगू, मलेरिया भी दस्तक दे चुका है. अभी तक डेंगू के 5 नए केस दर्ज किए गए. वहीं, गत वर्ष 31 मई तक सिर्फ दो केस दर्ज किए गए थे. इसके अलावा मलेरिया के वर्ष 2022 में 357 केस रिकॉर्ड किए गए. पिछले वर्ष मलेरिया के 760 मरीज पाए गए थे.
1 जून से बीमारी के खिलाफ अभियान शुरू
डीजी हेल्थ डॉ. वेद व्रत सिंह के मुताबिक बीमारियों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया गया है. 1 जून से डेंगू मलेरिया और बैक्टीरियल इंफेक्शन के खिलाफ महाभियान छेड़ा गया है. साथ ही डायरिया के लिए दस्तक अभियान शुरू किया गया. इसमें घर-घर आशा कार्यकर्ता दवा व ओआरएस का घोल बांट रही है. 90 हजार राजस्व गांव में डेढ़ लाख सदस्य टीम अभियान में जुटी है.
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