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अनामिका शुक्ला प्रकरण में मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अन्य जनपदों पर STF की नजर

अनामिका शुक्ला प्रकरण में मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ की नजर अन्य जनपदों पर है. एसटीएफ ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए शिक्षकों को नौकरी दिलाने वाले गैंग के सरगाना समेत तीन आरोपियों को सोमवार को गिरफ्तार किया था.

STF IG
अभिताभ यश, आईजी एसटीएफ.
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Published : Jun 16, 2020, 6:08 PM IST

Updated : Jun 16, 2020, 9:46 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित अनामिका शुक्ला प्रकरण में एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है. एसटीएफ ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए शिक्षकों को नौकरी दिलाने वाले गैंग का भांडाफोड़ करते हुये सरगना पुष्पेंद्र जाटव समेत 3 आरोपियों को सोमवार को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार आरोपियों में मुख्य आरोपी पुष्पेंद्र जाटव मैनपुरी का रहने वाला है, जो फर्रुखाबाद में सहायक अध्यापक के पद तैनात था. वहीं दो अन्य आरोपी जौनपर व लखीमपुर में लिपिक के पद पर काम कर रहे थे. आईजी एसटीएफ अभिताभ यश ने ईटीवी भारत से बात करते हुये बताया कि ऐसे मामलों को लेकर सभी जनपदों पर कड़ी नजर रखी जा रही है.

अभिताभ यश, आईजी एसटीएफ से ईटीवी भारत की बातचीत.

अन्य जनपदों पर एसटीएफ की पैनी नजर
एसटीएफ ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए शिक्षकों को नौकरी दिलाने वाले सरगना और उसके दो साथियों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए तीनों आरोपी लंबे समय से शिक्षा विभाग में खेल कर रहे थे. आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने कि बताया कि मुख्य आरोपी और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ के दौरान पुष्पेंद्र जाटव उर्फ राज ने बताया कि वह भी फर्जी तरीके से सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी कर रहा था. पूछताछ में यह भी पता चला है कि पुष्पेंद्र और शिक्षा विभाग में प्रधान लिपिक रामनाथ 2010 में एक-दूसरे के सम्पर्क में आए थे. रामनाथ की मदद से वह फर्जी दस्तावेजों के जरिए कस्तूरबा गांधी विघालय में शिक्षकों कि नियुक्तियां करवा रहा था.

फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षकों की नियुक्तियां
उत्तर प्रदेश में फर्जी दस्तावेजों के जरिए शिक्षकों की भर्ती का मामला सामने आया था. कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में फर्जी शिक्षकों की नियुक्तियां और यूपी सरकार को करीब एक करोड़ का चूना लगने की जानकारी सामने आई थी. शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद सरकार की काफी किरकिरी हुई. कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक पार्टियों ने सरकार का घेराव करने का प्रयास किया. इस प्रकरण की काफी आलोचना हो रही है.

अनौपचारिक तरीके से हासिल की थी सर्टिफिकेट की कॉपी
अनामिका शुक्ला कांड का खुलासा एसटीएफ कर रही है. इस प्रकरण से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गए आरोपियों ने अनामिका शुक्ला के सर्टिफिकेट की कॉपी अनौपचारिक रूप से हासिल की. इसके जरिए लोगों को नौकरियां दिलवाईं. पकड़े गए आरोपी पर कार्रवाई की जा रही है. इसके साथ ही अन्य जनपदों में भी ऐसे आरोपियों की तलाश की जा रही है.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित अनामिका शुक्ला प्रकरण में एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है. एसटीएफ ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए शिक्षकों को नौकरी दिलाने वाले गैंग का भांडाफोड़ करते हुये सरगना पुष्पेंद्र जाटव समेत 3 आरोपियों को सोमवार को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार आरोपियों में मुख्य आरोपी पुष्पेंद्र जाटव मैनपुरी का रहने वाला है, जो फर्रुखाबाद में सहायक अध्यापक के पद तैनात था. वहीं दो अन्य आरोपी जौनपर व लखीमपुर में लिपिक के पद पर काम कर रहे थे. आईजी एसटीएफ अभिताभ यश ने ईटीवी भारत से बात करते हुये बताया कि ऐसे मामलों को लेकर सभी जनपदों पर कड़ी नजर रखी जा रही है.

अभिताभ यश, आईजी एसटीएफ से ईटीवी भारत की बातचीत.

अन्य जनपदों पर एसटीएफ की पैनी नजर
एसटीएफ ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए शिक्षकों को नौकरी दिलाने वाले सरगना और उसके दो साथियों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए तीनों आरोपी लंबे समय से शिक्षा विभाग में खेल कर रहे थे. आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने कि बताया कि मुख्य आरोपी और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ के दौरान पुष्पेंद्र जाटव उर्फ राज ने बताया कि वह भी फर्जी तरीके से सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी कर रहा था. पूछताछ में यह भी पता चला है कि पुष्पेंद्र और शिक्षा विभाग में प्रधान लिपिक रामनाथ 2010 में एक-दूसरे के सम्पर्क में आए थे. रामनाथ की मदद से वह फर्जी दस्तावेजों के जरिए कस्तूरबा गांधी विघालय में शिक्षकों कि नियुक्तियां करवा रहा था.

फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षकों की नियुक्तियां
उत्तर प्रदेश में फर्जी दस्तावेजों के जरिए शिक्षकों की भर्ती का मामला सामने आया था. कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में फर्जी शिक्षकों की नियुक्तियां और यूपी सरकार को करीब एक करोड़ का चूना लगने की जानकारी सामने आई थी. शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद सरकार की काफी किरकिरी हुई. कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक पार्टियों ने सरकार का घेराव करने का प्रयास किया. इस प्रकरण की काफी आलोचना हो रही है.

अनौपचारिक तरीके से हासिल की थी सर्टिफिकेट की कॉपी
अनामिका शुक्ला कांड का खुलासा एसटीएफ कर रही है. इस प्रकरण से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गए आरोपियों ने अनामिका शुक्ला के सर्टिफिकेट की कॉपी अनौपचारिक रूप से हासिल की. इसके जरिए लोगों को नौकरियां दिलवाईं. पकड़े गए आरोपी पर कार्रवाई की जा रही है. इसके साथ ही अन्य जनपदों में भी ऐसे आरोपियों की तलाश की जा रही है.

Last Updated : Jun 16, 2020, 9:46 PM IST
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