लखनऊ: कोरोना वायरस का असर इस साल रक्षाबंधन पर राखी की दुकान लगाने वाले दुकानदारों पर देखने को मिला है. ग्राहकों के नहीं आने से दुकानदारों को नुकसान भी हो रहा है. दुकानदार सारा दिन दुकानों पर ग्राहकों के इंतजार में बैठे रहते हैं.
राजधानी लखनऊ के बक्शी का तलाब ,आईटी चौराहा, कैशरबाग ऐसी कई जगह हैं, जहां पर बहुत बड़ी राखी की बाजार लगा करती थी. लेकिन इस बार कोरोना की महामारी के चलते इस बार बहुत कम बाजार लगी है, क्योंकि इस बार ज्यादातर दुकानदार ने राखी की दुकान नहीं लगाई है.
सभी दुकानदारों का कहना है कि हर साल की अपेक्षा इस साल राखी के व्यापार में पूंजी निकालना भी मुश्किल हो गया है. हर साल हम लोग करीब पचास हजार रुपये से एक लाख रुपये तक की राखी बेचने के लिए लाते थे, लेकिन इस साल हम लोग कोरोना की बीमारी को देखते हुए और सरकार द्वारा किये गए लॉकडाउन के निर्देश के बाद बहुत थोड़ा ही माल लाये थे.
हम लोगों को सरकार से उम्मीद थी कि शायद सरकार हम लोगों को 3, 4 दिन दुकान खोलने का आदेश दे देगी. इससे हमलोग का राखी बेच कर घर का खर्च निकाल लेंगे. हम लोग भी रक्षाबन्धन का त्योहार मना लेंगे, लेकिन सरकार ने सिर्फ सोमवार 3 अगस्त को ही दुकान खोलने का आदेश दिया है. वैसे भी शनिवार और रविवार लॉकडाउन रहता है.
इस साल रक्षाबंधन भी सोमवार को ही पड़ा है और हम लोगों को सिर्फ एक दिन ही दुकान लगाने का सही से मौका मिला है. अगर शानिवार और रविवार को भी सरकार छूट दे देती तो सब कुछ ठीक हो जाता, लेकिन अब तो इस साल लगी पूंजी निकलना भी मुश्किल हो गया है.