लखनऊ : 26 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय रामायण कॉन्क्लेव की श्रृंखला का प्रथम आयोजन होगा. पर्यटन सुविधा केन्द्र स्थल श्रृंगवेरपुर धाम में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रयागराज से विधायक गुरु प्रसाद मौर्य करेंगे, जबकि फूलपुर, प्रयागराज से सांसद प्रवीण पटेल कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे. कॉन्क्लेव का आयोजन श्रीलंका, नेपाल और देश के छह राज्यों व राम वन-गमन पथ समेत 10 स्थानों पर किया जा रहा है. इसमें देश और प्रदेश के युवाओं सहित आम जनता की भागीदारी होगी.
जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश पर्यटन एवं संस्कृति विभाग, अंतरराष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान, अयोध्या व रामायण मेला आयोजन समिति, श्रृंगवेरपुर धाम, प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय रामायण कॉन्क्लेव की श्रृंखला का प्रथम आयोजन होगा. यह कॉन्क्लेव संत और विद्वानों के समागम का अच्छा अवसर है. ऐसे आयोजनों से युवा पीढ़ी भी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जीवन प्रसंगों से प्रेरित होगी.
उन्होंने बताया कि कॉन्क्लेव में होने वाले संत-विद्वत समागम में हनुमान गढ़ी रामचौरा घाट, श्रृंगवेरपुरधाम के महंत स्वामी कमल दास महाराज, गऊघाट, श्रृंगवेरपुरधाम के स्वामी जयराम दास महाराज, राष्ट्रीय रामायण मेला, श्रृंगवेरपुरधाम के अध्यक्ष डॉ. बालकृष्ण पाण्डेय और समाजसेवी विवेक तिवारी शामिल होंगे. रामायण-वेद गान और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, प्रदर्शनी, काव्यार्चन एवं प्रवचन के साथ-साथ विभिन्न सांस्कृतिक एवं धार्मिक प्रस्तुतियां भी दी जाएंगी. गाजीपुर के मनोहर सिंह और उनका दल भक्ति-भजनों के माध्यम से वातावरण को भक्तिमय बनाएगा. कुमकुम आदर्श और उनका दल शिव-शक्ति नृत्य नाटिका का मंचन करेगा. निधि तिवारी की टीम भी नृत्य नाटिका का मंचन करेगी और महन्त लाल अपने दल के साथ वादन ढोलताशा की प्रस्तुति देंगे.
यहां होगा आयोजन और समापन : उन्होंने बताया कि सभी वर्गों की भागीदारी बढ़ाने की दृष्टि से स्थानीय हायर सेकेंडरी स्कूल, डिग्री कॉलेज, विश्वविद्यालयों, विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों आदि को भी कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा. प्रयागराज के बाद रामायण कॉन्क्लेव की यह धार्मिक यात्रा एक और दो मार्च को चित्रकूट, सात और आठ मार्च को नागपुर के रामटेक, 18 मार्च को हम्पी कर्नाटक, 21 और 22 मार्च को रामेश्वरम, 26 मार्च को श्रीलंका पहुंचेगी और 29 मार्च को जम्मू आकर यात्रा का समापन होगा.
सीएम योगी ने महाशिवरात्रि पर स्वच्छता, सुरक्षा और सुविधा पर ध्यान देने का अधिकारियों को दिया निर्देश: महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर मंगलवार शाम गोरखपुर पहुंचे. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि महाशिवरात्रि पर सुरक्षा, सुविधा और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए. किसी भी श्रद्धालु को कहीं असुविधा नहीं होनी चाहिए. साथ ही सभी शिवालयों और उनके आसपास के क्षेत्र में स्वच्छता में कोई लापरवाही भी नहीं होनी चाहिए. गोरखनाथ मंदिर के बैठक कक्ष में अधिकारियों के साथ बैठक में सीएम योगी ने कहा कि महाशिवरात्रि देवाधिदेव महादेव की उपासना का महापर्व है.
इस महापर्व पर गांव से लेकर शहर तक के सभी शिवालयों पर शिवभक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. ऐसे में उनकी आस्था का सम्मान करते हुए उनकी सुरक्षा, सुविधा और सहूलियत के लिए विशेष प्रबंध किए जाने चाहिए. सुरक्षा के साथ बड़े शिवालयों के आसपास यातायात प्रबंधन पर भी ध्यान देने की जरूरत होगी. पर्याप्त संख्या में पुलिस बल और यातायात पुलिस की तैनाती की जाए. शहर से लेकर देहात तक के शिवालयों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की जाए.
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