लखनऊ: भले ही अनलॉक 4.0 के तहत 21 सितंबर से मोहब्बत की निशानी ताज महल को पर्यटकों के लिए फिर से खोल दिया गया हो, लेकिन नवाबों की नगरी लखनऊ की ऐतिहासिक इमारतों से लॉकडाउन अबतक नहीं हट सका है. हुसैनाबाद ट्रस्ट के अंतर्गत आने वाली ऐतिहासिक इमारतों को पर्यटकों के लिए 24 सितंबर से खोला जाएगा.
नवाबों की नगरी लखनऊ अपने खान-पान के साथ ही अपनी ऐतिहासिक इमारतों के लिए दुनियाभर में पहचान रखती है. राजधानी लखनऊ में देश-विदेश से बड़े पैमाने पर पर्यटक नवाबी दौर में बनी इमारतों को देखने यहां आते हैं. हालांकि कोरोना के चलते इन पर्यटन स्थलों पर भी लॉकडाउन के दौरान ताला लटका रहा. अनलॉक 4.0 के बाद जहां जिन्दगी वापस पटरी पर लौट रही है, वहीं इन धरोहरों को निहारने के लिए पर्यटक भी वापस आ रहे हैं. हालांकि प्रदेश के अन्य पर्यटन स्थलों को भले ही खोल दिया गया हो, लेकिन नवाबों की नगरी में इन ऐतिहासिक इमारतों पर अब तक ताला लगा है, जिससे लोग मायूस होकर वापस लौट रहे हैं.
जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने मंगलवार की रात को आदेश जारी कर इन इमारतों को 24 सितंबर से दोबारा खोले जाने की अनुमति दी है. हालांकि यहां आने वाले पर्यटकों को कोविड के नियमों और प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना होगा. पुराने लखनऊ के हुसैनाबाद स्थित पिक्चर गैलरी, छोटे इमामबाड़े और लखनऊ के सबसे मशहूर पर्यटन स्थल बड़ा इमामबाड़ा को गुरुवार से आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा. इससे प्रशासन के साथ ही ट्रस्ट से जुड़े सैकड़ों कर्मचारियों के आमदनी का जरिया भी दोबारा पटरी पर लौटेगा. साथ ही 6 महीने से वीरान पड़ी ये इमारतें दोबारा से गुलजार होंगी.