लखनऊ : राजस्थान के दौसा में महिला चिकित्सक डॉ. अर्चना शर्मा की आत्महत्या का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. गुरुवार को राजधानी लखनऊ में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने घटना के खिलाफ मार्चपास्ट किया. साथ ही मामले में पुलिस कर्मियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की.
जानकारी के मुताबिक राजस्थान के निजी अस्पताल में प्रसूता की मौत हो गई थी. पुलिस ने महिला डॉ. अर्चना शर्मा के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया था. बताया जाता है कि सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल होने से क्षुब्ध डॉ. अर्चना शर्मा ने खुदकुशी कर ली. इससे देशभर के डॉक्टरों में नाराजगी फैल गई. इसी के चलते लखनऊ आईएमए शाखा के अध्यक्ष डॉ. मनीष टंडन और सचिव डॉ. संजय सक्सेना ने भी घटना की निंदा करते हुए पुलिस की भूमिका और कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए है.
यह भी पढ़ें- एमएलसी चुनाव प्रचार पर जुटी BJP, बोले सीएम योगी- मंदिर जाने से पूर्व भाजपा को दें वोट
दरअसल, दौसा जिले के लालसोट कस्बे के आनंद हॉस्पिटल में सोमवार को एक प्रसूता की प्रसव के दौरान मौत हो गई थी. इसके बाद मृतका के परिजनों सहित ग्रामीणों ने मौके पर पहुंच जमकर हंगामा किया. हंगामे के बाद अस्पताल के डॉक्टर सुनित उपाध्याय और उनकी पत्नी डॉ. अर्चना शर्मा के खिलाफ हत्या की धाराओं में मामला दर्ज किया गया था. इसी बात से क्षुब्ध डॉ. अर्चना शर्मा ने खुदकुशी कर ली थी.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप