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पुलिस कदम उठाती तो शायद न होता खूनी संघर्ष - दो पक्षों में 4 साल से विवाद

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को जमीनी विवाद में दो पक्षों में संघर्ष हो गया. इसमें कई लोग घायल हो गए. पुलिस अभी तक एक भी आरोपी को नहीं पकड़ सकी है. वहीं, बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों में 4 साल से विवाद था, जिसमें पुलिस से शिकायत भी होती रही.

कोतवाली पारा
कोतवाली पारा
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Published : Nov 30, 2020, 6:30 AM IST

लखनऊः जिले के पारा थाना क्षेत्र स्थित सलेमपुर पतौरा ग्राम पंचायत मजरा रामपुर में शुक्रवार को 3 बीघा जमीन को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया था. इस दौरान फायरिंग भी हुई थी. फायरिंग के दौरान कई लोग घायल हो गए थे. घायलों को ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया था, जहां एक की हालत गंभीर बनी हुई है. बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों में पहले से विवाद था. यदि उनकी शिकायतों का पुलिस ने संज्ञान लिया होता तो शायद संघर्ष न होता.

पहले से था विवाद, देते रहे तहरीर
राजधानी के पारा थाना क्षेत्र स्थित सलेमपुर पतौरा ग्राम पंचायत मजरा रामपुर में शुक्रवार को 3 बीघा जमीन को लेकर दो पक्ष भिड़ गए थे. विवाद में हुई फायरिंग से कई लोग घायल हो गए थे.
बताया जा रहा है कि किसान जगन्नाथ की जमीन के एग्रीमेंट की समय सीमा समाप्त होने के बाद रुपए के लेनदेन को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया था. करीब 4 साल से दोनों पक्ष पारा थाने पर एक दूसरे के खिलाफ तहरीर देते रहे. पुलिस हर बार दोनों के बीच सुलह समझौता कर मामले को निपटाती रही. पिछले साल से दोनों के बीच इतना विवाद बढ़ गया कि कई बार मामला पारा थाने पर गया लेकिन पारा पुलिस ने साल भर में कोई कार्रवाई नहीं की. गोली चलने के बाद पुलिस ने दोनों तरफ से मुकदमा लिख शांत बैठ गई.

मुख्य आरोपी पुलिस की पहुंच से दूर
जमीनी विवाद में हुए इस गोलीकांड में पारा पुलिस अभी तक एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं कर सकी है. सुशील रावत के छोटे भाई सुनील रावत ने मारपीट, बलवा व जानलेवा हमले का आरोप लगाकर जगन्नाथ पत्नी दुलारी, उमेश रावत, सचिन अशोक, प्रमोद व 10 से 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ क्रॉस मुकदमा दर्ज कराया है.

लखनऊः जिले के पारा थाना क्षेत्र स्थित सलेमपुर पतौरा ग्राम पंचायत मजरा रामपुर में शुक्रवार को 3 बीघा जमीन को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया था. इस दौरान फायरिंग भी हुई थी. फायरिंग के दौरान कई लोग घायल हो गए थे. घायलों को ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया था, जहां एक की हालत गंभीर बनी हुई है. बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों में पहले से विवाद था. यदि उनकी शिकायतों का पुलिस ने संज्ञान लिया होता तो शायद संघर्ष न होता.

पहले से था विवाद, देते रहे तहरीर
राजधानी के पारा थाना क्षेत्र स्थित सलेमपुर पतौरा ग्राम पंचायत मजरा रामपुर में शुक्रवार को 3 बीघा जमीन को लेकर दो पक्ष भिड़ गए थे. विवाद में हुई फायरिंग से कई लोग घायल हो गए थे.
बताया जा रहा है कि किसान जगन्नाथ की जमीन के एग्रीमेंट की समय सीमा समाप्त होने के बाद रुपए के लेनदेन को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया था. करीब 4 साल से दोनों पक्ष पारा थाने पर एक दूसरे के खिलाफ तहरीर देते रहे. पुलिस हर बार दोनों के बीच सुलह समझौता कर मामले को निपटाती रही. पिछले साल से दोनों के बीच इतना विवाद बढ़ गया कि कई बार मामला पारा थाने पर गया लेकिन पारा पुलिस ने साल भर में कोई कार्रवाई नहीं की. गोली चलने के बाद पुलिस ने दोनों तरफ से मुकदमा लिख शांत बैठ गई.

मुख्य आरोपी पुलिस की पहुंच से दूर
जमीनी विवाद में हुए इस गोलीकांड में पारा पुलिस अभी तक एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं कर सकी है. सुशील रावत के छोटे भाई सुनील रावत ने मारपीट, बलवा व जानलेवा हमले का आरोप लगाकर जगन्नाथ पत्नी दुलारी, उमेश रावत, सचिन अशोक, प्रमोद व 10 से 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ क्रॉस मुकदमा दर्ज कराया है.

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