लखनऊः उत्तर प्रदेश के शराब विक्रेता वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले सोमवार को बैठक की गई. इसमें 9 अप्रैल से आंदोलन करने की चेतावनी दी गई. शराब कारोबारियों का कहना है कि लॉकडाउन में 45 दिनों तक उनकी शराब की दुकानें बंद रहीं और साल 2020 और 21 में शराब का धंधा पूरी तरह से चौपट रहा. वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष की तरफ से यह बताया गया कि शराब कारोबारियों का करीब 900 करोड़ रुपये सरकार पर बकाया हैं. इस पैसे को न तो नए सत्र की लाइसेंस फीस में समायोजित किया जा रहा है, ना ही वापस लौटाया जा रहा है.
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900 करोड़ नहीं लौटाए तो करेंगे आंदोलन
बैठक में कहा गया कि यदि शराब विक्रेताओं को 900 करोड़ रुपये सरकार ने नहीं लौटाए तो व्यापारी सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे. वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान हुई इस बैठक में लखनऊ के शराब विक्रेताओं ने भाग लिया. व्यापारियों ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान 45 दिनों तक शराब की दुकानें पूरी तरह से बंद रही, जिसके चलते शराब कारोबारियों की लाइसेंस फीस का 900 करोड़ रुपए सरकार के पास जमा है. इस पैसे को लेकर काफी समय से शराब विक्रेताओं के द्वारा मांग की जा रही है लेकिन बार-बार पत्र भेजने के बाद भी इस पर कोई सुनवाई नहीं की गई.