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लखनऊ: आईएएस की मौत के मामले में सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट को अनुराग के भाई ने दी चुनौती

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में बीते दिनों हुई आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की मौत के मामले में एक नया मोड़ आ गया है. आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी के भाई ने सीबीआई की ओर से क्लोजर रिपोर्ट को चुनौती दे दी है.

आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की मौत के मामले में एक नया मोड़.
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Published : Sep 17, 2019, 11:32 AM IST

लखनऊ: राजधानी में बीते दिनों आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी के मौत के मामले में सीबीआई की ओर से क्लोजर रिपोर्ट दी गई थी, जिसको आईएएस अनुराग तिवारी के भाई ने चुनौती दी है. इसी कड़ी में मामले की अगली सुनवाई 10 अक्टूबर को होनी है.

आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की मौत के मामले में एक नया मोड़.
दरअसल आईएएस अनुराग तिवारी की मौत को सामान्य बताकर सीबीआई की ओर से कोर्ट में इस पूरे मामले को क्लोजर रिपोर्ट दी गई थी. अब इस पूरे मामले में एक नया मोड़ आ गया है. सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट को अनुराग तिवारी के भाई और मामले में वादी मयंक तिवारी ने चुनौती दे दी है.

इसे भी पढ़ें-बिजनौर: सौतेली मां ने मासूम बच्ची की गला घोंटकर की हत्या, गिफ्तार

उन्होंने अपनी याचिका में कोर्ट से इसे निरस्त करके इसकी विवेचना एसपी स्तर के किसी अधिकारी से कराए जाने का अनुरोध किया हैं. उन्होंने कहा कि सीबीआई ने जांच के दौरान कई महत्वपूर्ण बिंदुओं को नजरअंदाज किया है. वहीं फॉरेंसिक सबूतों की विवेचना को शामिल नहीं किया गया और पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानबूझकर गलत व्याख्या भी की गई है.

बीते दिनों आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी का शव 17 मई 2017 को लखनऊ स्थित मीराबाई मार्ग पर पाया गया था. इसके बाद अनुराग के भाई मयंक तिवारी ने हजरतगंज थाने में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. मामले की जांच भी स्थानीय पुलिस कर रही थी और राज सरकार ने इसकी विवेचना सीबीआई को सौंपी थी.

लखनऊ: राजधानी में बीते दिनों आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी के मौत के मामले में सीबीआई की ओर से क्लोजर रिपोर्ट दी गई थी, जिसको आईएएस अनुराग तिवारी के भाई ने चुनौती दी है. इसी कड़ी में मामले की अगली सुनवाई 10 अक्टूबर को होनी है.

आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की मौत के मामले में एक नया मोड़.
दरअसल आईएएस अनुराग तिवारी की मौत को सामान्य बताकर सीबीआई की ओर से कोर्ट में इस पूरे मामले को क्लोजर रिपोर्ट दी गई थी. अब इस पूरे मामले में एक नया मोड़ आ गया है. सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट को अनुराग तिवारी के भाई और मामले में वादी मयंक तिवारी ने चुनौती दे दी है.

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उन्होंने अपनी याचिका में कोर्ट से इसे निरस्त करके इसकी विवेचना एसपी स्तर के किसी अधिकारी से कराए जाने का अनुरोध किया हैं. उन्होंने कहा कि सीबीआई ने जांच के दौरान कई महत्वपूर्ण बिंदुओं को नजरअंदाज किया है. वहीं फॉरेंसिक सबूतों की विवेचना को शामिल नहीं किया गया और पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानबूझकर गलत व्याख्या भी की गई है.

बीते दिनों आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी का शव 17 मई 2017 को लखनऊ स्थित मीराबाई मार्ग पर पाया गया था. इसके बाद अनुराग के भाई मयंक तिवारी ने हजरतगंज थाने में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. मामले की जांच भी स्थानीय पुलिस कर रही थी और राज सरकार ने इसकी विवेचना सीबीआई को सौंपी थी.

Intro:लखनऊ में बीते दिनों और इलाके में हुई आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की मौत के मामले में बीते दिनों सीबीआई द्वारा क्लोजर रिपोर्ट दी गई थी। जिसको आईएएस अनुराग तिवारी के भाई ने चुनौती दी है। याब इस मामले की अगली सुनवाई 10 अक्टूबर को होनी है।




Body:आईएएस अनुराग तिवारी की मौत को सामान्य बताकर सीबीआई द्वारा कोर्ट में इस पूरे मामले को सीबीआई की तरफ से क्लोजर रिपोर्ट दी गई थी।अब इस पूरे मामले में एक नया मोड़ आ गया है दरअसल सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट को अनुराग तिवारी के भाई और मामले में वादी मयंक तिवारी ने चुनौती दे दी है। उन्होंने अपनी याचिका में कोर्ट से इसे निरस्त करके इसकी विवेचना एसपी स्तर के किसी अधिकारी से कराए जाने का भी अनुरोध किया है।उन्होंने कहा कि सीबीआई ने जांच के दौरान कई महत्वपूर्ण बिंदुओं को नजरअंदाज किया है।तो वहीं फॉरेंसिक सबूतों की विवेचना को शामिल नहीं किया गया तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानबूझकर गलत व्याख्या भी की गई है।दरअसल बीते दिनों आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी का शव 17 मई 2017 को लखनऊ स्थित मीराबाई मार्ग पर पाया गया था। इसके बाद अनुराग के भाई मयंक तिवारी ने हजरतगंज थाने में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।मामले की जांच भी स्थानीय पुलिस कर रही थी और राज सरकार ने इसकी विवेचना सीबीआई को सौंपी थी सीबीआई ने मामले की विवेचना के बाद तिवारी की मौत कोई खास आया था। इसके बाद अब अनुराग तिवारी के भाई मामले ने वादी मयंक तिवारी ने सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट को चुनौती दी है और सीबीआई पर केस को तोड़ मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया है। हालांकि इस पूरे मामले में सुनवाई के बाद सीबीआई के विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट सुब्रत पाठक ने सुनवाई के लिए 10 अक्टूबर की तारीख तय की गई है।




Conclusion:एन्ड पीटीसी
शुभम पाण्डेय
7054605976

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