लखनऊ: राजधानी में बीते दिनों आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी के मौत के मामले में सीबीआई की ओर से क्लोजर रिपोर्ट दी गई थी, जिसको आईएएस अनुराग तिवारी के भाई ने चुनौती दी है. इसी कड़ी में मामले की अगली सुनवाई 10 अक्टूबर को होनी है.
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उन्होंने अपनी याचिका में कोर्ट से इसे निरस्त करके इसकी विवेचना एसपी स्तर के किसी अधिकारी से कराए जाने का अनुरोध किया हैं. उन्होंने कहा कि सीबीआई ने जांच के दौरान कई महत्वपूर्ण बिंदुओं को नजरअंदाज किया है. वहीं फॉरेंसिक सबूतों की विवेचना को शामिल नहीं किया गया और पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानबूझकर गलत व्याख्या भी की गई है.
बीते दिनों आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी का शव 17 मई 2017 को लखनऊ स्थित मीराबाई मार्ग पर पाया गया था. इसके बाद अनुराग के भाई मयंक तिवारी ने हजरतगंज थाने में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. मामले की जांच भी स्थानीय पुलिस कर रही थी और राज सरकार ने इसकी विवेचना सीबीआई को सौंपी थी.