लखनऊः कोरोना की भयावह स्थिति के बीच उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव चल रहा है. इसपर आईएएस एवं जिलाधिकारी अनुज झा ने सवाल उठाया है. यूपी कैडर 2009 बैच के आईएएस अधिकारी अनुज झा ने बुधवार को IAS एसोसिएशन के ऑफिशियल व्हाट्सएप ग्रुप पर प्रदेश में पंचायत चुनाव, कोरोनावायरस के प्रकोप के बीच कराए जाने के औचित्य पर सवाल उठाते हुए अपना दर्द बयां किया.
संक्रमण बढ़ने के बावजूद क्यों नहीं रोके गए पंचायत चुनाव
डीएम अयोध्या ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए पंचायत चुनाव न रोके जाने को लेकर पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि कोरोना का संकट बढ़ता चला जा रहा है. कोरोना का प्रकोप जब प्रदेश में 15 अप्रैल के आसपास बढ़ रहा था तब आखिरकार पंचायत चुनाव क्यों नहीं रोके गए. न सिर्फ अधिकारी, कर्मचारी, आम जनता कोरोना वायरस से परेशान है. बावजूद इसके पंचायत चुनाव नहीं स्थगित किये गए. अनुज झा ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि इस महामारी की वजह से हम तमाम अधिकारी, कर्मचारी और अपने लोगों को खोते जा रहे हैं जो बहुत दुखद है.
जिला विद्यालय निरीक्षक की मौत के बाद से आहत हुए डीएम
बुधवार को ही अयोध्या के जिला विद्यालय निरीक्षक आरबीएस चौहान की कोरोनावायरस संक्रमण के कारण मृत्यु हो गई. इसके अलावा अयोध्या के कई अधिकारी और अन्य कर्मचारी कोरोनावायरस से संक्रमित हैं. जिला विद्यालय निरीक्षक की मौत के बाद जिलाधिकारी अयोध्या अनुज झा काफी आहत हुए और इसके बाद ही उन्होंने इस प्रकार की पोस्ट की है.
आईएएस एसोसिएशन के व्हाट्सएप ग्रुप पर अनुज झा लिखा-
'Why the elections was not postponed in the first place is beyond comprehension. particularly when we are already in bad shape by 15th April. we losing officers and so many other staff by the day that's the saddest part. how much public has been afflicted due to the elections, we can only guess the in the...'
पंचायत चुनाव स्थगित करने की उठ चुकी है मांगमुख्य सचिव को इस बात की नहीं है जानकारी
इसके अलावा प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने इस पूरे मामले में किसी भी प्रकार की जानकारी होने से ही इंकार किया है. उन्होंने कहा कि उनकी जानकारी में ऐसा कोई मामला नहीं है. जानकारी आने पर इसका वह संज्ञान लेंगे.
उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप और पंचायत चुनाव कराए जाने के चलते गांव-गांव में इस महामारी के फैलने के डर से कई संगठन राज्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र भेजकर पंचायत चुनाव स्थगित किए जाने की मांग कर चुके हैं. शिक्षक संगठनों के साथ ही उत्तर प्रदेश के इंजीनियर्स एसोसिएशन ने भी पंचायत चुनाव स्थगित करने की मांग पिछले दिनों की थी, लेकिन पंचायत चुनाव टाले नहीं गए और लगातार स्थिति भयावह होती जा रही है.
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सवाल खड़े करने वाले पहले आईएएस बने अनुज झा
उत्तर प्रदेश में विपक्ष और अन्य तमाम सरकारी और गैर सरकारी संगठनों की तरफ से पंचायत चुनाव कराए जाने के औचित्य पर सवाल उठाए गए, लेकिन किसी आईएएस अधिकारी द्वारा पंचायत चुनाव न रोके जाने को लेकर सवाल उठाने का यह पहला मामला है. अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या कुछ करती है.