लखनऊ: राजधानी में साइबर अपराध में एक अलग तरह का मामला ठाकुरगंज थाने में दर्ज किया गया. एक महिला ने अपने पति पर ही इनकम टैक्स आईडी को हैक करने और उसका पासवर्ड बदलने के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया है. जांच में पता लगा कि मार्च महीने में ही दोनों का तलाक हो चुका है, लेकिन तलाक के बाद पत्नी के भरण-पोषण के लिए पति को धनराशि भी देनी है.
वहीं पति अक्षत विजय को किसी ने बताया कि यदि पत्नी के आइटीआर में उसकी सालाना आय को बढ़ाकर दिखा दे तो उसे कम पैसे देने पड़ेंगे. पति ने ऐसी ही कोशिश की लेकिन पकड़ा गया. जैसे ही उसने पत्नी की इनकम टैक्स आईडी को हैक करके पासवर्ड बदलना चाहा, तो पत्नी के मोबाइल पर एक ओटीपी मैसेज आया और उसे इसका संज्ञान हो गया. उसने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई. वहीं इस मामले में एसटीएफ की साइबर सेल काम कर रही है. फिलहाल पति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
पत्नी की इनकम टैक्स आईडी को हैक करके की छेड़छाड़
बैंक में सीनियर अधिकारी के रूप में कार्यरत अक्षत विजय का उनकी टीचर पत्नी से मार्च महीने में ही तलाक हो गया था. काफी दिनों से पत्नी से उनकी नहीं बन रही थी. पत्नी एमबीए के छात्रों को पढ़ाती है. वहीं तलाक के बाद पति को एक बड़ी रकम भी भरण पोषण के लिए पत्नी को देनी थी. लेकिन रकम कम देनी पड़े इसके लिए पति ने पत्नी के आयकर रिकॉर्ड में छेड़छाड़ करने की कोशिश की. पत्नी के इनकम टैक्स आईडी को हैक करके पासवर्ड बदलना चाहा, जिससे कि वह उसकी आइटीआर में छेड़छाड़ करके ज्यादा रकम दिखा सकें. लेकिन मामला पकड़ा गया. पत्नी ने इसकी शिकायत की तो पुलिस जांच में उसका पति ही पकड़ में आया. फिलहाल इस मामले में एसटीएफ की साइबर क्राइम जांच कर रही है. वहीं जांच में पति को दोषी पाया गया, जिसे अब हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
साइबर क्राइम के एसपी त्रिवेणी ने बताया कि किसी के निजी डेटा से छेड़छाड़ करना अपराध है. साइबर नजरिए से पति अक्षत विजय दोषी पाया गया है. केस दर्ज कर लिया गया है और हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.