लखनऊ: ससपन ग्राम पंचायत के अटेर गांव में स्थित सिद्धपीठ माता बाराही देवी तीर्थ पर सोमवार को सोमवती अमावस्या के अवसर पर हजारों भक्तों ने स्नान, दान, दर्शन और पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया. सैकड़ों वर्षों से प्रत्येक माह की अमावस्या को लगने वाले इस मेले में क्षेत्र के दूर दराज के गांवों से भोर पहर से ही भक्तों का तांता लग गया. तीर्थ पर पहुंचने वाले भक्त चक्र तीर्थ पर पहुंचकर स्नान करते हैं. फिर माता बाराही देवी के दर्शन करते हैं.
सोमवती अमावस्या पर उमड़ी भीड़
अमावस्या के अवसर पर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी, लेकिन मंदिर परिसर में कोविड के अंतर्गत तय नियमों के अनुरूप ही भक्तों को दर्शन मिले. मेला कमेटी के संरक्षक रमेश सिंह बताते हैं कि यहां पर क्षेत्र का सबसे बड़ा मेला लगता है. इसमें हर जाति-धर्म के लोग अपनी आस्था रखते हैं और भेदभाव छोड़ दर्शन करते हैं.
मेला कमेटी करती है निगरानी
इस मेले में घरेलू उपयोग के लगभग सभी प्रकार के सामान मिलते हैं और मेले का रख-रखाव मेला समिति करती है. यहां पर आने वाले भक्तों के लिए पानी, साफ-सफाई, बिजली आदि की व्यवस्था मेला कमेटी द्वारा पूर्ण की जाती है. जौरिया निवासी पूर्व प्रधान चंद्रमोहन त्रिपाठी, अशोक पाण्डेय, राजू, गुड्डू त्रिवेदी ने बताया कि अमावस्या की शाम को कालीन बेला पर बाराही देवी माता की भव्य आरती का आयोजन किया जाता है. इसमें क्षेत्र के ज्यादा से ज्यादा लोग पहुंचकर पुण्य लाभ अर्जित प्राप्त करते हैं.
सोमवती अमावस्या पर उमड़ी भक्तों की भीड़ - सोमवती अमावस्या लखनऊ
लखनऊ के सिद्धपीठ माता बाराही देवी तीर्थ पर सोमवार को सोमवती अमावस्या के अवसर पर मेले का आयोजन किया गया. अमावस्या के अवसर पर हजारों भक्तों ने माता के दर्शन किए.
लखनऊ: ससपन ग्राम पंचायत के अटेर गांव में स्थित सिद्धपीठ माता बाराही देवी तीर्थ पर सोमवार को सोमवती अमावस्या के अवसर पर हजारों भक्तों ने स्नान, दान, दर्शन और पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया. सैकड़ों वर्षों से प्रत्येक माह की अमावस्या को लगने वाले इस मेले में क्षेत्र के दूर दराज के गांवों से भोर पहर से ही भक्तों का तांता लग गया. तीर्थ पर पहुंचने वाले भक्त चक्र तीर्थ पर पहुंचकर स्नान करते हैं. फिर माता बाराही देवी के दर्शन करते हैं.
सोमवती अमावस्या पर उमड़ी भीड़
अमावस्या के अवसर पर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी, लेकिन मंदिर परिसर में कोविड के अंतर्गत तय नियमों के अनुरूप ही भक्तों को दर्शन मिले. मेला कमेटी के संरक्षक रमेश सिंह बताते हैं कि यहां पर क्षेत्र का सबसे बड़ा मेला लगता है. इसमें हर जाति-धर्म के लोग अपनी आस्था रखते हैं और भेदभाव छोड़ दर्शन करते हैं.
मेला कमेटी करती है निगरानी
इस मेले में घरेलू उपयोग के लगभग सभी प्रकार के सामान मिलते हैं और मेले का रख-रखाव मेला समिति करती है. यहां पर आने वाले भक्तों के लिए पानी, साफ-सफाई, बिजली आदि की व्यवस्था मेला कमेटी द्वारा पूर्ण की जाती है. जौरिया निवासी पूर्व प्रधान चंद्रमोहन त्रिपाठी, अशोक पाण्डेय, राजू, गुड्डू त्रिवेदी ने बताया कि अमावस्या की शाम को कालीन बेला पर बाराही देवी माता की भव्य आरती का आयोजन किया जाता है. इसमें क्षेत्र के ज्यादा से ज्यादा लोग पहुंचकर पुण्य लाभ अर्जित प्राप्त करते हैं.