शिमला: एचपीएमसी (Himachal Pradesh Horticulture Produce Marketing and Processing Corporation) के अधिकारियों का दावा है कि सेब के जूस में चीनी का उपयोग नहीं किया जाएगा और न ही पैकिंग के लिए मशीनें लगाई जाएंगी. देश के जूस बाजार में सेब के शुद्ध जूस की व्यापक संभावनाओं को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है.
सेब के जूस में चीनी का उपयोग नहीं करेगा एचपीएमसी
एचपीएमसी अब सेब का जूस छोटे टेट्रा पैक के अलावा एक लीटर के पैक में भी उपभोक्ताओं को उपलब्ध करवाएगा. एचपीएमसी उपभोक्ताओं को सेब से बने अन्य उत्पादों को भी उपलब्ध करवाता है जिनमें स्क्वैश, सिरका और जैम की मार्केट में अच्छी खासी मांग रहती है. एचपीएमसी के अधिकारियों का दावा है कि सेब के जूस में चीनी का उपयोग नहीं किया जाएगा और न ही पैकिंग के लिए मशीनें लगाई जाएंगी. देश के जूस बाजार में सेब के शुद्ध जूस की व्यापक संभावनाओं को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है.
अब एक लीटर के बड़े फैमिली पैक में मिलेगा सेब का जूस
एचपीएमसी ने बाजार की संभावनाओं को देखते हुए इस सीजन से शुद्ध जूस का पैक बाजार में उतारने का फैसला लिया है. सेब का यह जूस एक लीटर के बड़े फैमिली पैक में पहली बार उपलब्ध करवाया जाएगा. सेब के शुद्ध जूस की पैकिंग के लिए एचपीएमसी नई मशीनें संयंत्र में नहीं लगाएगा. उत्तर प्रदेश की कंपनी की मदद से जूस की बड़ी पैकिंग करवाई जाएगी. बाजार की मांग के अनुसार जूस की पैकिंग करवाई जाएगी. इससे एचपीएमसी को नई मशीनों का खर्च नहीं उठाना पड़ेगा.
उत्तर प्रदेश की कंपनी से करवाया जाएगा पैकिंग का काम
एचपीएमसी देश में बेचे जा रहे बड़े पैक के जूस के रेट से प्रतिस्पर्धा करते हुए सेब के शुद्ध जूस का रेट निर्धारित करेगा जिससे लोगों को बाजार भाव से सस्ता जूस उपलब्ध हो सके. एचपीएमसी पहली बार बड़े पैक में सेब का शुद्ध जूस उपलब्ध कराएगा. इसमें चीनी और अन्य पदार्थों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. जूस का रेट बाजार में उपलब्ध जूस से प्रतिस्पर्धात्मक होगा. पैकिंग का काम उत्तर प्रदेश की कंपनी से करवाया जाएगा.
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