लखनऊ: राजधानी में शहर की आठ व ग्रामीण क्षेत्र की 11 सीएचसी पर कोरोना की दवा का संकट है. इन सीएचसी से होमआइसोलेशन के मरीज को दवा भेजने के बजाए मोबाइल पर पर्चा भेजा जा रहा है. इंदिरानगर सीएचसी प्रभारी डॉ. रूबीना ने कहा कि दवा का संकट है, इसलिए मोबाइल पर पर्चा भेज दिया गया है. बता दें कि राजधानी लखऊ में इस समय 23,090 कोरोना के सक्रिय मामले हैं.
केस वन
इंदिरा नगर निवासी गौरव जैन के घर के सभी सदस्य कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. इनके घर दो दिन तक मेडिसिन की किट नहीं पहुंची. इन्होंने सीएचसी पर फोन कर दवा की फरियाद की. ऐसे के दवा खत्म बताकर मोबाइल पर पर्चा भेज दिया गया और मेडिकल स्टोर से खरीदने की सलाह दे दी गई.
केस-टू
केशव नगर निवासी मालती मिश्रा कोरोना पॉजिटिव हो गईं हैं. तीन दिन बीत जाने के बाद भी कोविड मेडिसिन किट हेल्थ टीम लेकर नहीं पहुंची. ऐसे में परिवारीजन मेडिकल स्टोर से दवा लेकर आए.
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बता दें कि होम आइसोलेशन के मरीजों की यह बानगी भर है. शहर में कोरोना वायरस का कोहराम मचा हुआ है. इसमें ए-सिम्प्टोमेटिक 80 फीसद, माइल्ड 15 फीसद, सीवियर पांच फीसद मरीज हैं. इसमें ए-सिप्टोमेटिक मरीज होम आइसोलेशन में हैं. हजारों की तादाद में घर पर इलाज कर रहे मरीजों को दवा नहीं मिल रही है. वह मेडिकल स्टोर से दवा खरीदने को मजबूर हैं. संक्रमित मरीज-परिवारीजनों के बाहर घूमने से संक्रमण भयावह हो रहा है.
एमबीबीएस छात्रों की परीक्षा निरस्त
यूपी में कोरोना भयावह हो गया है. ऐसे में अस्पतालों की संख्या बढ़ाई जा रही है. लिहाजा, डॉक्टरों की आवश्यकता होगी. ऐसे में अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल के मुताबिक एमबीबीएस चतुर्थ, पांचवें सेमेस्टर की परीक्षा निरस्त कर दी गई हैं. इन छात्रों की ड्यूटी कोविड अस्पताल में लगेगी.