ETV Bharat / state

राजधानी में दवाओं का टोटा, होम आइसोलेशन मरीजों को नहीं मिल रही मेडिसिन - lucknow news in hindi

राजधानी लखनऊ में कोरोना के इलाज की दवाओं का टोटा हो गया है. होम आइसोलेशन कोरोना मरीजों के घर में दवाएं नहीं पहुंचाई जा रही हैं. मरीजों के मोबाइल पर दवा का पर्चा भेज दिया जाता है. इस कारण कोरोना संक्रमित या उनके परिवारीजन खुद मेडिकल स्टोर पर दवा खरीदने जा रहे हैं. इससे संक्रमण के फैलने का खतरा है.

राजधानी में दवाओं का टोटा
राजधानी में दवाओं का टोटा
author img

By

Published : Apr 13, 2021, 3:46 PM IST

Updated : Apr 13, 2021, 9:35 PM IST

लखनऊ: राजधानी में शहर की आठ व ग्रामीण क्षेत्र की 11 सीएचसी पर कोरोना की दवा का संकट है. इन सीएचसी से होमआइसोलेशन के मरीज को दवा भेजने के बजाए मोबाइल पर पर्चा भेजा जा रहा है. इंदिरानगर सीएचसी प्रभारी डॉ. रूबीना ने कहा कि दवा का संकट है, इसलिए मोबाइल पर पर्चा भेज दिया गया है. बता दें कि राजधानी लखऊ में इस समय 23,090 कोरोना के सक्रिय मामले हैं.

केस वन
इंदिरा नगर निवासी गौरव जैन के घर के सभी सदस्य कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. इनके घर दो दिन तक मेडिसिन की किट नहीं पहुंची. इन्होंने सीएचसी पर फोन कर दवा की फरियाद की. ऐसे के दवा खत्म बताकर मोबाइल पर पर्चा भेज दिया गया और मेडिकल स्टोर से खरीदने की सलाह दे दी गई.

केस-टू
केशव नगर निवासी मालती मिश्रा कोरोना पॉजिटिव हो गईं हैं. तीन दिन बीत जाने के बाद भी कोविड मेडिसिन किट हेल्थ टीम लेकर नहीं पहुंची. ऐसे में परिवारीजन मेडिकल स्टोर से दवा लेकर आए.

इसे भी पढ़ें:- माहभर में यूपी में 41 गुना तेज हुआ कोरोना, आज मिले 1580 नए मरीज

बता दें कि होम आइसोलेशन के मरीजों की यह बानगी भर है. शहर में कोरोना वायरस का कोहराम मचा हुआ है. इसमें ए-सिम्प्टोमेटिक 80 फीसद, माइल्ड 15 फीसद, सीवियर पांच फीसद मरीज हैं. इसमें ए-सिप्टोमेटिक मरीज होम आइसोलेशन में हैं. हजारों की तादाद में घर पर इलाज कर रहे मरीजों को दवा नहीं मिल रही है. वह मेडिकल स्टोर से दवा खरीदने को मजबूर हैं. संक्रमित मरीज-परिवारीजनों के बाहर घूमने से संक्रमण भयावह हो रहा है.

एमबीबीएस छात्रों की परीक्षा निरस्त
यूपी में कोरोना भयावह हो गया है. ऐसे में अस्पतालों की संख्या बढ़ाई जा रही है. लिहाजा, डॉक्टरों की आवश्यकता होगी. ऐसे में अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल के मुताबिक एमबीबीएस चतुर्थ, पांचवें सेमेस्टर की परीक्षा निरस्त कर दी गई हैं. इन छात्रों की ड्यूटी कोविड अस्पताल में लगेगी.

लखनऊ: राजधानी में शहर की आठ व ग्रामीण क्षेत्र की 11 सीएचसी पर कोरोना की दवा का संकट है. इन सीएचसी से होमआइसोलेशन के मरीज को दवा भेजने के बजाए मोबाइल पर पर्चा भेजा जा रहा है. इंदिरानगर सीएचसी प्रभारी डॉ. रूबीना ने कहा कि दवा का संकट है, इसलिए मोबाइल पर पर्चा भेज दिया गया है. बता दें कि राजधानी लखऊ में इस समय 23,090 कोरोना के सक्रिय मामले हैं.

केस वन
इंदिरा नगर निवासी गौरव जैन के घर के सभी सदस्य कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. इनके घर दो दिन तक मेडिसिन की किट नहीं पहुंची. इन्होंने सीएचसी पर फोन कर दवा की फरियाद की. ऐसे के दवा खत्म बताकर मोबाइल पर पर्चा भेज दिया गया और मेडिकल स्टोर से खरीदने की सलाह दे दी गई.

केस-टू
केशव नगर निवासी मालती मिश्रा कोरोना पॉजिटिव हो गईं हैं. तीन दिन बीत जाने के बाद भी कोविड मेडिसिन किट हेल्थ टीम लेकर नहीं पहुंची. ऐसे में परिवारीजन मेडिकल स्टोर से दवा लेकर आए.

इसे भी पढ़ें:- माहभर में यूपी में 41 गुना तेज हुआ कोरोना, आज मिले 1580 नए मरीज

बता दें कि होम आइसोलेशन के मरीजों की यह बानगी भर है. शहर में कोरोना वायरस का कोहराम मचा हुआ है. इसमें ए-सिम्प्टोमेटिक 80 फीसद, माइल्ड 15 फीसद, सीवियर पांच फीसद मरीज हैं. इसमें ए-सिप्टोमेटिक मरीज होम आइसोलेशन में हैं. हजारों की तादाद में घर पर इलाज कर रहे मरीजों को दवा नहीं मिल रही है. वह मेडिकल स्टोर से दवा खरीदने को मजबूर हैं. संक्रमित मरीज-परिवारीजनों के बाहर घूमने से संक्रमण भयावह हो रहा है.

एमबीबीएस छात्रों की परीक्षा निरस्त
यूपी में कोरोना भयावह हो गया है. ऐसे में अस्पतालों की संख्या बढ़ाई जा रही है. लिहाजा, डॉक्टरों की आवश्यकता होगी. ऐसे में अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल के मुताबिक एमबीबीएस चतुर्थ, पांचवें सेमेस्टर की परीक्षा निरस्त कर दी गई हैं. इन छात्रों की ड्यूटी कोविड अस्पताल में लगेगी.

Last Updated : Apr 13, 2021, 9:35 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.