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लखनऊ: एम्बुलेंस न मिलने से गई तहसील में तैनात होमगार्ड की जान

यूपी की राजधानी लखनऊ में दिल का दौरा पड़ने की वजह से होमगार्ड को लॉरी रेफर किया गया था, लेकिन एंबुलेंस नहीं आ पाई. जब तक निजी एंबुलेंस आई तब तक मरीज ने दम तोड़ दिया था.

होमगार्ड जसवंत यादव
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Published : Sep 23, 2019, 9:12 PM IST

लखनऊ: राजधानी के बख्शी का तालाब में एंबुलेस नहीं मिलने से तहसील में तैनात होमगार्ड की मौत हो गई. ड्यूटी पर तैनाती के दौरान अचानक दिल का दौरा पड़ने से होमगार्ड जसवंत यादव बेहोश हो गए. आनन-फानन में एसडीएम की गाड़ी से उन्हें राम सागर मिश्र सौ शैय्या संयुक्त चिकित्सालय भेजा गया.

एंबुलेस नहीं मिलने से तहसील में तैनात होमगार्ड की मौत.

इलाज के दौरान हालत गंभीर होने पर लारी कार्डियोलाजी के लिये रेफर किया गया, लेकिन कोई सरकारी एंबुलेस न मिलने पर घरवालों द्वारा प्राइवेट एंबुलेस मंगाई गई जो समय रहते नहीं पहुंच सकी और मरीज की सांसें थम गईं.

एम्‍बुलेंस न मिलने से होमगार्ड की मौत

  • राजधानी के बख्शी का तालाब में तहसीलदार कार्यालय में तैनात होमगार्ड जसवंत यादव बीकेटी नगर पंचायत के गाजीपुर के रहने वाले हैं.
  • तहसील में करीब पौने दो बजे अचानक दिल का दौरा पड़ने से वह बेहोश होकर गिर पड़े.
  • एसडीएम के वाहन से ले जाकर चालक शिवप्रसाद द्वारा उन्हें राम सागर सौ शैय्या संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया.
  • करीब एक घंटे तक इलाज होने के बाद भी हालत में सुधार नहीं होने पर मरीज को लारी रेफर कर दिया.
  • परिजनों ने जब अस्पताल में एंबुलेस के लिये पता किया तो बताया गया 108 एंबुलेस के कर्मचारियों ने हड़ताल कर रखी है.
  • जिसपर उन्होंने चंद्रिका अस्पताल से संपर्क कर प्राइवेट एंबुलेस मंगवाई.
  • जब तक प्राइवेट एंबुलेस पहुंची तब तक होमगार्ड जसवंत यादव की मौत हो गई.
  • एसडीएम प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी ने भी होमगार्ड के घर पहुंच कर पीड़ित के परिवारवालों को हर संभव मदद का भरोसा दिया है.

अस्पताल के सीएमएस डॉ अजय अग्रवाल ने बताया उनके यहां कोई नियमित एंबुलेंस चालक नहीं है जब कोई चालक हायर किया जाता है तब ही सरकारी एंबुलेस उपलब्ध हो पाती है.

हमारे विभाग के जवान का पांच लाख का बीमा होता है ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर धनराशि उसके परिवार को प्रदान की जाती है. परिवार के किसी को सदस्य मृतक आश्रित कोटे में नौकरी भी मिलती है.
-कृपा शंकर पांडे, जिला कमांडेंट, होमगार्ड विभाग

लखनऊ: राजधानी के बख्शी का तालाब में एंबुलेस नहीं मिलने से तहसील में तैनात होमगार्ड की मौत हो गई. ड्यूटी पर तैनाती के दौरान अचानक दिल का दौरा पड़ने से होमगार्ड जसवंत यादव बेहोश हो गए. आनन-फानन में एसडीएम की गाड़ी से उन्हें राम सागर मिश्र सौ शैय्या संयुक्त चिकित्सालय भेजा गया.

एंबुलेस नहीं मिलने से तहसील में तैनात होमगार्ड की मौत.

इलाज के दौरान हालत गंभीर होने पर लारी कार्डियोलाजी के लिये रेफर किया गया, लेकिन कोई सरकारी एंबुलेस न मिलने पर घरवालों द्वारा प्राइवेट एंबुलेस मंगाई गई जो समय रहते नहीं पहुंच सकी और मरीज की सांसें थम गईं.

एम्‍बुलेंस न मिलने से होमगार्ड की मौत

  • राजधानी के बख्शी का तालाब में तहसीलदार कार्यालय में तैनात होमगार्ड जसवंत यादव बीकेटी नगर पंचायत के गाजीपुर के रहने वाले हैं.
  • तहसील में करीब पौने दो बजे अचानक दिल का दौरा पड़ने से वह बेहोश होकर गिर पड़े.
  • एसडीएम के वाहन से ले जाकर चालक शिवप्रसाद द्वारा उन्हें राम सागर सौ शैय्या संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया.
  • करीब एक घंटे तक इलाज होने के बाद भी हालत में सुधार नहीं होने पर मरीज को लारी रेफर कर दिया.
  • परिजनों ने जब अस्पताल में एंबुलेस के लिये पता किया तो बताया गया 108 एंबुलेस के कर्मचारियों ने हड़ताल कर रखी है.
  • जिसपर उन्होंने चंद्रिका अस्पताल से संपर्क कर प्राइवेट एंबुलेस मंगवाई.
  • जब तक प्राइवेट एंबुलेस पहुंची तब तक होमगार्ड जसवंत यादव की मौत हो गई.
  • एसडीएम प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी ने भी होमगार्ड के घर पहुंच कर पीड़ित के परिवारवालों को हर संभव मदद का भरोसा दिया है.

अस्पताल के सीएमएस डॉ अजय अग्रवाल ने बताया उनके यहां कोई नियमित एंबुलेंस चालक नहीं है जब कोई चालक हायर किया जाता है तब ही सरकारी एंबुलेस उपलब्ध हो पाती है.

हमारे विभाग के जवान का पांच लाख का बीमा होता है ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर धनराशि उसके परिवार को प्रदान की जाती है. परिवार के किसी को सदस्य मृतक आश्रित कोटे में नौकरी भी मिलती है.
-कृपा शंकर पांडे, जिला कमांडेंट, होमगार्ड विभाग

Intro:लखनऊ/ बख्शी का तालाब
एंबुलेस न मिलने से राजधानी के बख्शी का तालाब तहसील में तैनात होमगार्ड की मौत हो गई। ड्यूटी पर तैनाती के दौरान अचानक दिल का दौरा पड़ने से वह बेहोश हो गये। एसडीएम की गाड़ी से उन्हें राम सागर सौ शैय्या संयुक्त चिकित्सालय भेजा गया। वहां इलाज के दौरान हालत गंभीर होने पर लारी कार्डियोलाजी के लिये रेफर किया गया। लेकिन कोई सरकारी एंबुलेस न मिलने पर घरवालों द्वारा प्राइवेट एंबुलेस मंगाई ग ई जो समय रहते नहीं पहुंच सकी और मरीज की सांसें थम गईं।
Body:राजधानी लखनऊ के बख्शी का तालाब में तहसीलदार कार्यालय में तैनात होमगार्ड जसवंत यादव(54) बीकेटी नगर पंचायत के गाजीपुर के रहने वाले हैं। तहसील में करीब पौने दो बजे अचानक दिल का दौरा पड़ने से वह बेहोश होकर गिर पड़े। एसडीएम के वाहन से ले जाकर चालक शिवप्रसाद द्वारा उन्हें राम सागर सौ शैय्या संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। करीब एक घंटे तक इलाज होने के बाद भी हालत में सुधार नहीं हो सका। अस्पताल के डा रोहित सिंह ने बताया उन्होंने मरीज के घरवालों को लारी ले जाने के लिये कहा और रेफर के पेपर बना दिये। होमगार्ड के भतीजे अशोक यादव ने बताया उन्होंने अस्पताल में एंबुलेस के लिये पता किया तो बताया गया 108 एंबुलेस के कर्मचारियों ने हड़ताल कर रखी है वो नहीं मिल पायेगी प्राइवेट एंबुलेस मंगा लो। उसके बाद सीतापुर रोड स्थित चंद्रिका अस्पताल से संपर्क कर प्राइवेट एंबुलेस के लिये मोबाइल नंबर लेकर संपर्क किया। प्राइवेट एंबुलेस यहां अस्पताल पहुंचने में करीब पौने एक घंटे का समय लग गया जब तक वह पहुंची देर हो चुकी थी मरीज की सांसे थम चुकी थी। उसके बाद परिवार वाले शव को उसी एंबुलेस से घर ले गये। राम सागर सौ शैय्या संयुक्त चिकित्सालय में एक सरकारी एंबुलेस उपलब्ध है लेकि वह अस्पताल में उपलब्ध नहीं थी।
अस्पताल के सीएमएस डा अजय अग्रवाल ने बताया उनके यहां कोई एंबुलेंस चालक नहीं है जब तक कोई चालक हायर किया जाता है तब तक सरकारी एंबुलेस उपलब्ध हो जाती है।
जबकि सीएमएस के बयान से इतर अस्पताल की एंबुलेस को दिन में करीब 12 बजे के आसपास आक्सीजन के सिलेंडर भराने के लिये भेज दिया गया था। जबकि अस्पताल प्रशासन को सरकारी एंबुलेस सेवा के कर्मचारियों की हड़ताल पहले से जानकारी में थी। इस लिहाज से अस्पताल की एंबुलेस को आक्सीजन के सिलेंडर भराने न भेजकर उसे अस्पताल में उपलब्ध रखना चाहिये था। होमगार्ड विभाग के जिला कमांडेंट कृपा शंकर पांडे ने बताया हमारे विभाग के जवान का पांच लाख का बीमा होता है ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर धनराशि उसके परिवार को प्रदान की जाती है मृतक आश्रित में नौकरी भी। एसडीएम प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी भी होमगार्ड के जवान के घर पहुंचे उन्होंने भी पीड़ित के परिवारवालों को हर संभव मदद का भरोसा दियाConclusion:यूपी में सरकारी एंबुलेंस सेवा की हड़ताल से लोगों की जान पर बन आई। राजधानी लखन ऊ के बख्शी का तालाब तहसील में ड्यूटी के दौरान दिल का दौरा पड़ने उसकी मौत हो गई। दिल का दौरा पड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया वहां हालत में सुधार न होने पर उसे लारी कार्डियोलाजी के लिये रेफर किया गया। लेकिन एंबुलेंस न मिलने पर उसे अपनी जान गंवाई पड़ गई।

नीरज सिंह राठौर मोबाइल नंबर 9005958677
लखनऊ/बख्शी का तालाब
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