नई दिल्ली: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा हाई है. वह इसलिए क्योंकि, राज्य में चुनाव प्रचार अपने अंतिम चरण पर पहुंच गया है. ऐसे में महाविकास अघाड़ी का पूरा ध्यान विधानसभा चुनावों के लोकल मैनेजमेंट पर केंद्रित हो गया है. इस समय उनका स्थानीय प्रबंधन कार्ड वितरित कर रहे हैं और मतदाताओं तक पहुंच रहे हैं. बता दें कि, 20 नवंबर को होने वाले मतदान से दो दिन पहले, 18 नवंबर को सभी 288 सीटों के लिए प्रचार समाप्त हो जाएगा.
गठबंधन में सबसे अधिक 102 सीटों पर चुनाव लड़ रही कांग्रेस ने पूरे महाराष्ट्र में सामाजिक कल्याण गारंटी कार्ड वितरित करने में मध्य प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना जैसे पड़ोसी राज्यों के कार्यकर्ताओं को शामिल किया है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उनके डिप्टी डीके शिव कुमार और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी सहित दो दक्षिणी राज्यों के शीर्ष नेतृत्व को एमवीए के पक्ष में वोट मांगने के लिए एआईसीसी की तरफ से तैनात किया गया है. कांग्रेस को राज्य के पश्चिमी हिस्सों से अच्छी बढ़त की उम्मीद है. महाराष्ट्र के इस हिस्से में 72 सीटें हैं और विदर्भ क्षेत्र में कुल 40 सीटें हैं.
15 नवंबर को, संगठन के प्रभारी एआईसीसी केसी वेणुगोपाल ने बूथ स्तर के संचालन को सुचारू रूप से चलाने के लिए एआईसीसी पर्यवेक्षकों और समन्वयकों के साथ विदर्भ क्षेत्र में अभियान की समीक्षा की. इस विषय पर पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि, मराठवाड़ा, मुंबई और कोंकण सहित अन्य क्षेत्रों में भी इसी तरह की समीक्षा की जा रही है.
राज्य के वरिष्ठ कांग्रेस नेता चरण सिंह सपरा ने ईटीवी भारत को बताया, "एमवीए का पूरा ध्यान अब बूथ स्तर की गतिविधियों पर है, जिसमें गारंटी कार्ड का वितरण और मतदाताओं तक पहुंचना शामिल है. उन्होंने कहा कि, कुछ दिनों में राज्य में प्रचार अभियान बंद हो रहा है. ऐसे में जमीनी स्तर पर कुछ भी किया जाए तो उसका सीधा असर दिखेगा. महायुति का मुकाबला करने के लिए एआईसीसी के स्टार प्रचारकों का ताबड़तोड़ दौरा भी जारी रहेगा.
16 नवंबर को राहुल गांधी ने चिमूर और धामनगांव में दो रैलियों को संबोधित किया, जबकि प्रियंका गांधी ने शिरडी और कोल्हापुर में दो रैलियों को संबोधित किया. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि 17 नवंबर को वह नागपुर में रोड शो करेंगी. वहीं, कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया ने पंढरपुर में एक रैली को संबोधित किया, जबकि रेवंत ने राजुरा, चंद्रपुर और वर्धा में तीन रैलियों को संबोधित किया.
चंद्रपुर में अपनी रैली के दौरान तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने कहा कि, हर घर में जाकर हिंदी और मराठी में छपे गारंटी कार्ड बांटा जाए. उन्होंने कहा कि, बीजेपी कई तरीकों से मतदाताओं को लुभाने की कोशिश करेगी. कुछ दिन पहले रेवंत ने वर्ली में शिवसेना यूबीटी उम्मीदवार आदित्य ठाकरे और धारावी में कांग्रेस उम्मीदवार ज्योति गायकवाड़ के लिए वोट मांगे थे. उन्होंने कहा कि, कर्नाटक में मराठी लोग हैं और कर्नाटक और तेलंगाना के लोग महाराष्ट्र में रहते हैं. इसलिए दक्षिण के नेता यहां महाराष्ट्र में प्रचार कर रहे हैं.
सपरा ने कहा कि, विधानसभा चुनाव को लेकर इमरान प्रतापगढ़ी और कन्हैया कुमार भी उत्तरी और पूर्वी राज्यों से चुनाव प्रचार कर रहे हैं. कांग्रेस के प्रयासों के अलावा, गठबंधन के भीतर वोटों के हस्तांतरण को सुनिश्चित करने के लिए सहयोगी दलों शिवसेना यूबीटी और एनसीपी-एसपी की क्षमता भी महत्वपूर्ण होगी. अपनी ओर से, एनसीपी-एसपी प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र के मतदाताओं से एक लिखित अपील की है जिसमें उन्होंने स्थानीय गौरव को ठेस न पहुंचाने का आग्रह किया है, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे लगातार महायुति नेताओं पर निशाना साध रहे हैं.
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