लखनऊ: यूपी बोर्ड 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के अंकपत्र जुलाई माह में जारी कर दिए जाएंगे. उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने बुधवार को इसकी घोषणा की. उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में विधानसभा स्थित पारिजात कक्ष में उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के संबंध में उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा तथा बेसिक शिक्षा विभाग की संयुक्त बैठक आयोजित की गई. बैठक में अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा मोनिका एस. गर्ग, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा सुभाष चंद्र शर्मा, सचिव बेसिक शिक्षा रणवीर प्रसाद, महानिदेशक बेसिक शिक्षा विजय किरण आनंद, सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे.
- विभिन्न आयोगों द्वारा चयनित शिक्षकों का शीघ्र तैनाती प्रदान की जाए. चयनित शिक्षकों को इसके लिए किसी भी दशा में भटकना न पड़े. इस कार्य में किसी भी दशा में लापरवाही नहीं होनी चाहिए तथा लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को तत्काल दंडित किया जाए.
- माध्यमिक शिक्षा तथा उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रधानाचार्य और शिक्षकों के ऑनलाइन स्थानांतरण के लिए 28 जून तक पोर्टल खोल दिया जाए.
- संस्कृत अध्यापकों के रिक्त पदों पर शिक्षकों को उपलब्ध कराने के लिए तत्काल नीति निर्धारण कराए जाने का भी निर्देश दिए.
- उच्च शिक्षा विभाग स्नातक/स्नातकोत्तर में प्रवेश के लिए एक पारदर्शी नीति अपनाकर प्रवेश शुरू करें.
यह है 12वीं के अंक निर्धारण का फॉर्मूला
- कक्षा-10 बोर्ड परीक्षा के कुल प्राप्तांक के औसत का 50 प्रतिशत. औसत का आगणन कक्षा-10 के सम्पूर्ण विषयों के कुल प्राप्तांक को कुल विषयों की संख्या अर्थात 6 से विभाजित करके निकाला जाएगा.
- कक्षा-11 की वार्षिक परीक्षा में सम्बन्धित विषय विशेष के 100 अंक के पूर्णांक का 40 प्रतिशत अंक.
- कक्षा-12 की प्री-बोर्ड परीक्षा में सम्बन्धित विषय विशेष के 100 अंक के पूर्णांक का 10 प्रतिशत अंक को जोड़ा जाएगा.