लखनऊ : 'जैसा देश वैसा भेष हो तो ज्यादा बेहतर होगा. मुंबई में लोग देर रात तक बाहर घूमते फिरते रहते हैं, लेकिन जहां अपने यूपी बिहार की बात आती है तो वहां पर कहीं न कहीं मन में असुरक्षित होने का संदेश जरूर होता है, इसलिए एक महिला होने के नाते खुद भी सोचना चाहिए की कहां जाना है और कितने बजे जाना है.' यह बातें ईटीवी भारत के बातचीत के दौरान अभिनेत्री गीतांजलि मिश्रा ने कहीं. दरअसल, वह राजधानी लखनऊ में शनिवार को पहुंचीं. बातचीत के दौरान अभिनेत्री ने कहा कि 'किसी भी रोल में ढलने के लिए बतौर एक्टर कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन बात अगर टेलीविजन इंडस्ट्री, फिल्म इंडस्ट्री और ओटीटी की बात आती है तो मैं ज्यादातर टेलीविजन इंडस्ट्री में ही कंफर्ट हूं, हालांकि तीनों की शूटिंग में ऐसा कोई बड़ा अंतर नहीं है, बस केवल स्ट्रेस का लेवल बढ़ जाता है.'
कॉमेडी कहानी पर आधारित है धारावाहिक : अभिनेत्री ने बातचीत के दौरान बताया कि वह अब 'हप्पू की उल्टन पलटन' धारावाहिक में राजेश सिंह उर्फ रज्जो की भूमिका निभाने वाली हैं. यह धारावाहिक एक कॉमेडी कहानी पर आधारित है. वैसे तो बहुत से धारावाहिकों में काम किया है, लेकिन यह पहला ऐसा धारावाहिक है जिसमें मैं कॉमेडी करने वाली हूं. इससे पहले जितने भी धारावाहिकों में काम किया है. सब में अलग-अलग किरदार निभाया है, लेकिन कॉमेडी किरदार पहली बार होगा. इस धारावाहिक के लिए पिछले एक हफ्ते से शूटिंग कर रही हूं. यह एक ऐसा धारावाहिक है, जिसे हर घर में देखा जाता है और लोग बेहद पसंद भी करते हैं.'
अभिनेत्री गीतांजलि ने बातचीत के दौरान कहा कि 'क्राइम पेट्रोल के एक एपिसोड ने मुझे अंदर से पूरी तरह से बदल दिया. वह एपिसोड दिल्ली में हुई घटना निर्भया केस पर आधारित था, उस एपिसोड में निर्भया का रोल निभाते हुए अंदर से बुरी तरह से टूट गई थी, लेकिन उस केस पर आधारित एपिसोड करने के बाद मेरे पूरे जीवन में बदलाव हुआ है. मुझे लगता है कि जो चीज अपने हाथ में है वह सोच समझ कर करना चाहिए. वास्तव में गीतांजलि कैसी है? इस सवाल पर हंसते हुए उन्होंने जवाब दिया कि अगर सच बताऊं तो मेरा व्यक्तिगत नेचर कहता है कि जो जैसा करता है, उसके साथ वैसा ही करना चाहिए. उदाहरण के लिए अगर मैं किसी को अपनी उंगली पकड़ा रही हूं और वह मेरा हाथ पकड़ने की कोशिश कर रहा हैं तो मैं उसे मुक्का मार दूंगी.'
अभिनेत्री ने कहा कि 'मेरे परफॉर्मेंस की सराहना की. उसे देखकर मेरा दिल खुश हो गया. मुझे जो प्यार और तारीफ चाहिये थी. खासकर अपने किरदार के लिये, उसने मुझे बड़ी खुशी दी. उन्होंने कहा कि लखनऊ आते ही मैं शॉपिंग के लिए निकल पड़ी और मैंने ऐतिहासिक स्मारकों का दौरा किया. खाने-पीने की चीजें मेरी उम्मीद से बढ़कर रहीं. लखनऊ अपने मांसाहारी पकवानों के लिये मशहूर है, लेकिन शाकाहारी होने के नाते भी मुझे किसी फूड फेस्टिवल में होने जैसा एहसास मिला. मैंने कई बेहतरीन व्यंजनों को टेस्ट किया. जैसे कि खस्ता, सब्जी, कुल्फी फालूदा और स्वादिष्ट चाट ने तो मेरा दिल जीत लिया. इस तरह से लखनऊ शाकाहारी लोगों के लिये भी स्वर्ग से कम नहीं है. मैं हजरतगंज और अमीनाबाद बाजारों में भी गई, जहां मैंने चिकनकारी कुर्तियां, साड़ियां और मैचिंग वाले गहने खरीदे. वह एक संतोषजनक अनुभव था. मैं एक बार फिर लखनऊ आना चाहती हूं.'
गीतांजलि मिश्रा ने बताया कि 'मैं भारत में सबसे ज्यादा प्यार पाने वाले किरदारों में से एक 'राजेश' की भूमिका निभाने का मौका मिलने पर रोमांचित हूं. एक दर्शक के तौर पर मैंने इस शो को हमेशा इसके दिलचस्प किरदारों और मनोरंजक कहानियों के कारण देखना पसंद किया है. यह शो मनोरंजन करने से कभी नहीं चूकता है और इसमें दर्शकों के लिए हमेशा कुछ न कुछ मजेदार और रोमांच रहता है. मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझे ऐसा किरदार निभाने को मिलेगा, जिसे मैंने टेलीविजन पर देखना पसंद किया हो. मैं शब्दों में नहीं बता सकती कि मुझे कितना अच्छा लग रहा है और इससे भी ज्यादा बेहतरीन है, योगेश त्रिपाठी (दरोगा हप्पू सिंह), हिमानी शिवपुरी (कटोरी अम्मा) और बाकी पलटन जैसे अनुभवी और उल्लेखनीय कलाकारों के साथ पर्दे पर आने का मौका मिलना.