लखनऊ: योगी सरकार प्रदेश के अजमीने हज पर मेहरबान नजर आ रही है. दरअसल इस बार सरकार ने हज यात्रियों को जो बीमा उलपब्ध कराया है वह छह महीने तक भारत और सऊदी अरब दोनों ही देशों में प्रभावी रहेगा. इस बीमे के जरिए यात्रियों को दो लाख रुपये मुआवजा मिलेगा.
- हज यात्रियों को हज पर जाने से पहले और हज से वापसी के बाद भी बीमा का लाभ मिलेगा.
- राज्य हज कमेटी ने हज यात्रियों को छह महीने की अवधि के बीमे की सुरक्षा दी है.
- इस अवधि में कोई अनहोनी होने पर यात्रियों के परिजनों को दो लाख की आर्थिक मदद मिलेगी.
- प्रदेश से इस बार 32115 लोग राज्य हज कमेटी के जरिए हज को रवाना होंगे.
हज कमेटी के सचिव राहुल गुप्ता ने बताया कि राजधानी के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से रवाना होने वाले हाजियों की पहली उड़ान 21 जुलाई को सऊदी अरब के जद्दा के लिए रवाना होगी. उन्होंने बताया कि प्रदेश से जाने वाले हज यात्रियों को राज्य हज कमेटी प्रत्येक साल 2 लाख के बीमे की सुरक्षा देती है. सऊदी अरब में हज के दौरान बीमा प्रभावी रहता था. वहां पर किसी भी तरह की दुर्घटना होने पर यात्रियों को इसका लाभ मिल पाता था.
राहुल गुप्ता ने बताया कि अगर हज यात्रियों के साथ उनके शहर, देश के किसी भी हिस्से या सऊदी अरब में अनहोनी होती है तो भी बीमे की 2 लाख की रकम उनके परिजनों को दी जाएगी. उन्होंने बताया कि हज यात्रियों का बीमा जुलाई के पहले हफ्ते से शुरू होकर 2 जनवरी 2020 तक प्रभावी रहेगा. वहीं प्रत्येक हज यात्री का मात्र 11.35 रुपये प्रीमियम होगा. इस हिसाब से सभी हज यात्रियों के बीमे का प्रीमियम 3 लाख 66 हजार 500 रुपये बीमा कम्पनी को जमाकर दिया गया है.