मेरठ : जिले में बीते शनिवार को एसटीएफ को बड़ी कामयाबी मिली थी. एसटीएफ ने देर रात कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में अवैध हथियार तस्कर रोहन सिंह को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद एसटीएफ की पूछताछ में गिरफ्तार किए गए रोहन ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. पूछताछ में उसने बताया कि अनिल बंजी एसटीएफ को चखमा देकर कश्मीर भाग गया है. एसटीएफ की टीम अनिल बंजी की लोकेशन के बारे में पता लगाने में जुटी हुई है.
एसटीएफ के एएसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि शनिवार रात कंकरखेड़ा क्षेत्र में एक काली स्काॅर्पियो में हथियारों के जखीरे के साथ बागपत के लोहड्डा गांव निवासी रोहन सिंह को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था. उसके पास गाड़ी से फैक्ट्री मेड 17 सिंगल व डबल बैरल बंदूक, 35 डिब्बों में रखे 700 कारतूस एसटीएफ द्वारा बरामद किए गये थे. रोहन के पिता राकेश कुमार यूपी पुलिस में दारोगा के पद पर कार्यरत हैं और उत्तर प्रदेश के मथुरा में उनकी तैनात है.
एसटीएफ के एएसपी ने बताया कि गिरफ्तार रोहन सिंह ने पूछताछ में बताया कि तीन साल पहले कंकरखेड़ा के डिफेंस एन्क्लेव में रहने वाले अनिल बालियान उर्फ बंजी से उसकी मुलाकात हुई थी. उस समय बंजी प्राॅपर्टी की खरीद फरोख्त के साथ हथियारों की बड़ी तस्करी करने में शामिल था. इस दौरान अनिल बालियान ने मोदीपुरम स्थित कृषि विश्वविद्यालय के डीन राजबीर पर जानलेवा हमला किया था. जिसमें डीन गम्भीर रूप से घायल हुए थे. पूछताछ में उसने बताया कि अनिल के जेल जाने के बाद रोहन ने ही हथियार तस्करी की कमान संभाल ली थी, तभी से दोनों अवैध हथियारों की तस्करी में एक साथ जुड़ गए ओर बड़े पैमाने पर तस्करी शुरू कर दी.
एसटीएफ के एएसपी ने बताया कि थाना कंकरखेड़ा पुलिस द्वारा रोहन की धरपकड़ के दौरान अनिल बंजी मौके से नेपाल भाग गया था. अनिल ने फरारी के बाद अपना मोबाइल नंबर बंद कर दिया था, लेकिन उसके बावजूद उसी नम्बर से वाट्सएप चलाया जा रहा है. एसटीएफ ने उसके वाट्सएप नंबर की जानकारी जुटा ली है. बंजी की लोकेशन अब कश्मीर में मिल रही है. एसटीएफ एसएसपी ने बताया कि 2013 में रोहटा रोड पर बदमाश धर्मेंद्र किरठल के साथी अनिल बामडोली की हत्या की गई थी. इस हत्याकांड में अनिल बालियान उर्फ बंटी पर मुखबिरी का आरोप लगा था, तभी से धर्मेंद्र किरठल और अनिल बंजी आमने-सामने आ गए थे और एक दूसरे के दुश्मन बन गए. धर्मेंद्र से बचने के लिए अनिल बालियान ने संजीव जीवा गैंग के साथ अपना गैंग जोड़ लिया और उसी के गैंग में शामिल होकर हत्या, लूट, अवैध हथियारों का काला कारोबार शुरू कर लिया.
एसटीएफ के एएसपी ने बताया कि उस वक्त फैजाबाद जेल में बंद अनिल बालियान ने संजीव जीवा से मिलकर 12 लाख में एके 47 और 1300 कारतूस भी खरीदे थे, ताकि धर्मेंद्र किरठल पर हमला कर उसको अपने रास्ते से हटाया जा सके और अपना रास्ता साफ हो जाए. इस बीच डीन राजवीर पर हमले के लिए भी अनिल बालियान उर्फ बंजी ने थाना भवन शामली के अनिल उर्फ पिंटू से संपर्क किया था. एसटीएफ के मुताबिक, अनिल उर्फ पिंटू को राजवीर की हत्या करने के लिए एके-47 और 1300 कारतूस दिए गए थे. इन अवैध हथियार की खरीदारी कश्मीर से संजीव जीवा ने की थी. उस समय बंजी अपनी जान बचाकर कश्मीर भाग गया था, वो वहीं से अपना गैंग चला रहा था.