लखनऊ: 21 दिसंबर को 400 साल बाद सबसे बड़ी खगोलीय घटना 'ग्रेट कंजक्शन' घटित हुई, जब दो बड़े ग्रह नजदीक दिखाई दिए. शनि और बृहस्पति 400 साल बाद 0.6 डिग्री की नजदीकी में दिखाई दिए. इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला के वैज्ञानिक सुमित श्रीवास्वत ने बताया कि इससे पहले वर्ष 1623 में ये दोनों ग्रह इतने पास नजर आए थे. इस अद्भुत नजारे को सोमवार की देर शाम देखा गया.
लोगों ने टेलीस्कोप से देखा अद्भुत नजारा नक्षत्रशाला में लगाए गए चार टेलीस्कोप इस घटना को देखने के लिए इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला ने ऑनलाइन लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था की गई थी. यूपी के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी समेत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के निदेशक डॉ. वेद पति मिश्रा व अन्य अधिकारी मौजूद रहे. निदेशक ने बताया कि नक्षत्रशाला में चार टेलीस्कोप लगाए गए हैं, जिनसे इस दुर्लभ घटना की एस्ट्रो फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी कराई गई है.
दूरबीन से देखी खगोलीय घटना. 60 साल बाद दिखेगा ऐसा संयोग उन्होंने बताया कि साल 1623 में यह दोनों ग्रह इतने नजदीक आए थे. अब इन दोनों ग्रहों में नजदीकियां 15 मार्च 2080 को दिखाई देगी. उन्होंने बताया कि शनि और बृहस्पति का यह मिलन हर 20 साल बाद होता है, लेकिन इतनी नजदीकियां कम ही होती हैं. पिछला कंजक्शन साल 2000 में हुआ था. मगर ये दोनों ग्रह सूर्य के पास थे और दिन होने के कारण अद्भुत नजारा देखने को नहीं मिला था.
इसे कहते हैं ग्रेट कंजक्शन
सौर मंडल में पांचवां ग्रह बृहस्पति और छठवां ग्रह शनि निरंतर सूर्य की परिक्रमा करते हैं. जुपिटर की एक परिक्रमा लगभग 11.86 साल में हो पाती है, वहीं शनि को लगभग 29.5 साल लग जाते हैं. परिक्रमा समय के इस अंतर के कारण लगभग हर 19.6 साल में ये दोनों ग्रह साथ दिखते हैं. इसे ही ग्रेट कंजक्शन कहते हैं. अब आने वाले समय में ग्रेट कंजक्शन 5 नवंबर 2040, 10 अप्रैल 2060 और 15 मार्च 2080 को होगा.