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लखनऊ: लॉकडाउन का असर, अपराध के ग्राफ में तेजी से आई गिरावट - lockdown in lucknow

कोरोना वायरस महामारी के कारण देशव्यापी लॉकडाउन है, जिसका असर अब अपराधों पर भी पड़ रहा है. लॉकडाउन के कारण राजधानी लखनऊ में अपराधों में भारी गिरावट दर्ज की गई है.

graph of crime dropped during lockdown in lucknow
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Published : May 11, 2020, 4:14 PM IST

लखनऊ: कोरोना वायरस महामारी के दौरान अपराधों में भारी गिरावट रिकॉर्ड की गई है. राजधानी की बात करें तो वर्ष 2019 के मार्च-अप्रैल महीने की अपेक्षा वर्ष 2020 के मार्च-अप्रैल महीने में अपराध के आंकड़ों में भारी गिरावट आई है. वर्ष 2020 में मई-अप्रैल महीने में हत्या के तीन, लूट के एक, डकैती के शून्य, बलात्कार के तीन व पास्को एक्ट के तीन मामले दर्ज किए गए हैं, जो पिछले वर्ष 2019 के मुकाबले काफी कम हैं.

जानकारी देते ज्वाइंट कमिश्नर नीलाब्जा चौधरी.

2019 में मार्च व अप्रैल महीने में चार लूट की घटनाएं दर्ज की गई थीं, जबकि वर्ष 2020 में इन दो महीने में सिर्फ एक लूट की घटना दर्ज की गई है. हत्या की बात करें तो वर्ष 2019 के दो महीनों में 11 हत्या के मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 2020 में सिर्फ तीन हत्या के मामले दर्ज किए गए हैं. सबसे ज्यादा कमी पास्को एक्ट के तहत दर्ज किए गए मामलों में आई है. वर्ष 2019 में 18 पास्को एक्ट के मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 2020 के इन दो महीनों में सिर्फ तीन पास्को एक्ट के मामले दर्ज किए गए हैं.

वहीं ज्वाइंट कमिश्नर अपराध नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन जारी है. लॉकडाउन के दौरान लोगों का आवागमन काफी कम रहा, जिससे आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस सतर्क भी रही है. डकैती, लूट, हत्या और दुष्कर्म जैसे अपराधों में सबसे ज्यादा कमी रिकॉर्ड की गई है. अब जब लॉकडाउन में कुछ छूट दी गई है तब भी हमारा प्रयास है कि हम इन अपराध के आंकड़ों को बढ़ने न दें. इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं.

इसे भी पढ़ें-गृह मंत्रालय का राज्यों को निर्देश, मेडिकल स्टॉफ को आवाजाही में न हो परेशानी

लखनऊ: कोरोना वायरस महामारी के दौरान अपराधों में भारी गिरावट रिकॉर्ड की गई है. राजधानी की बात करें तो वर्ष 2019 के मार्च-अप्रैल महीने की अपेक्षा वर्ष 2020 के मार्च-अप्रैल महीने में अपराध के आंकड़ों में भारी गिरावट आई है. वर्ष 2020 में मई-अप्रैल महीने में हत्या के तीन, लूट के एक, डकैती के शून्य, बलात्कार के तीन व पास्को एक्ट के तीन मामले दर्ज किए गए हैं, जो पिछले वर्ष 2019 के मुकाबले काफी कम हैं.

जानकारी देते ज्वाइंट कमिश्नर नीलाब्जा चौधरी.

2019 में मार्च व अप्रैल महीने में चार लूट की घटनाएं दर्ज की गई थीं, जबकि वर्ष 2020 में इन दो महीने में सिर्फ एक लूट की घटना दर्ज की गई है. हत्या की बात करें तो वर्ष 2019 के दो महीनों में 11 हत्या के मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 2020 में सिर्फ तीन हत्या के मामले दर्ज किए गए हैं. सबसे ज्यादा कमी पास्को एक्ट के तहत दर्ज किए गए मामलों में आई है. वर्ष 2019 में 18 पास्को एक्ट के मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 2020 के इन दो महीनों में सिर्फ तीन पास्को एक्ट के मामले दर्ज किए गए हैं.

वहीं ज्वाइंट कमिश्नर अपराध नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन जारी है. लॉकडाउन के दौरान लोगों का आवागमन काफी कम रहा, जिससे आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस सतर्क भी रही है. डकैती, लूट, हत्या और दुष्कर्म जैसे अपराधों में सबसे ज्यादा कमी रिकॉर्ड की गई है. अब जब लॉकडाउन में कुछ छूट दी गई है तब भी हमारा प्रयास है कि हम इन अपराध के आंकड़ों को बढ़ने न दें. इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं.

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