लखनऊ: उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस रेल औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) एक ऐप लांच करेगा. इस एप पर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की हर दिन की रिपोर्ट देखी जा सकेगी. यह रिपोर्ट शासन से लेकर आम जनता तक देख सकेंगे. यूपीडा के सीईओ अनीश कुमार अवस्थी ने शनिवार को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य की समीक्षा बैठक की.
यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी ने कहा कि लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. निर्माण कार्य में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखते हुए कार्य में तेजी लाई जाएगी. वहीं निर्माण कार्य में आने वाली बाधाओं का निराकरण तत्काल किया जाए. कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि शीघ्र ही यूपीडा द्वारा एक मोबाइल ऐप लांच किया जाएगा. इसके माध्यम से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य की दैनिक प्रगति देखी जा सकेगी. इस ऐप के माध्यम से आम जनता भी एक्सप्रेस-वे के निर्माण की प्रगति देख सकेगी. बैठक में यूपीडा के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ निर्माण कंपनियों के प्रतिनिधि और यूपीडा द्वारा प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग के लिए सम्बद्ध की गई कंपनी राइट्स इंडिया लिमिटेड की टीम भी मौजूद थी.
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वर्ष 2020 में इस एक्सप्रेस-वे के मुख्य मार्ग को खोलने की योजना है. इसकी कुल लंबाई 340 दशमलव 824 किलोमीटर का लगभग 20% से अधिक भौतिक कार्य पूर्ण कर लिया गया है. अबतक तक 97% से अधिक क्लीयरिंग और ग्रबिंग का कार्य तथा 58 फीसद से अधिक मिट्टी का कार्य पूर्ण कर लिया गया है. इसके साथ ही 98% से अधिक जमीन कराई की जा चुकी है. शेष जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. अब तक 23 अंडरपास और 215 बॉक्स कल्वर्ट्स का निर्माण पूर्ण हो चुका है. साथ ही मेजर ब्रिज, माइनर ब्रिज और आरओबी का निर्माण कार्य जारी है.
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे एनएच 731 लखनऊ, सुलतानपुर रोड (ग्राम चांद सराय) से प्रारंभ होकर बाराबंकी, अमेठी, सुलतानपुर, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ होते हुए गाजीपुर (ग्राम हैदरिया) में एनएच 31 पर समाप्त हो रहा है. इस एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई 340.824 किलोमीटर है. इसके निर्माण के लिए एक्सप्रेस वे को 8 पैकेजों में विभाजित किया गया है. यह एक्सप्रेस पर छह लेन चौड़ा और आठ लेन में विस्तारणीय है. उक्त आठ पैकेजों की कुल अनुबंधित लागत 11216.11 करोड़ है.