लखनऊ: फलपट्टी क्षेत्र मलिहाबाद के बागवान हरे-भरे दिख रहे हैं. साल के प्रत्येक मार्च-अप्रैल माह यहां आम के पेड़-पौधे में कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव किया जाता है. लेकिन इसके बावजूद भी पिछले कुछ साल से बागों से रोग नहीं जा रहे थे, वहीं इस साल पौधे हरे-भरे नजर आ रहे हैं. जबकि इस साल पौधों में कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव भी काफी कम किया गया है. बिना कीटनाशक स्प्रे के ही आम के पेड़-पौधों में नए पत्ते आ रहे हैं, जिससे बागवानों की खुशी का ठिकाना नहीं.
बागवान पंडित हरिशंकर तिवारी ने बताया कि इस समय मौसम में तनिक भी प्रदूषण न होने के कारण फलपट्टी क्षेत्र दिनोंदिन निखरता जा रहा है, जैसे प्रकृति ने फलपट्टी क्षेत्र को गोद में ले लिया हो. बागवानों के अनुसार आम के बागों में निकले नए पल्लव आर्थिक रूप से वर्तमान के साथ-साथ भविष्य भी मजबूत होने के संकेत दे रहे हैं. यह नव पल्लव इस बात का प्रतीत होते हैं कि अगले वर्ष जो आम की फसल भरपूर होगी.