लखनऊ: प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में वर्चुअल क्लास 20 अप्रैल से शुरू की जा चुकी हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और ऑनलाइन क्लास के जरिए विद्यार्थियों को शिक्षा देने का काम हर रोज कितना सफल हो रहा है, इसकी रिपोर्ट सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को हर रोज प्रदेश सरकार को उपलब्ध करानी होगी.
प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला ने 20 अप्रैल को प्रदेश के सभी जिला विद्यालय निरीक्षक और मंडलीय शिक्षा निदेशक से वीडियो कांफ्रेंसिंग में स्पष्ट निर्देश दिए थे कि विद्यार्थियों के पठन-पाठन के लिए स्कूलों में वर्चुअल क्लास संचालित की जाएं. इसके लिए विद्यालय स्तर पर कक्षा वार व्हाट्सएप ग्रुप बनाने का निर्देश भी दिया गया था.
माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडे ने बुधवार को सभी मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक और जिला विद्यालय निरीक्षक को पत्र भेजकर कहा है कि ई-लर्निंग और वर्चुअल क्लासेस की सूचना हर रोज दोपहर 2 बजे के बाद निदेशालय को उपलब्ध कराई जाएं.
इसके लिए निदेशालय की ओर से एक प्रारूप भी भेजा गया है, जिसमें जिलावार विद्यालयों की संख्या, वर्चुअल क्लास के लिए समय सारणी बनाने वाले विद्यालयों की संख्या, शिक्षकों की संख्या, व्हाट्सएप ग्रुप बनाने वाले शिक्षकों की संख्या, कुल नामांकित विद्यार्थियों की संख्या और व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े विद्यार्थियों की संख्या का विवरण मांगा गया है. इस प्रारूप के अनुसार सभी सूचनाएं हर रोज दोपहर 2 बजे के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक की ओर से शासन को उपलब्ध कराई जाएंगी.
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