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यूपी के हर जिले में निशुल्क अभ्युदय कोचिंग, जानिए क्या व्यवस्था कर रही है सरकार - समाज कल्याण विभाग

समाज कल्याण विभाग की ओर से मंगलवार को आदेश जारी हुआ है. यूपी के हर जिले में निशुल्क अभ्युदय कोचिंग का संचालन किया जाएगा. इसके लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति, टास्क फोर्स गठित की जाएगी.

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निशुल्क अभ्युदय कोचिंग
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Published : Apr 27, 2022, 2:23 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हर जिले में निशुल्क अभ्युदय कोचिंग का संचालन किया जाएगा. इसको लेकर समाज कल्याण विभाग की तरफ से मंगलवार को आदेश जारी किया गया है. यहां छात्रों को इंजीनियरिंग मेडिकल से लेकर सिविल सेवा तक की फ्री कोचिंग मिलेगी. इसके लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति, टास्क फोर्स गठित की जाएगी. इसमें राज्य सरकार के अफसरों, अखिल भारतीय सेवाओं और एक पूर्णकालिक शिक्षक व समन्वयक की मदद से कक्षाओं का रोस्टर तैयार किया जाएगा. एक निर्धारित तिथि पर प्रवेश परीक्षा कराकर दाखिले लिए जाएंगे. ऑल इन कुणाल छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार किया जाएगा.

यह है प्रवेश की शर्तें

  • शासनादेश के मुताबिक, प्रवेश परीक्षा के माध्यम से छात्र-छात्राओं का चयन किया जाएगा.
  • उ.प्र. प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी (उपाम) द्वारा निर्धारित तिथि के अनुसार, संबंधित कोर्स के लिए अभ्यर्थियों की आवश्यकतानुसार एक पात्रता परीक्षा, चयन प्रक्रिया तय की जाएगी.
  • जिन पाठयक्रमों की प्रवेश परीक्षा राज्य स्तर से आयोजित नहीं की गई है, उन पाठ्यक्रमों की जरुरत के अनुसार संबंधित जिलाधिकारी अपने स्तर से समिति गठित कर छात्रों का चयन कर सकेंगे.
  • जेईई/नीट के लिए कक्षा 11 एवं 12 में अध्ययनरत अथवा उत्तीर्ण विज्ञान वर्ग के छात्र होना अनिवार्य होगा.
  • सिविल सेवा, पीसीएस परीक्षा के प्रशिक्षण के लिए स्नातक अंतिम वर्ष के छात्र अथवा स्नातक उत्तीर्ण छात्र पात्र होंगे.
  • एनडीए, सीडीएस, क्लैट, बैंकिंग, उ.प्र. अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, टीजीटी, पीजीटी आदि परीक्षाओं की शैक्षिक योग्यताएं भी संबंधित प्रतियोगी परीक्षाओं के अनुरूप होगी.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हर जिले में निशुल्क अभ्युदय कोचिंग का संचालन किया जाएगा. इसको लेकर समाज कल्याण विभाग की तरफ से मंगलवार को आदेश जारी किया गया है. यहां छात्रों को इंजीनियरिंग मेडिकल से लेकर सिविल सेवा तक की फ्री कोचिंग मिलेगी. इसके लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति, टास्क फोर्स गठित की जाएगी. इसमें राज्य सरकार के अफसरों, अखिल भारतीय सेवाओं और एक पूर्णकालिक शिक्षक व समन्वयक की मदद से कक्षाओं का रोस्टर तैयार किया जाएगा. एक निर्धारित तिथि पर प्रवेश परीक्षा कराकर दाखिले लिए जाएंगे. ऑल इन कुणाल छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार किया जाएगा.

यह है प्रवेश की शर्तें

  • शासनादेश के मुताबिक, प्रवेश परीक्षा के माध्यम से छात्र-छात्राओं का चयन किया जाएगा.
  • उ.प्र. प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी (उपाम) द्वारा निर्धारित तिथि के अनुसार, संबंधित कोर्स के लिए अभ्यर्थियों की आवश्यकतानुसार एक पात्रता परीक्षा, चयन प्रक्रिया तय की जाएगी.
  • जिन पाठयक्रमों की प्रवेश परीक्षा राज्य स्तर से आयोजित नहीं की गई है, उन पाठ्यक्रमों की जरुरत के अनुसार संबंधित जिलाधिकारी अपने स्तर से समिति गठित कर छात्रों का चयन कर सकेंगे.
  • जेईई/नीट के लिए कक्षा 11 एवं 12 में अध्ययनरत अथवा उत्तीर्ण विज्ञान वर्ग के छात्र होना अनिवार्य होगा.
  • सिविल सेवा, पीसीएस परीक्षा के प्रशिक्षण के लिए स्नातक अंतिम वर्ष के छात्र अथवा स्नातक उत्तीर्ण छात्र पात्र होंगे.
  • एनडीए, सीडीएस, क्लैट, बैंकिंग, उ.प्र. अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, टीजीटी, पीजीटी आदि परीक्षाओं की शैक्षिक योग्यताएं भी संबंधित प्रतियोगी परीक्षाओं के अनुरूप होगी.

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