लखनऊ: बलरामपुर अस्पताल (Balrampur Hospital) में जालसाजों ने जाल बिछा रखा है, जो तीमारदारों की बेबसी का फायदा उठा रहे हैं. बहला-फुसलाकर तीमारदारों से पैसे ऐंठ रहे हैं. मरीज को प्राइवेट अस्पताल में भेजकर मोटा कमीशन ले रहे हैं. बुधवार को राजधानी लखनऊ में एक तीमारदार के साथ कुछ ऐसी ही घटना हुई. डॉक्टर बनकर जालसाज ने तीमारदार से 30 हजार रुपये ऐंठ लिए. इसकी शिकायत पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है.
सीतापुर बिसवां के दायरा गांव निवासी अलीमुन निशा को पेट संबंधी बीमारी है. उन्होंने स्थानीय डॉक्टरों को दिखाया, लेकिन फायदा नहीं हुआ. दर्द से कराह रहे मरीज को परिजन बुधवार दोपहर बलरामपुर अस्पताल लेकर पहुंचे. यहां डॉक्टरों ने इमरजेंसी में मरीज को भर्ती कर लिया. प्राथमिक इलाज के बाद इमरजेंसी के पहले तल पर मरीज को शिफ्ट कर दिया गया.
मरीज के भाई आशिफ का आरोप है कि वह छोटी बहन नजमा के साथ इमरजेंसी के बाहर बैठा था, तभी एक व्यक्ति उसके पास आया. मरीज के इलाज संबंधी दस्तावेज दिखाने को कहने लगा. आशिफ का कहना है कि उसने व्यक्ति का परिचय पूछा, तो इस पर उसने खुद को डॉक्टर बताया. मरीज अलीमुन का इलाज करने की जानकारी दी, जिसके बाद बेबस भाई ने इलाज संबंधी दस्तावेज उसे सौंप दिए. दस्तावेज देखने के बाद उसने तीमारदारों से 30 हजार रुपये मांगे. परिजनों ने पैसे देने में आनाकानी की, तो जालसाज ने कहा कि बिना पैसे मुकम्मल इलाज मिल पाना संभव नहीं है. यह सुनकर वह परेशान हो गया और बहन की जान बचाने के लिए भाई ने 30 हजार रुपये उसे सौंप दिया. इसके बाद जालसाज फरार हो गया. काफी इंतजार के बाद जब कोई वार्ड में भर्ती मरीज के पास नहीं पहुंचा, तो तीमारदारों ने हंगामा शुरू कर दिया. परिजनों की शिकायत पर पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़ितों को समझाया. पुलिस ने जल्द ही जालसाजों को गिरफ्तार करने का भरोसा दिलाया है.
बलरामपुर अस्पताल (Balrampur Hospital) के सीएमएस डॉ. आरके गुप्ता ने कहा कि मामले की जानकारी बुधवार शाम को हुई. इसकी जांच कराई जाएगी. पीड़ित परिजनों से लिखित शिकायत मांगी गई है. उसके आधार पर सीसीटीवी फुटेज दिखाकर जालसाज की पहचान कराई जाएगी. मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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