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मनीवाइज फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से करोड़ों की धोखाधड़ी, केस दर्ज - lucknow khabare

राजधानी के हजरतगंज कोतवाली में सूरत के एक दंपति समेत 5 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया. मनीवाइज फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के शाखा प्रबंधक दीपक चिलकोटी ने ये मामला दर्ज कराया है.

फाइनेंशियल कंपनी से करोड़ों की धोखाधड़ी
फाइनेंशियल कंपनी से करोड़ों की धोखाधड़ी
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Published : Dec 5, 2020, 1:11 PM IST

लखनऊः बैंकों के साथ आये दिन धोखाधड़ी वाले मामले सामने आ रहे हैं. ताजा मामला लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली इलाके का है. जहां मनीवाइज फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के शाखा प्रबंधक दीपक चिलकोटी ने सूरत के एक दंपति समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. उन्होंने कहा कि फर्जी दस्तावेजों के सहारे उन्होंने 2.84 करोड़ रुपये का लोन लिया और फरार हो गये हैं. इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय ने बताया है कि इस सम्बन्ध की जांच उपनिरीक्षक चंद्रभान गिरि को सौंपी गयी है.

लोन लेकर भागे जालसाज

इंस्पेक्टर अंजनी कुमार के मुताबिक मनीवाइज कंपनी का कार्यालय सिविल अस्पताल के सामने स्थित राधाकृष्ण भवन के दूसरे फ्लोर पर है. गुजरात के सूरत में पारले पाइंट के पास अरिहंत पार्क निवासी सौरभ बी. मोतीवाला ने 6 मई 2019 को कंपनी में लोन के लिए आवेदन किया था. कंपनी के शाखा प्रबंधक के मुताबिक हित सौरभ बी. मोतीवाला को हीरे और मोती की कटान का बड़ा कारोबारी बताया गया था. लोन के गारंटर के तौर पर उनकी पत्नी रिचा हित और सूरत के घोडन रोड पर सेंट जेवियर स्कूल के पास रहने वाले राहुल हेमराज ओसवाल, विशाल हेमराज ओसवाल, नेहा ओसवाल ने अपने दस्तावेज दिये थे. जिसके बाद कंपनी ने उनके कारोबार के आधार पर उन्हें 2.84 करोड़ रुपये का लोन दे दिया. सिक्योरिटी के तौर पर हित सौरभ बी मोतीवाला ने अपने कुछ शेयर गिरवी रखे. जिसके बाद उसने लोन की रकम से कुछ शेयर खरीदे और कुछ रकम अपने सूरत के सलाबातपुरा स्थित स्टेट बैंक के खाते में जमा करवायी. गारंटरो ने लोन का समय से भुगतान करने का आश्वासन दिया था. इसके बाद वे लोन की एक-दो किस्त जमाकर आगे की किस्त देना बंद कर दिये. कंपनी ने जब इसकी जांच करायी तो सारा फर्जीवाड़ा सामने आ गया. जिसमें पता चला कि हित सौरभ बी. मोतीवाला, उसकी पत्नी और दूसरे गारंटर के नाम-पते फर्जी थे. कंपनी के अफसर आरोपियों के गुजरात के सूरत में बताए गये पते पर गये, तो वहां उस नाम का कोई भी शख्स नहीं मिला. जिस नबंर से आरोपी बातचीत करते थे, वो भी बंद हो गये. जिसके बाद शाखा प्रबंधक ने गुरूवार को हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज करायी है.

लखनऊः बैंकों के साथ आये दिन धोखाधड़ी वाले मामले सामने आ रहे हैं. ताजा मामला लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली इलाके का है. जहां मनीवाइज फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के शाखा प्रबंधक दीपक चिलकोटी ने सूरत के एक दंपति समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. उन्होंने कहा कि फर्जी दस्तावेजों के सहारे उन्होंने 2.84 करोड़ रुपये का लोन लिया और फरार हो गये हैं. इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय ने बताया है कि इस सम्बन्ध की जांच उपनिरीक्षक चंद्रभान गिरि को सौंपी गयी है.

लोन लेकर भागे जालसाज

इंस्पेक्टर अंजनी कुमार के मुताबिक मनीवाइज कंपनी का कार्यालय सिविल अस्पताल के सामने स्थित राधाकृष्ण भवन के दूसरे फ्लोर पर है. गुजरात के सूरत में पारले पाइंट के पास अरिहंत पार्क निवासी सौरभ बी. मोतीवाला ने 6 मई 2019 को कंपनी में लोन के लिए आवेदन किया था. कंपनी के शाखा प्रबंधक के मुताबिक हित सौरभ बी. मोतीवाला को हीरे और मोती की कटान का बड़ा कारोबारी बताया गया था. लोन के गारंटर के तौर पर उनकी पत्नी रिचा हित और सूरत के घोडन रोड पर सेंट जेवियर स्कूल के पास रहने वाले राहुल हेमराज ओसवाल, विशाल हेमराज ओसवाल, नेहा ओसवाल ने अपने दस्तावेज दिये थे. जिसके बाद कंपनी ने उनके कारोबार के आधार पर उन्हें 2.84 करोड़ रुपये का लोन दे दिया. सिक्योरिटी के तौर पर हित सौरभ बी मोतीवाला ने अपने कुछ शेयर गिरवी रखे. जिसके बाद उसने लोन की रकम से कुछ शेयर खरीदे और कुछ रकम अपने सूरत के सलाबातपुरा स्थित स्टेट बैंक के खाते में जमा करवायी. गारंटरो ने लोन का समय से भुगतान करने का आश्वासन दिया था. इसके बाद वे लोन की एक-दो किस्त जमाकर आगे की किस्त देना बंद कर दिये. कंपनी ने जब इसकी जांच करायी तो सारा फर्जीवाड़ा सामने आ गया. जिसमें पता चला कि हित सौरभ बी. मोतीवाला, उसकी पत्नी और दूसरे गारंटर के नाम-पते फर्जी थे. कंपनी के अफसर आरोपियों के गुजरात के सूरत में बताए गये पते पर गये, तो वहां उस नाम का कोई भी शख्स नहीं मिला. जिस नबंर से आरोपी बातचीत करते थे, वो भी बंद हो गये. जिसके बाद शाखा प्रबंधक ने गुरूवार को हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज करायी है.

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