लखनऊः अडानी एयरपोर्ट ग्रुप लखनऊ में भर्ती के नाम पर फर्जीवाड़ा पकड़ में आया है. चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में प्रोटोकॉल अफसर व ग्राउंड स्टाफ की भर्ती के लिए बेरोजगारों से ऑनलाइन पंजीकरण शुल्क वसूल लिया. जालसाजों ने एक वेबसाइट व फेसबुक पर फर्जी अकाउंट बनाकर बेरोजगारों को ठगा है. इस मामले में अडानी एयरपोर्ट ग्रुप के एचआर मैनेजर अभिषेक जायसवाल ने लखनऊ साइबर सेल में मुकदमा दर्ज कराया है.
सोशल मीडिया पर वैकेंसी निकाल लाखों ठगे
बता दें कि उड्डयन मंत्रालय ने अक्टूबर 2020 में लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा को अडानी ग्रुप को चलाने के लिए दिया है. अडानी ग्रुप के पास एटीसी को छोड़कर शेष सभी सर्विस हैं. जालसाजों ने नवंबर में फेसबुक और एक वेबसाइट पर अडानी लखनऊ इंटरनेशन एयरपोर्ट लिमिटेड और चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर प्रोटोकाल आफिसर के अलावा ग्राउंड स्टाफ के कई पदों के लिए भर्ती निकाली है.
80 हजार रखी गई पंजीकरण की डिमांड
शिबानी एयर सर्विस के नाम से एक वेबसाइट और इसके फेसबुक अकाउंट का भी इस्तेमाल किया गया. साथ ही दो अन्य अलग-अलग यूआरएल नंबर से भर्ती की पोस्ट की गई. बायोडाटा के साथ अभ्यर्थियों से पंजीकरण के रूप में डिमांड 80 हजार रुपये की रखी गई. पंजीकरण के नाम पर पहले 1180 रुपये और फिर शेष राशि कई चरणों में कोलकाता में आइसीआइसीआई और पश्चिम बंगाल में ही नैहटी के भारतीय स्टेट बैंक के अकाउंट में सीधे जमा करने को कहा गया. कई अभ्यर्थियों ने पंजीकरण राशि भी ऑनलाइन जमा कर दी.
कंपनी के एचआर ने दर्ज कराया मुकदमा
फर्जी भर्ती का मामला अडानी लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. के अधिकारियों तक पहुंचा तो अहमदाबाद स्थित ग्रुप मुख्यालय ने एक टीम से इसकी जांच कराई. इसके बाद अडानी लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. की ओर से कंपनी के एचआर हेड अभिषेक जयसवाल ने शनिवार को साइबर सेल को फेसबुक व वेबसाइट पर हो रही फर्जी भर्ती को लेकर धोखाधड़ी किए जाने की एफआइआर दर्ज कराई. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. वहीं साइबर सेल के नोडल अफसर का कहना है फेसबुक और गूगल से साइटों की डिटेल मंगाई गई है.
फर्जी कंपनी ने खुद को रेटिंग भी दी
शिबानी एयर सर्विस लि. ने सोशल मीडिया पर मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेटर अफेयर, भारत सरकार की ओर से कंपनी एक्ट में प्रमाणन का वर्ष 2015 का प्रमाण पत्र भी अपलोड किया है. मूल रूप से कोलकाता का पता दर्शाने वाली इस कंपनी ने खुद को आइएसओ 9001:2015 की ग्रेडिंग के साथ अपनी रेटिंग भी ऑनलाइन पोस्ट की. वहीं, इस कंपनी की वेबसाइट पर नौ जनवरी को मनीकांत नाम के युवक ने पोस्ट कर लिखा है कि यह कंपनी धोखा दे रही है. मुझसे नौकरी के नाम पर अस्सी हजार रुपये मांगे गए. तीन हजार रुपये देने के बाद भी कंपनी की स्वरानली मैडम ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया है.