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सिंचाई विभाग में नौकरी के नाम पर 4 लाख की ठगी, आबकारी कर्मचारी सहित तीन पर एफआईआर - आबकारी विभाग

सिंचाई विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा देकर जालसाजों ने एक युवक से चार लाख रुपये ठग लिए. भुक्तभोगी की शिकायत पर आशियाना थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई.

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Published : Dec 31, 2022, 7:50 AM IST

Updated : Dec 31, 2022, 8:06 AM IST

लखनऊ : सिंचाई विभाग में नौकरी (job in irrigation department) दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवक से ठगी का मामला सामने आया है. जालसाजों ने सिंचाई विभाग लखनऊ में पंप ऑपरेटर के पद पर नियुक्ति (Appointment to the post of Pump Operator in Irrigation Department, Lucknow) के नाम पर चार लाख की ठगी की. पीड़ित युवक की शिकायत पर आबकारी विभाग के एक कर्मचारी सहित तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है.


पुलिस के अनुसार विशाल कुमार रावत निवासी बंगला बाजार आशियाना ने मुख्यमंत्री जनसुनवाई जनता दर्शन में शिकायत की थी. विशाल के मुताबिक उसका मौसेरा भाई प्रकाश सिंह चौधरी निवासी पीजीआई (Prakash Singh Chaudhary resident PGI) जो आबकारी विभाग प्रयागराज उत्तर प्रदेश में नौकरी करते हैं. प्रकाश ने बताया कि सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश पंप ऑपरेटर तथा लिपिक की वैकेंसी निकली है. मेरे मेरठ वाले एक दोस्त भविष्य सचदेवा का एक दोस्त अमरेंद्र प्रताप सिंह निवासी नोएडा (Amarendra Pratap Singh resident Noida) उत्तर प्रदेश के सिंचाई विभाग में अधिकारी से घरेलू संबंध हैं. वह तुम्हारी नौकरी लगवा देंगे. बेरोजगारी के चलते पीड़ित ने बात मान ली. इस पर पीड़ित ने अमरेंद्र से संपर्क किया. इसके बाद अमरेंद्र के साथ आए एक व्यक्ति ने सिंचाई विभाग के फार्म भर कर पीड़ित के हस्ताक्षर कराए और सभी डॉक्यूमेंट की फोटोकॉपी संलग्न करा लिया. बताया कि नियुक्ति पत्र मिलने के बाद कुल 8 लाख रुपये पड़ेंगे जिसमें से चार लाख मेरे बैंक अकाउंट में पहले ही आरटीजीएस करना पड़ेगा.

पांच जनवरी को अमरेंद्र ने फोन कर बताया कि तुम्हारी पंप ऑपरेटर के पद पर नियुक्ति हो गई है. कल सुबह फोन करके ज्वाइनिंग लेटर ले लो. पीड़ित ने अगले दिन अमरेंद्र को कॉल किया तो अमरेंद्र सिंचाई विभाग की ऑफिस आवास विकास के सामने वृंदावन कॉलोनी लखनऊ बुलाया. वहां प्रार्थना पत्र के साथ संलग्न नियुक्ति पत्र की छाया प्रति की मूल प्रति पीड़ित को दी और अमरेंद्र ने चार लाख अपने खाते में आरटीजीएस करने को कहा. इसके बाद पीड़ित ने चार लाख रुपये अमरेंद्र के खाते में आरटीजीएस कर दिए. थोड़े दिन बीतने पर जब ज्वाइनिंग के बारे में पूछा तो अमरेंद्र ने बताया कि चुनाव के चलते नियुक्ति नहीं हो पा रही है. चुनाव के बाद तुम 2 लाख रुपये की व्यवस्था किए रहना. तुम्हारी नियुक्ति लिपिक के पद पर कर दी गई है. जिसके बाद कई हफ्ते बीत जाने के बाद भी जब ज्वाइनिंग नहीं हुई तो अमरेंद्र को फोन किया. जिस पर वह लोग टालमटोल करने लगा. बाद में अमरेंद्र के साथ वाले व्यक्ति ने बताया कि सिंचाई मंत्रालय बदल जाने के कारण तुम्हारी नियुक्ति नहीं हो सकती है.

थाना प्रभारी आशियाना अजय प्रकाश मिश्रा (Station in-charge Ashiana Ajay Prakash Mishra) ने बताया कि एक बेरोजगार युवक को सिचाईं विभाग में नौकरी (job in irrigation department) दिलाने के नाम पर आबकारी विभाग के एक अधिकारी सहित तीन लोगों ने चार लाख रुपये की ठगी कर ली. पीड़ित की शिकायत के आधार पर आबकारी विभाग के अधिकारी सहित तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है.

लखनऊ : सिंचाई विभाग में नौकरी (job in irrigation department) दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवक से ठगी का मामला सामने आया है. जालसाजों ने सिंचाई विभाग लखनऊ में पंप ऑपरेटर के पद पर नियुक्ति (Appointment to the post of Pump Operator in Irrigation Department, Lucknow) के नाम पर चार लाख की ठगी की. पीड़ित युवक की शिकायत पर आबकारी विभाग के एक कर्मचारी सहित तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है.


पुलिस के अनुसार विशाल कुमार रावत निवासी बंगला बाजार आशियाना ने मुख्यमंत्री जनसुनवाई जनता दर्शन में शिकायत की थी. विशाल के मुताबिक उसका मौसेरा भाई प्रकाश सिंह चौधरी निवासी पीजीआई (Prakash Singh Chaudhary resident PGI) जो आबकारी विभाग प्रयागराज उत्तर प्रदेश में नौकरी करते हैं. प्रकाश ने बताया कि सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश पंप ऑपरेटर तथा लिपिक की वैकेंसी निकली है. मेरे मेरठ वाले एक दोस्त भविष्य सचदेवा का एक दोस्त अमरेंद्र प्रताप सिंह निवासी नोएडा (Amarendra Pratap Singh resident Noida) उत्तर प्रदेश के सिंचाई विभाग में अधिकारी से घरेलू संबंध हैं. वह तुम्हारी नौकरी लगवा देंगे. बेरोजगारी के चलते पीड़ित ने बात मान ली. इस पर पीड़ित ने अमरेंद्र से संपर्क किया. इसके बाद अमरेंद्र के साथ आए एक व्यक्ति ने सिंचाई विभाग के फार्म भर कर पीड़ित के हस्ताक्षर कराए और सभी डॉक्यूमेंट की फोटोकॉपी संलग्न करा लिया. बताया कि नियुक्ति पत्र मिलने के बाद कुल 8 लाख रुपये पड़ेंगे जिसमें से चार लाख मेरे बैंक अकाउंट में पहले ही आरटीजीएस करना पड़ेगा.

पांच जनवरी को अमरेंद्र ने फोन कर बताया कि तुम्हारी पंप ऑपरेटर के पद पर नियुक्ति हो गई है. कल सुबह फोन करके ज्वाइनिंग लेटर ले लो. पीड़ित ने अगले दिन अमरेंद्र को कॉल किया तो अमरेंद्र सिंचाई विभाग की ऑफिस आवास विकास के सामने वृंदावन कॉलोनी लखनऊ बुलाया. वहां प्रार्थना पत्र के साथ संलग्न नियुक्ति पत्र की छाया प्रति की मूल प्रति पीड़ित को दी और अमरेंद्र ने चार लाख अपने खाते में आरटीजीएस करने को कहा. इसके बाद पीड़ित ने चार लाख रुपये अमरेंद्र के खाते में आरटीजीएस कर दिए. थोड़े दिन बीतने पर जब ज्वाइनिंग के बारे में पूछा तो अमरेंद्र ने बताया कि चुनाव के चलते नियुक्ति नहीं हो पा रही है. चुनाव के बाद तुम 2 लाख रुपये की व्यवस्था किए रहना. तुम्हारी नियुक्ति लिपिक के पद पर कर दी गई है. जिसके बाद कई हफ्ते बीत जाने के बाद भी जब ज्वाइनिंग नहीं हुई तो अमरेंद्र को फोन किया. जिस पर वह लोग टालमटोल करने लगा. बाद में अमरेंद्र के साथ वाले व्यक्ति ने बताया कि सिंचाई मंत्रालय बदल जाने के कारण तुम्हारी नियुक्ति नहीं हो सकती है.

थाना प्रभारी आशियाना अजय प्रकाश मिश्रा (Station in-charge Ashiana Ajay Prakash Mishra) ने बताया कि एक बेरोजगार युवक को सिचाईं विभाग में नौकरी (job in irrigation department) दिलाने के नाम पर आबकारी विभाग के एक अधिकारी सहित तीन लोगों ने चार लाख रुपये की ठगी कर ली. पीड़ित की शिकायत के आधार पर आबकारी विभाग के अधिकारी सहित तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है.

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Last Updated : Dec 31, 2022, 8:06 AM IST
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