लखनऊ: राजधानी में जालसाजों का गिरोह आए दिन सक्रिय नजर आ रहा है. ऐसे ही दो मामले गोमतीनगर और विभूति खंड थाने में दर्ज हुए है. बताया गया है कि आरोपियों ने प्लॉट दिलाने का झांसा देकर ठगी की है. रुपये वापस मांगने पर आरोपियों द्वारा पीड़ितों को धमकाया जा रहा है. पुलिस केस दर्ज कर पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई करने का दावा कर रही है.
पहला मामला
जानकारी के मुताबिक, गोमती नगर विस्तार के रहने वाले आशीष यादव ने प्लॉट खरीदने के लिए बीते कुछ माह पूर्व अपने एक परिचित मित्र संजय से बात की थी. जिस पर संजय ने मलेशिया मऊ के रहने वाले फारूक से मुलाकात कराई. आरोपी फारूक ने खुद का प्लॉट बताते हुए पीड़ित को एक प्लॉट दिखाया. प्लॉट पसंद आने पर उसका सौदा 30 लाख रुपये में तय हो गया. पीड़ित ने एडवांस के तौर पर फारुख को 5 लाख रुपये दिए. साथ ही 25 लाख रुपयों का भुगतान किस्तों में अदा कर दिया गया. लेकिन पैसा मिलने के बाद भी आरोपी फारुख के द्वारा न तो प्लॉट की रजिस्ट्री की गई और न ही पीड़ित को उसका रुपये वापस किया गया. रुपये वापस मांगने पर आरोपियों ने उसको धमकाना शुरू कर दिया. इसके बाद उसने गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज करा कर कार्रवाई की मांग की है. इंस्पेक्टर गोमती नगर के के मिश्रा का कहना है कि अधिकारियों के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
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दूसरा मामला
दूसरा मामला विभूति खंड थाने में दर्ज हुआ है. इस मामले में जानकीपुरम के रहने वाले कंचन सिंह को प्लॉट दिलाने के लिए शरद सक्सेना और शिवम नामक युवक ने संपर्क किया. बताया गया है कि इन आरोपियों ने मोहनलालगंज स्थित साउथ पर दो प्लॉट ढाई-ढाई लाख रुपए में बुक कर दिए. प्लॉट का भुगतान किस्तों में कंचन ने उन्हें रुपये अदा कर दिए. रुपये किस्तों में अदा करने के बाद भी उस प्लॉट की रजिस्ट्री नहीं की गई. पीड़ित ने जब आरोपियों से उस प्लॉट की रजिस्ट्री करने की बात कही तो टालमटोल करना शुरू कर दिया गया. बाद में उन्हें धमकी भी दी जाने लगी. इसके बाद पीड़ित कंचन ने इस मामले की जानकारी पुलिस अधिकारियों को दी. विभूति खंड थाने में दर्ज करवाया गया है. अधिकारियों ने पुलिस को पूरे मामले की जांच करने के आदेश भी दिए हैं.