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शिकंजे में बहरूपिया ठग, साधु बनकर मांगा था 5 हजार रुपये और सोने की चेन

हजारीबाग में योगी के भेष में ठगी करने वाले एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपी 16 साल पहले लापता युवक के नाम पर उसके परिजनों से ठगी कर रहा था.

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी.
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी.
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Published : Jan 3, 2021, 10:31 PM IST

हजारीबागः जिला में ठगी का मामला प्रकाश में आया है. योगी के भेष में ठगी करने वाले शफीक नाम के एक युवक को पुलिस के गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल गिरफ्त में आया युवक एक परिवार को झांसे में लेकर उसे ठगने का काम कर रहा था. उसने खुद को उस परिवार का 16 साल पहले लापता हुआ युवक बताया. इसके बाद वह उस परिवार के साथ रहने लगा था.

जानकारी देते थाना प्रभारी.

लापता युवक के नाम पर ठगी
जिला में ठगी का अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया है. मामला इचाक थाना क्षेत्र के झरपो निवासी कोलेश्वर मिश्रा के घर से जुड़ा हुआ है. दरअसल 16 साल पहले कोलेश्वर मिश्रा का बेटा सुबोध मिश्रा घर से लापता हो गया. लापता होने के बाद उसकी तलाश की गई, लेकिन परिजनों को किसी भी तरह की जानकारी नहीं मिली. अचानक 16 साल बाद कोलेश्वर मिश्रा को जानकारी मिली की उसका बेटा उसके किसी परिजन जो बरही में रहते है उनके यहां भिक्षा मांगने के लिए आया है. जानकारी मिलने के बाद कोलेश्वर मिश्रा बरही गए और उसे घर आने को कहा, लेकिन खुद को सुबोध मिश्रा बताने वाला शफीक घर नहीं गया और कुछ दिन बाद आने की बात कह कर टाल दिया. कुछ दिन के बाद शफिक घर आया और अपने कथित मां पिता से मिला और भिक्षा मांगा, लेकिन उसे घर वालों ने भिक्षा देने से इनकार कर दिया. कुछ दिन के बाद वह घर लौटकर अपने कथित माता से 10 हजार रुपये और मोबाइल की मांग की. उस युवक को पैसा और मोबाइल भी दिया गया और फिर वह चला गया.

इसे भी पढ़ें- केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा का किया अनावरण, दी श्रद्धांजलि

5 हजार रुपये और सोने की चेन की मांग
कुछ दिन बाद वह पीड़ित परिवार के अन्य परिजनों से पैसे की मांग करने रहा. उसे साधु समझकर पैसा दिया गया, लेकिन अचानक बीते शनिवार को वह पीड़ित परिवार की छोटी बेटी के घर चतरा जिला के सिमरिया गया. उससे 5 हजार रुपये और सोने की चेन की मांग की. ऐसे में कोलेश्वर मिश्रा की बेटी ने हजारीबाग अपनी मां को फोन करके यह बात बताई. जानकारी मिलने के बाद पीड़ित परिवार अपने बेटे से मिलने को सिमरिया पहुंचा और उसे हजारीबाग ले आया.

परिजनों का कहना है कि यह आरोपी ठग उसके बेटे का अपहरण कर परिवार की सारी जानकारी ले लिया है. इसके बाद इस तरह की घटना को अंजाम दे रहा है. परिजनों का यह भी कहना है कि जब भी वह गांव आया है तो अलग-अलग युवक के साथ आया है. परिजनों का यह भी कहना है कि उसने भंडारा करने के नाम पर 3 लाख 50 हजार रुपये की भी मांग की थी और कहा था कि इसके बाद ही में घर लौट सकता हूं.

उत्तर प्रदेश के गोंडा का रहने वाला आरोपी
परिवार को शक होने पर उन्होंने पूछताछ की, तब युवक ने असली परिचय देते हुए अपना नाम शफीक बताया जो उत्तर प्रदेश के गोंडा का रहने वाला है. जब उसके साथ ग्रामीणों ने और सख्ती बरती तो उसने मामलों का खुलासा किया. ऐसे में स्थानीय लोगों ने रातभर उसे कमरे में बंद करके रखा और सुबह पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस अब मामले की तफ्तीश कर रही है. प्रथम दृष्टा से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह एक शातिर ठग है. वहीं पुलिस अन्य बिंदु पर भी जांच कर रही है.

हजारीबागः जिला में ठगी का मामला प्रकाश में आया है. योगी के भेष में ठगी करने वाले शफीक नाम के एक युवक को पुलिस के गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल गिरफ्त में आया युवक एक परिवार को झांसे में लेकर उसे ठगने का काम कर रहा था. उसने खुद को उस परिवार का 16 साल पहले लापता हुआ युवक बताया. इसके बाद वह उस परिवार के साथ रहने लगा था.

जानकारी देते थाना प्रभारी.

लापता युवक के नाम पर ठगी
जिला में ठगी का अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया है. मामला इचाक थाना क्षेत्र के झरपो निवासी कोलेश्वर मिश्रा के घर से जुड़ा हुआ है. दरअसल 16 साल पहले कोलेश्वर मिश्रा का बेटा सुबोध मिश्रा घर से लापता हो गया. लापता होने के बाद उसकी तलाश की गई, लेकिन परिजनों को किसी भी तरह की जानकारी नहीं मिली. अचानक 16 साल बाद कोलेश्वर मिश्रा को जानकारी मिली की उसका बेटा उसके किसी परिजन जो बरही में रहते है उनके यहां भिक्षा मांगने के लिए आया है. जानकारी मिलने के बाद कोलेश्वर मिश्रा बरही गए और उसे घर आने को कहा, लेकिन खुद को सुबोध मिश्रा बताने वाला शफीक घर नहीं गया और कुछ दिन बाद आने की बात कह कर टाल दिया. कुछ दिन के बाद शफिक घर आया और अपने कथित मां पिता से मिला और भिक्षा मांगा, लेकिन उसे घर वालों ने भिक्षा देने से इनकार कर दिया. कुछ दिन के बाद वह घर लौटकर अपने कथित माता से 10 हजार रुपये और मोबाइल की मांग की. उस युवक को पैसा और मोबाइल भी दिया गया और फिर वह चला गया.

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5 हजार रुपये और सोने की चेन की मांग
कुछ दिन बाद वह पीड़ित परिवार के अन्य परिजनों से पैसे की मांग करने रहा. उसे साधु समझकर पैसा दिया गया, लेकिन अचानक बीते शनिवार को वह पीड़ित परिवार की छोटी बेटी के घर चतरा जिला के सिमरिया गया. उससे 5 हजार रुपये और सोने की चेन की मांग की. ऐसे में कोलेश्वर मिश्रा की बेटी ने हजारीबाग अपनी मां को फोन करके यह बात बताई. जानकारी मिलने के बाद पीड़ित परिवार अपने बेटे से मिलने को सिमरिया पहुंचा और उसे हजारीबाग ले आया.

परिजनों का कहना है कि यह आरोपी ठग उसके बेटे का अपहरण कर परिवार की सारी जानकारी ले लिया है. इसके बाद इस तरह की घटना को अंजाम दे रहा है. परिजनों का यह भी कहना है कि जब भी वह गांव आया है तो अलग-अलग युवक के साथ आया है. परिजनों का यह भी कहना है कि उसने भंडारा करने के नाम पर 3 लाख 50 हजार रुपये की भी मांग की थी और कहा था कि इसके बाद ही में घर लौट सकता हूं.

उत्तर प्रदेश के गोंडा का रहने वाला आरोपी
परिवार को शक होने पर उन्होंने पूछताछ की, तब युवक ने असली परिचय देते हुए अपना नाम शफीक बताया जो उत्तर प्रदेश के गोंडा का रहने वाला है. जब उसके साथ ग्रामीणों ने और सख्ती बरती तो उसने मामलों का खुलासा किया. ऐसे में स्थानीय लोगों ने रातभर उसे कमरे में बंद करके रखा और सुबह पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस अब मामले की तफ्तीश कर रही है. प्रथम दृष्टा से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह एक शातिर ठग है. वहीं पुलिस अन्य बिंदु पर भी जांच कर रही है.

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