लखनऊः लॉकडाउन के चलते विभिन्न राज्यों में फंसे 4500 से ज्यादा श्रमिकों को लेकर चार श्रमिक स्पेशल ट्रेन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचीं. यह ट्रेन बंगलुरु, केरल, हैदराबाद और जालंधर से मजदूरों को लेकर उत्तर रेलवे लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचीं. हैदराबाद से आई श्रमिक स्पेशल ट्रेन बाराबंकी के लिए रवाना हो गई. सभी यात्रियों को रोडवेज बसों से उनके घरों के लिए रवाना किया गया.
बिना किराया लिए घर पहुंचाया
दूसरे राज्य में बसे उत्तर प्रदेश के मजदूरों की श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के जरिए घर वापसी हो रही है. उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को चार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से आए मजदूरों को परिवहन निगम की बसों से मुफ्त में घर तक पहुंचाया. जालंधर से 1164 यात्रियों को लेकर ट्रेन लखनऊ पहुंची थी, यहां से 38 रोडवेज बसों के जरिए इन सभी को उनके गंतव्य के लिए रवाना किया गया. इनमें सबसे ज्यादा मजदूर बहराइच के रहने वाले थे.
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
सुबह करीब 6:40 बजे बंगलुरु से 1192 श्रमिकों को लेकर ट्रेन चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंची. सभी श्रमिकों को उतारकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए चेकअप कराया गया. इसके बाद लंच पैकेट देकर बसों से उन्हें उनके घर भेजा गया. इन्हें भेजने के लिए रेलवे स्टेशन के बाहर 43 बसें लगाई गई थीं. ट्रेन में सबसे ज्यादा श्रमिक सोनभद्र, गाजीपुर, गोंडा, बलरामपुर, प्रतापगढ़, अमरोहा, अंबेडकर नगर, मुरादाबाद, गोरखपुर, कुशीनगर और देवरिया जिले के थे.
40 बसें रेलवे स्टेशन के बाहर लगाई गईं
हैदराबाद से सुबह 6:30 बजे बाराबंकी के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन 1079 यात्रियों को लेकर पहुंची. इन श्रमिकों में बड़ी संख्या में हरदोई, लखनऊ, सीतापुर और लखीमपुर के थे. इन जिलों के लिए 40 बसें लगाकर रोडवेज प्रशासन ने उन्हें उनके गृह जनपदों को भेज दिया. केरल के एर्नाकुलम से सुबह 11 बजे के करीब 1072 मजदूर श्रमिक स्पेशल ट्रेन से पहुंचे. इन्हें घर भेजने के लिए रोडवेज ने 40 बसें रेलवे स्टेशन के बाहर लगाई थीं. इनमें से ज्यादातर यात्री गोरखपुर, प्रतापगढ़, एटा और प्रयागराज जनपद के थे. इन सभी श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से कुल 4507 श्रमिकों को थर्मल स्क्रीनिंग और लंच पैकेट देने के बाद बसों से उनके घरों को रवाना किया गया.