नई दिल्ली/लखनऊ: केंद्र सरकार को सबसे पहले उत्तर प्रदेश की अलोकतांत्रिक सरकार पर अंकुश लगाना चाहिए. उत्तर प्रदेश लोकतंत्र और मानवता के लिए खतरा बन चुका है. यह बात जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में मीडिया से बोले. वे छात्रों और आम नागरिकों के सिटिजन अमेंडमेंट एक्ट (CAA) और NRC के खिलाफ प्रदर्शन को समर्थन देने पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि समय आ गया है कि सभी विपक्ष को उत्तर प्रदेश जाना चाहिए क्योंकि वहां पर लोगों जानवर की तरह मार जा रहा है.
'एकजुट होकर लड़ने की जरूरत'
पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में इंसानियत का कत्लेआम हो रहा है. वहां लोगों की जाति-धर्म पूछ कर मारा जा रहा है. उन्होंने सभी विपक्षी नेताओं से अपील करते हुए कहा कि जिस तरह से यूपी में हालात हैं. हम सबको एकजुट होकर यूपी सरकार के खिलाफ लड़ने की जरूरत है. क्योंकि अब इस मुल्क को बचाने की जरूरत है.
'सीएम योगी पर साधा निशाना'
पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ झारखंड में लोगों को संबोधित करते हुए कहते हैं कि अगर अंसारी जीता तो मंदिर नहीं बनेगा. इस पर चुनाव आयोग भी कुछ नहीं बोलता और न ही कोई कार्रवाई करता है. उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा, मस्जिद और गिरजाघर यह मेरी संस्कृति है. यह लोग मंदिर और मस्जिद के नाम पर लोगों में बांटने का भाव डाल रहे हैं.
'संविधान को बचना होगा'
पप्पू यादव ने कहा कि अब वक्त आ गया है संविधान को बचाने का. उसके लिए अगर हम लोगों को कुर्बानी भी देनी पड़ी तो पीछे नहीं हटने वाले हैं. उन्होंने कहा कि हमारा देश शांति चाहता है. भूखमरी, बेरोजगारी और महंगाई से आजादी चाहता है न कि सीएए और एनआरसी की उसे जरूरत है. इस देश में जाति और धर्म के नाम पर राजनीति बंद होनी चाहिए क्योंकि मुसलमान-दलित सभी मेरा खून है.
'भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहती है सरकार'
पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कहा कि मौजूदा सरकार इस देश में बंटवारा चाहती है और यह लोग भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने पर तुले हुए हैं. उन्होंने कहा कि देश में दो दिन पहले जो व्यक्ति नफरत की बात करता है. उसे सरकार चीफ ऑफ डिफेंस के पद से नवाज देती है.
'पुलवामा हमले की जांच क्यों नहीं हुई'
पप्पू यादव ने कहा कि हम पुलवामा हमले की जांच चाहते हैं. इसकी जांच होनी चाहिए कि बारूद कहां से आया और जो लोग शहीद हुए, उन्हें आज तक न्याय क्यों नहीं मिला है.