लखनऊः पिछले छह महीने से एके. शर्मा को लेकर हो रही तमाम सियासी अटकलें पर विराम लग गया है. गुजरात कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी और भाजपा के एमएलसी एके शर्मा को योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री से लेकर डिप्टी सीएम बनाए जाने तक की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन उन्हें आज संगठन में नई जिम्मेदारी से नवाजा गया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शनिवार को एके शर्मा को प्रदेश उपाध्यक्ष, लखनऊ की अर्चना मिश्रा और बुलंदशहर के अमित वाल्मीकि को प्रदेश मंत्री घोषित किया है.
गुजरात कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा के जनवरी में भाजपा में शामिल होने के साथ ही ताकतवर मंत्री बनाए जाने की चर्चा शुरू हो गई थी. शर्मा के डिप्टी सीएम बनाए जाने की भी अटकलें लगाई जा रही थीं. इसको लेकर अरविंद कुमार शर्मा के करीबियों की तरफ से मीडिया में स्थापित करने की कोशिश भी की गई. उनके करीबियों के प्रयास के चलते ही शर्मा को यूपी में दूसरे पावर सेंटर के रूप में देखा जाने लगा था.
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यही बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को नागवार गुजरी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यह कतई नहीं चाहते कि प्रदेश में कोई और दूसरा पावर सेंटर काम करे. इसलिए उन्होंने अरविंद शर्मा की सरकार में शामिल होने पर अपनी सहमति नहीं दी. या फिर यूं कहें कि मुख्यमंत्री योगी ने शर्मा की सरकार में एंट्री होने पर रोक लगा दी.