लखनऊ : यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह कई दिनों से बीमार चल रहे हैं. पहले उनमें चैतन्यता की समस्या थी. हालत बिगड़ने पर 21 जून को लोहिया संस्थान से एसजीपीजीआई शिफ्ट किया गया. पूर्व मुख्यमंत्री में लोहिया संस्थान में जांच के दौरान अनियंत्रित ब्लड शुगर, एक्यूट बैक्टीरियल इंफेक्शन की शिकायत पाई गई थी. इस समस्या के चलते शरीर में सूजन और संक्रमण हो गया. कल्याण सिंह मस्तिष्क के सीटी स्कैन जांच में पता चला है कि खून का थक्का जम गया है. इसके अलावा माइनर हार्ट अटैक भी लक्षण पाय गए थे.
कल्याण सिंह को 18 जुलाई को पीजीआई में क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के आईसीयू में भर्ती किया गया गया. 20 जुलाई को फेफड़ा सही से काम न करने पर उन्हें वेंटीलेटर पर शिफ्ट किया गया. इलाज के लिए चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम बनाई गई है, जिसमें प्रो बनानी पोद्दार, प्रो अफजल अहमद, प्रो नारायण प्रसाद, प्रो सुनील प्रधान, प्रो वीके पालीवाल, प्रो ईश भाटिया, प्रो अमित केसरी हैं. निगरानी में संस्थान के निदेशक हेपेटोलॉजिस्ट प्रो आरके धीमान, सीएमएस एवं इंडो सर्जन प्रो गौरव अग्रवाल भी लगे हैं.
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निदेशक डॉ. आरके धीमान के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री को पहले फेफड़े में दिक्कत हुई और सांस लेने में कठिनाई होने लगी. ऐसे में 18 जलाई को भर्ती के दौरान उन्हें हाई प्रेशर ऑक्सीजन मास्क (NIV) पर रखा गया है. वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम उनके उपचार में लगी है. इंफेक्शन कंट्रोल के लिए एंटीबायोटिक और एन्टीफंगल दवाइयों का कोर्स शुरू कर दिया गया है. लेकिन, 20 जुलाई की रात में उनकी तबीयत और खराब हो गई. ऐसे में वेंटीलेटर पर शिफ्ट किया गया. वहीं अब किडनी भी सही से काम नहीं कर रही है. ऐसे में डायलिसिस किया जा रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री की हालत गंभीर है, मगर सुधार की उम्मीद बरकरार है.