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Lucknow News : फायर विभाग को मिले आधुनिक उपकरण, ये मिलेगा फायदा

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Published : Mar 2, 2023, 12:51 PM IST

राजधानी में आग लगने की घटनाओं में कई लोगों की जानें (Lucknow News) जा चुकी हैं. हादसों में होने वाली मौतों को रोका जा सके इसके लिये फायर विभाग को आधुनिक उपकरण मिले हैं.

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लखनऊ : राजधानी में लेवाना अग्निकांड में चार लोगों की मौत आग से नहीं बल्कि उसकी वजह से फैले धुएं के कारण हुई. उसके महज एक महीने बाद विकास नगर में भी एक बुजुर्ग महिला की उसके घर में लगी आग के कारण दम घुटने से मौत हो गई. अब ऐसी मौतें न हों इसके लिए अग्निशमन विभाग ने खुद के स्मोक एक्सट्रैक्टर खरीदे हैं. ये पहली बार होगा जब फायर विभाग के पास खुद के स्मोक एक्सट्रैक्टर होंगे. अब तक विभाग एनडीआरएफ से ये उपकरण मांगता था और देरी होने की वजह से जनहानि हो जाती थी.

राजधानी के मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) मंगेश कुमार ने बताया कि 'हमारे पास ताजा उदाहरण लेवाना अग्निकांड था, जहां हमारे फायर फाइटर ने बेहतरीन कार्य करते हुए लोगों को रेस्क्यू किया था, हालांकि दुर्भाग्यवश चार लोगों की मौत दम घुटने से हो गई थी. हमने एनडीआरएफ के स्मोक एक्सट्रैक्टर की मदद से बिल्डिंग के अंदर फैले धुएं को बहार निकालने की कोशिश की थी, लेकिन चार लोगों को नहीं बचाया जा सका. मंगेश कुमार के मुताबिक, कभी कभी हमें तत्काल बिल्डिंग से धुआं निकालने की आवश्यकता होती है और स्मोक एक्सट्रैक्टर न होने की वजह से किसी अन्य एजेंसी से मांगना पड़ता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, सभी जिलों को देने के लिए विभाग ने 75 स्मोक एक्सट्रैक्टर खरीदे हैं जो तत्काल हमारे फायर फाइटर इस्तमाल कर सकेंगे. सीएफओ के मुताबिक, स्मोक एक्सट्रैक्टर का कार्य किसी भी बिल्डिंग में कम समय में अंदर फैले धुएं को बहार निकलना होता है, जिससे बिल्डिंग में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाए या फिर उनका दम घुटने से बचाया जा सके.'



सीएफओ मंगेश कुमार कहते हैं 'हमारा विभाग न सिर्फ अग्निकांड होने की स्थिति में ही रेस्क्यू करता है, बल्कि कोई बिल्डिंग ढह जाए उस दौरान भी हमारी टीम रेस्क्यू में लगती है. इसका ताजा उदाहरण राजधानी में ही अलाया अपार्टमेंट कोलेप्स की घटना है, जहां स्लैब को काटने में समय लग गया जिस कारण अंदर दबे होने की वजह तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. अब ऐसा न हो इसके लिए खासतौर पर फायर विभाग के लिए उपकरण खरीदा गया है, जो हर जिलों में भेजा जा रहा है. जिसकी की मदद से किसी अन्य उपकरण की अपेक्षा कम समय में किसी भी स्लैब या छत को मिनटों में काटा जा सकेगा.'



सीएफओ ने बताया कि 'न सिर्फ स्मोक एक्सट्रैक्टर और डायमंड चैन शा बल्कि पहली बार फिर डिपार्टमेंट के लिए हेलमेंट विथ लाइट खरीदे गए हैं. इसके अलावा खरीदे गए नए उपकरणों में फोम कंपाउंड, होज पाइप, होज वाइंडिंग मशीन, फायर बूट, फायर extinguisher भी खरीदे जा रहे हैं. सीएफओ के मुताबिक, फायर विभाग के पास जितने अधिक और आधुनिक उपकरण मौजूद होंगे उतना हम अग्निकांड होने की स्थिति में अधिक से अधिक जनहानि होने से रोक सकेंगे. ऐसे में फायर विभाग लगातार इस और कार्य कर रहा है.

लखनऊ : राजधानी में लेवाना अग्निकांड में चार लोगों की मौत आग से नहीं बल्कि उसकी वजह से फैले धुएं के कारण हुई. उसके महज एक महीने बाद विकास नगर में भी एक बुजुर्ग महिला की उसके घर में लगी आग के कारण दम घुटने से मौत हो गई. अब ऐसी मौतें न हों इसके लिए अग्निशमन विभाग ने खुद के स्मोक एक्सट्रैक्टर खरीदे हैं. ये पहली बार होगा जब फायर विभाग के पास खुद के स्मोक एक्सट्रैक्टर होंगे. अब तक विभाग एनडीआरएफ से ये उपकरण मांगता था और देरी होने की वजह से जनहानि हो जाती थी.

राजधानी के मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) मंगेश कुमार ने बताया कि 'हमारे पास ताजा उदाहरण लेवाना अग्निकांड था, जहां हमारे फायर फाइटर ने बेहतरीन कार्य करते हुए लोगों को रेस्क्यू किया था, हालांकि दुर्भाग्यवश चार लोगों की मौत दम घुटने से हो गई थी. हमने एनडीआरएफ के स्मोक एक्सट्रैक्टर की मदद से बिल्डिंग के अंदर फैले धुएं को बहार निकालने की कोशिश की थी, लेकिन चार लोगों को नहीं बचाया जा सका. मंगेश कुमार के मुताबिक, कभी कभी हमें तत्काल बिल्डिंग से धुआं निकालने की आवश्यकता होती है और स्मोक एक्सट्रैक्टर न होने की वजह से किसी अन्य एजेंसी से मांगना पड़ता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, सभी जिलों को देने के लिए विभाग ने 75 स्मोक एक्सट्रैक्टर खरीदे हैं जो तत्काल हमारे फायर फाइटर इस्तमाल कर सकेंगे. सीएफओ के मुताबिक, स्मोक एक्सट्रैक्टर का कार्य किसी भी बिल्डिंग में कम समय में अंदर फैले धुएं को बहार निकलना होता है, जिससे बिल्डिंग में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाए या फिर उनका दम घुटने से बचाया जा सके.'



सीएफओ मंगेश कुमार कहते हैं 'हमारा विभाग न सिर्फ अग्निकांड होने की स्थिति में ही रेस्क्यू करता है, बल्कि कोई बिल्डिंग ढह जाए उस दौरान भी हमारी टीम रेस्क्यू में लगती है. इसका ताजा उदाहरण राजधानी में ही अलाया अपार्टमेंट कोलेप्स की घटना है, जहां स्लैब को काटने में समय लग गया जिस कारण अंदर दबे होने की वजह तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. अब ऐसा न हो इसके लिए खासतौर पर फायर विभाग के लिए उपकरण खरीदा गया है, जो हर जिलों में भेजा जा रहा है. जिसकी की मदद से किसी अन्य उपकरण की अपेक्षा कम समय में किसी भी स्लैब या छत को मिनटों में काटा जा सकेगा.'



सीएफओ ने बताया कि 'न सिर्फ स्मोक एक्सट्रैक्टर और डायमंड चैन शा बल्कि पहली बार फिर डिपार्टमेंट के लिए हेलमेंट विथ लाइट खरीदे गए हैं. इसके अलावा खरीदे गए नए उपकरणों में फोम कंपाउंड, होज पाइप, होज वाइंडिंग मशीन, फायर बूट, फायर extinguisher भी खरीदे जा रहे हैं. सीएफओ के मुताबिक, फायर विभाग के पास जितने अधिक और आधुनिक उपकरण मौजूद होंगे उतना हम अग्निकांड होने की स्थिति में अधिक से अधिक जनहानि होने से रोक सकेंगे. ऐसे में फायर विभाग लगातार इस और कार्य कर रहा है.

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