लखनऊ : राजधानी समेत उत्तर प्रदेश की सड़कों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट लगाए बिना ही सड़कों पर वाहन दौड़ रहे हैं और परिवहन विभाग के लापरवाह अफसरों को नजर ही नहीं आ रहे हैं. सड़क पर इन वाहनों के खिलाफ कोई कार्रवाई भी नहीं हो रही है. एचएसआरपी न लगने से परिवहन विभाग को राजस्व का बड़ा नुकसान भी हो रहा है. एचएसआरपी न लगे होने पर परिवहन विभाग के अधिकारियों की कार्रवाई में की जा रही लापरवाही से अब परिवहन मंत्री खफा हुए हैं. उन्होंने अफसरों को तत्काल हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट के खिलाफ सघन चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं. परिवहन आयुक्त ने निर्देश दिए हैं कि अब बिना एचएसआरपी के कोई भी माल वाहन पकड़ा जाए तो एफआईआर दर्ज कराई जाए, हालांकि अब यह भी देखना होगा कि कई बार परिवहन मंत्री के निर्देशों का विभागीय अधिकारियों पर कोई असर नहीं हुआ है क्या इस बार सड़क पर अभियान चलेगा.
उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि सड़क पर बिना एचएसआरपी के चलने वाले माल वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करें. उन्होंने कहा कि बिना एचएसआरपी, गलत नम्बर प्लेट, धुंधली नम्बर प्लेट लगाकर चलने वाले वाहनों से राजस्व की हानि व संसाधनों का दुरूपयोग हो रहा है. चेकिंग अभियान के बावजूद प्रदेश में बिना एचएसआरपी वाले मालवाहनों की कार्रवाई की संख्या महज 22.5 फीसद है. परिवहन मंत्री के निर्देश के बाद परिवहन आयुक्त चंद्रभूषण सिंह ने एआरटीओ (प्रवर्तन) व पीटीओ को हर माह 600 व 400 माल वाहनों का चालान करने का लक्ष्य दिया है. कहा है कि ऐसे वाहन जो बिना एचएसआरपी चलाते हुए पकड़े जाएं, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए.
परिवहन आयुक्त चंद्रभूषण सिंह ने बताया कि 'वाहनों में एचएसआरपी प्लेट लगाये जाने की आखिरी समय सीमा 15 फरवरी तक थी. इस तिथि के बीते छह माह से अधिक हो चुके हैं. बावजूद इसके ज्यादातर वाहन बिना एचएसआरपी के चलने की शिकायतें मिल रही हैं. फील्ड अधिकारी ऐसे वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें.'