लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित मेडिकल कॉलेज घोटाले में सीबीआई की तरफ से ताबड़तोड़ छापेमारी की गई. घोटाले में हाईकोर्ट के मौजूदा जज जस्टिस एसएन शुक्ला समेत सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
हाईकोर्ट के जज एसएन शुक्ला सहित सात लोग पर FIR
सीबीआई की तरफ से जिन सात लोगों के खिलाफ मेडिकल कॉलेज घोटाले को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है, उनमें हाईकोर्ट के मौजूदा जज जस्टिस एसएन शुक्ला, हाईकोर्ट के पूर्व जज आईएम कुद्दुसी, भगवान प्रसाद यादव, एडवोकेट पलाश यादव, सुधीर गिरी, भावना पांडे, मैसर्स प्रसाद एजुकेशन ट्रस्ट के नाम शामिल हैं. भगवान प्रसाद यादव, प्रसाद एजुकेशन ट्रस्ट के मालिक हैं और पलाश यादव, प्रसाद एजुकेशन ट्रस्ट के अधिवक्ता हैं. सुधीर गिरी, वेंकटेश्वर मेडिकल कॉलेज मेरठ के मालिक हैं. इसके अलावा प्रसाद एजुकेशन ट्रस्ट, जिसके अंतर्गत इस पूरे घोटाले की रूपरेखा तैयार की गई.
कभी भी हो सकती है गिरफ्तारी
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर जज सहित सात लोगों के यहां छापेमारी की गई. छापेमारी में महत्वपूर्ण दस्तावेज हाथ लगे हैं. सातों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. वहीं कहा जा रहा है कि सातों की गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है. सूत्रों के अनुसार मेडिकल कॉलेज के पक्ष में फैसला सुनाए जाने को लेकर जस्टिस एसएन शुक्ला को भारी-भरकम रकम उनके आवास पर दी गई थी. इसको लेकर न्यायपालिका के दो शीर्ष संस्थान सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के बीच टकराव की स्थिति सामने आ गई थी. सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस दीपक मिश्रा और मेडिकल कॉलेज में प्रवेश को लेकर फैसला सुनाने वाले हाईकोर्ट के जज जस्टिस एसएन शुक्ला के बीच टकराव हुआ था.
इसे भी पढ़ें:- यूपी में पहली बार हाईकोर्ट के मौजूदा जज के यहां पड़ा सीबीआई छापा
सीबीआई अधिकारियों के अनुसार साल के शुरुआत में जांच एजेंसी को तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की तरफ से सीबीआई को कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे. सीबीआई की तरफ से पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई को पत्र भी लिखा गया था, जिसमें कहा गया था कि पूर्ववर्ती मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा की सलाह पर जस्टिस शुक्ला और अन्य के खिलाफ जांच पड़ताल की गई. इनमें यह लोग आरोपी साबित हुए हैं. इसके बाद रंजन गोगोई की तरफ से जस्टिस शुक्ला सहित सभी सात लोगों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे.