लखनऊ: राजधानी लखनऊ के हजरतगंज थाने में गोल्डन रैबिट कंपनी के सीईओ कमल शर्मा ने टीआरपी के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी को लेकर एफआईआर दर्ज कराई है. कमल शर्मा ने अज्ञात के खिलाफ आपराधिक साजिश, कूट रचित डिवाइस के जरिए धोखाधड़ी, अपराधिक न्यास भंग की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कराई है. इस बारे में डीसीपी सेंट्रल सोमेन वर्मा ने बताया कि निजी कंपनी के सीईओ की ओर से शिकायत पर हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. मामले की जांच की जा रही है.
गोल्डन रैबिट कंपनी के सीईओ कमल शर्मा ने अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए टीआरपी की गणना में हेरफेर का आरोप लगाया है. कंपनी के सीईओ कमल शर्मा ने f.i.r. में बताया कि कुछ लोगों की पसंद और नापसंद के आधार पर टीआरपी तय की जाती है, जिस तरह से टीआरपी का निर्धारण होता है उस तरीके पर भी सवाल उठाए गए हैं.
इससे पहले महाराष्ट्र में टीआरपी में धोखाधड़ी का खुलासा करते हुए महाराष्ट्र पुलिस ने कई लोगों को आरोपी बनाया था, जिसके बाद से लगातार टीआरपी के निर्धारण को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. टीआरपी को लेकर महाराष्ट्र में उठे सवालों के बाद राजधानी लखनऊ के हजरतगंज थाने में निजी कंपनी की ओर से टीआरपी के नाम पर धोखाधड़ी को लेकर अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है.
टीआरपी के नाम पर धोखाधड़ी को लेकर हजरतगंज थाने में दर्ज हुई FIR
यूपी की राजधानी लखनऊ में टीआरपी के नाम पर धोखाधड़ी को आरोपों के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. यह एफआईआर गोल्डन रैबिट कंपनी के सीईओ कमल शर्मा ने अज्ञात के खिलाफ दर्ज कराई है.
लखनऊ: राजधानी लखनऊ के हजरतगंज थाने में गोल्डन रैबिट कंपनी के सीईओ कमल शर्मा ने टीआरपी के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी को लेकर एफआईआर दर्ज कराई है. कमल शर्मा ने अज्ञात के खिलाफ आपराधिक साजिश, कूट रचित डिवाइस के जरिए धोखाधड़ी, अपराधिक न्यास भंग की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कराई है. इस बारे में डीसीपी सेंट्रल सोमेन वर्मा ने बताया कि निजी कंपनी के सीईओ की ओर से शिकायत पर हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. मामले की जांच की जा रही है.
गोल्डन रैबिट कंपनी के सीईओ कमल शर्मा ने अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए टीआरपी की गणना में हेरफेर का आरोप लगाया है. कंपनी के सीईओ कमल शर्मा ने f.i.r. में बताया कि कुछ लोगों की पसंद और नापसंद के आधार पर टीआरपी तय की जाती है, जिस तरह से टीआरपी का निर्धारण होता है उस तरीके पर भी सवाल उठाए गए हैं.
इससे पहले महाराष्ट्र में टीआरपी में धोखाधड़ी का खुलासा करते हुए महाराष्ट्र पुलिस ने कई लोगों को आरोपी बनाया था, जिसके बाद से लगातार टीआरपी के निर्धारण को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. टीआरपी को लेकर महाराष्ट्र में उठे सवालों के बाद राजधानी लखनऊ के हजरतगंज थाने में निजी कंपनी की ओर से टीआरपी के नाम पर धोखाधड़ी को लेकर अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है.