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ग्रामीण इलाकों में पेयजल लाइन बिछा रही कंपनियों की लापरवाही, करोड़ों का लगाया गया जुर्माना

ग्रामीण इलाकों में पेयजल लाइन बिछा रही कंपनियों को सड़क मरम्मत में कोताही बरतना (Fine on companies laying drinking water lines) महंगा पड़ गया. सड़कों की मरम्मत में लापरवाही बरतने वाली एजेंसियों पर बड़ी कार्रवाई की गई. समीक्षा बैठक में करीब आधा दर्जन कार्यदायी एजेंसियों पर करोड़ों का जुर्माना लगाया गया है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 6, 2023, 8:17 PM IST

लखनऊ : ग्रामीण इलाकों में पेयजल लाइन बिछा रही कंपनियों ने सड़क मरम्मत में जमकर कोताही की है. जल जीवन मिशन की हर घर योजना के तहत गांव-गांव में बिछाई जा रही पाइप लाइनों को डालने के बाद सड़कों की मरम्मत में लापरवाही बरतने वाली एजेंसियों पर बुधवार को बड़ी कार्रवाई की गई. नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने समीक्षा बैठक में करीब आधा दर्जन कार्यदायी एजेंसियों पर करोड़ों का जुर्माना लगाया है.

समीक्षा बैठक में लिया गया निर्णय

गोमतीनगर के किसान बाजार स्थित राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन कार्यालय में समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया है. इस दौरान जल निगम (ग्रामीण) के एमडी डॉ. बलकार सिंह, राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अधिशासी निदेशक बृजराज सिंह यादव भी मौजूद रहे. विभागीय अधिकारियों के मुताबिक, पाइप डालने के बाद सड़क मरम्मत में कोताही पर जालौन और झांसी में काम कर रही बीजीसीसी कंपनी पर एक फीसदी जुर्माना लगाया गया. इसके अलावा वाराणसी और प्रयागराज में एलएनटी पर एक फीसदी जुर्माना ठोंका गया. वहीं मुज्जफरनगर और महाराजगंज में जेएमसी लक्ष्मी पर एक फीसदी का जुर्माना व बीएसए इंफ्रा पर भी जुर्माना लगाया गया है.

जल निगम (ग्रामीण) के एमडी को सौंपी कमान

समीक्षा बैठक के दौरान प्रमुख सचिव ने सड़क मरम्मत पर लापरवाह एजेंसियों और अफसरों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश देते हुए इसकी कमान जल निगम (ग्रामीण) के एमडी डॉ. बलकार सिंह को सौंपी है. बैठक में 75 जिलों के अधिशासी अभियंता, बुंदेलखंड-विंध्य के एडीएम नमामि गंगे और आला अधिकारी मौजूद रहे. कार्यों की निगरानी के लिए तैनात टीपीआई एजेंसी सेंसिस के दो अधिकािरियों के खिलाफ प्रमुख सचिव ने तत्काल कार्रवाई कर सूचित करने के निर्देश दिये हैं.

कुशीनगर के चार लापरवाह जेई होंग बर्खास्त

सड़क मरम्मत में लापरवाह कुशीनगर के चार जेई बर्खास्त होंगे. अधिशासी अभियंता के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के साथ 6 संविदा इंजीनियरों के तबादले के निर्देश जारी भी किए गए हैं. सभी क्षेत्रीय मुख्य अभियंताओं, अधीक्षण अभियंताओं और अधिशासी अभियंताओं को सड़क मरम्मत और हर घर जल पहुंचने में सुस्ती पर चेतावनी भी दी गई है.

गांव की सड़कों का हाल जानने जल निगम ने उतारी अफसरों की टीम


सड़कों की दशा देखने जल निगम के अधिकारियों की टीम गांव-गांव पहुंच रही है. सड़कों की तेजी से मरम्मत और निगरानी के लिए राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन ने मुख्यालय स्तर से सभी मंडलों के नोडल नामित करने के साथ ही गांव में पहुंचकर सड़कों का निरीक्षण कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिये हैं.

यह भी पढ़ें : कुत्ता-बिल्ली पाल रखा है तो तुरंत कराएं रजिस्ट्रेशन, नहीं जाना पड़ेगा जेल, तगड़ा जुर्माना भी लगेगा

यह भी पढ़ें : काशी में गंगापार टेंट सिटी बसाए जाने पर एनजीटी सख्त, दो एजेंसियों पर लगाया 17 लाख का जुर्माना, आज दिल्ली में सुनवाई

लखनऊ : ग्रामीण इलाकों में पेयजल लाइन बिछा रही कंपनियों ने सड़क मरम्मत में जमकर कोताही की है. जल जीवन मिशन की हर घर योजना के तहत गांव-गांव में बिछाई जा रही पाइप लाइनों को डालने के बाद सड़कों की मरम्मत में लापरवाही बरतने वाली एजेंसियों पर बुधवार को बड़ी कार्रवाई की गई. नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने समीक्षा बैठक में करीब आधा दर्जन कार्यदायी एजेंसियों पर करोड़ों का जुर्माना लगाया है.

समीक्षा बैठक में लिया गया निर्णय

गोमतीनगर के किसान बाजार स्थित राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन कार्यालय में समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया है. इस दौरान जल निगम (ग्रामीण) के एमडी डॉ. बलकार सिंह, राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अधिशासी निदेशक बृजराज सिंह यादव भी मौजूद रहे. विभागीय अधिकारियों के मुताबिक, पाइप डालने के बाद सड़क मरम्मत में कोताही पर जालौन और झांसी में काम कर रही बीजीसीसी कंपनी पर एक फीसदी जुर्माना लगाया गया. इसके अलावा वाराणसी और प्रयागराज में एलएनटी पर एक फीसदी जुर्माना ठोंका गया. वहीं मुज्जफरनगर और महाराजगंज में जेएमसी लक्ष्मी पर एक फीसदी का जुर्माना व बीएसए इंफ्रा पर भी जुर्माना लगाया गया है.

जल निगम (ग्रामीण) के एमडी को सौंपी कमान

समीक्षा बैठक के दौरान प्रमुख सचिव ने सड़क मरम्मत पर लापरवाह एजेंसियों और अफसरों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश देते हुए इसकी कमान जल निगम (ग्रामीण) के एमडी डॉ. बलकार सिंह को सौंपी है. बैठक में 75 जिलों के अधिशासी अभियंता, बुंदेलखंड-विंध्य के एडीएम नमामि गंगे और आला अधिकारी मौजूद रहे. कार्यों की निगरानी के लिए तैनात टीपीआई एजेंसी सेंसिस के दो अधिकािरियों के खिलाफ प्रमुख सचिव ने तत्काल कार्रवाई कर सूचित करने के निर्देश दिये हैं.

कुशीनगर के चार लापरवाह जेई होंग बर्खास्त

सड़क मरम्मत में लापरवाह कुशीनगर के चार जेई बर्खास्त होंगे. अधिशासी अभियंता के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के साथ 6 संविदा इंजीनियरों के तबादले के निर्देश जारी भी किए गए हैं. सभी क्षेत्रीय मुख्य अभियंताओं, अधीक्षण अभियंताओं और अधिशासी अभियंताओं को सड़क मरम्मत और हर घर जल पहुंचने में सुस्ती पर चेतावनी भी दी गई है.

गांव की सड़कों का हाल जानने जल निगम ने उतारी अफसरों की टीम


सड़कों की दशा देखने जल निगम के अधिकारियों की टीम गांव-गांव पहुंच रही है. सड़कों की तेजी से मरम्मत और निगरानी के लिए राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन ने मुख्यालय स्तर से सभी मंडलों के नोडल नामित करने के साथ ही गांव में पहुंचकर सड़कों का निरीक्षण कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिये हैं.

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