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फाइनेंस कंपनी ने ग्रामीणों को ठगा, सस्ती बाइक के बहाने एक लाख का लगाया चूना

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Published : Feb 25, 2022, 9:47 PM IST

आरोप है कि गांव के भोले-भाले लोग अनीता की लुभावनी बातों में आ गए. उन्होंने 30,000 कंपनी में जमा कर दिए. पैसे जमा करते समय सभी से कुछ पेपर्स में साइन व अंगूठे भी लगवाए गए. बाद में पता चला कि कंपनी ने धोखे से उनसे 30 हजार भी ले लिए और 82 हजार का लोन भी कर दिया. वह भी 21 प्रतिशत ब्याज की दर से जो कुल एक लाख से ज्यादा का होता है.

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फाइनेंस कंपनी ने ग्रामीणों को ठगा

लखनऊ: राजधानी में एक फाइनेंस कंपनी ने भोले-भाले ग्रामीणों को सस्ते दाम में मोटरसाइकिल देने का झांसा देकर उनका एक लाख का लोन कर दिया. ग्रामीणों ने जब खुद को ठगा महसूस किया तो मामला लखनऊ के इंद्रा नगर थाने पहुंचा. यहां पीड़ितों ने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर जमकर हंगामा काटा.

आरोप है कि इंदिरा नगर थाना अंतर्गत अमराई गांव की बहू अनीता चौहान ग्रोअप प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ी हुई थी. उसी ने गांव के लोगों को बताया कि उनकी कंपनी बाजार में स्थापित होने के लिए कुछ चुनिंदा लोगों को 30 हजार देने पर 90 हजार तक की बाइक दे रही है. इसमें कंपनी की शर्त थी कि 30,000 के अलावा उन्हें सिटी मॉल से 2 साल तक हर महीने एक 1000 की शॉपिंग करनी होगी.

आरोप है कि गांव के भोले-भाले लोग अनीता की लुभावनी बातों में आ गए. उन्होंने 30,000 कंपनी में जमा कर दिए. पैसे जमा करते समय सभी से कुछ पेपर्स में साइन व अंगूठे भी लगवाए गए. बाद में पता चला कि कंपनी ने धोखे से उनसे 30 हजार भी ले लिए और 82 हजार का लोन भी कर दिया. वह भी 21 प्रतिशत ब्याज की दर से जो कुल 1 लाख से ज्यादा का होता है.

यह भी पढ़ें : लखनऊ में कश्मीरी युवक को दबंगों ने पीटा, तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज

बैंककर्मी के रिश्तेदार को फंसाया तो खुला मामला

ग्रोअप कंपनी ने जिन भोले-भाले ग्रामीणों को ठगा था उनमें से एक का रिश्तेदार पवन राजपूत बैंक कर्मचारी हैं. उन्होंने देखा कि उनके रिश्तेदार को जो बाइक महज 30 हजार में मिली है, उससे संबंधित मोबाइल में एक मैसेज आया था जिसमें लिखा था कि उनका 21 फ़ीसदी की दर से 85 हजार का लोन हुआ है. इसमें 2 साल तक 42 सौ रुपये हर महीने किस्त देनी होगी. इसके लिए बकायदा ग्रामीणों की जानकारी के बिना पेटीएम बैंक में खाता भी खोला गया था.

गांव में जागरण करा ग्रामीणों में कायम किया था भरोसा

पवन राजपूत के मुताबिक करीब 5 महीने पहले ग्रो कंपनी ने अमराई गांव में एक भव्य जागरण का आयोजन किया था. इसमें गांव के सभी लोगों ने हिस्सा लिया था. उसी जागरण में कंपनी ने अपना प्रचार भी किया था और लुभावने सपने भी दिखाए थे. इसके बाद ही गांव के लोगों ने कंपनी पर भरोसा करना शुरू कर दिया था. पवन ने बताया कि उनके रिश्तेदार समेत 15 लोगों ने 30 हजार रुपये कंपनी में जमा किए थे जिसमें 6 लोगों को एक हफ्ते में स्कूटी मिल गयी व 85 हजार का लोन भी हो गया. इसके बाद सभी लोग सकते में पड़ गए और थाने पहुंचे थे.

पुलिस कर रही तहरीर का इंतजार

फाइनेंस कंपनी की ठगी के मामले में लोगों की शिकायत पर कार्रवाई करने की बजाय पुलिस मामला रफादफा करने में जुटी दिखाई दी. मामला राजधानी के इंदिरा नगर थाने पहुंचा. यहां एसओ इंदिरानगर के मुताबिक उन्होंने पीड़ित व कंपनी के लोगों को थाने बुलाया था. दोनों से ही बातचीत की गई है. उन्होंने बताया कि कंपनी ने ग्रामीणों का पैसा वापस करने का भरोसा दिलाया है. फिलहाल अभी तक उन्हें कोई तहरीर नहीं मिली है. जैसे ही तहरीर मिलती है, कार्रवाई की जाएगी.

लखनऊ: राजधानी में एक फाइनेंस कंपनी ने भोले-भाले ग्रामीणों को सस्ते दाम में मोटरसाइकिल देने का झांसा देकर उनका एक लाख का लोन कर दिया. ग्रामीणों ने जब खुद को ठगा महसूस किया तो मामला लखनऊ के इंद्रा नगर थाने पहुंचा. यहां पीड़ितों ने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर जमकर हंगामा काटा.

आरोप है कि इंदिरा नगर थाना अंतर्गत अमराई गांव की बहू अनीता चौहान ग्रोअप प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ी हुई थी. उसी ने गांव के लोगों को बताया कि उनकी कंपनी बाजार में स्थापित होने के लिए कुछ चुनिंदा लोगों को 30 हजार देने पर 90 हजार तक की बाइक दे रही है. इसमें कंपनी की शर्त थी कि 30,000 के अलावा उन्हें सिटी मॉल से 2 साल तक हर महीने एक 1000 की शॉपिंग करनी होगी.

आरोप है कि गांव के भोले-भाले लोग अनीता की लुभावनी बातों में आ गए. उन्होंने 30,000 कंपनी में जमा कर दिए. पैसे जमा करते समय सभी से कुछ पेपर्स में साइन व अंगूठे भी लगवाए गए. बाद में पता चला कि कंपनी ने धोखे से उनसे 30 हजार भी ले लिए और 82 हजार का लोन भी कर दिया. वह भी 21 प्रतिशत ब्याज की दर से जो कुल 1 लाख से ज्यादा का होता है.

यह भी पढ़ें : लखनऊ में कश्मीरी युवक को दबंगों ने पीटा, तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज

बैंककर्मी के रिश्तेदार को फंसाया तो खुला मामला

ग्रोअप कंपनी ने जिन भोले-भाले ग्रामीणों को ठगा था उनमें से एक का रिश्तेदार पवन राजपूत बैंक कर्मचारी हैं. उन्होंने देखा कि उनके रिश्तेदार को जो बाइक महज 30 हजार में मिली है, उससे संबंधित मोबाइल में एक मैसेज आया था जिसमें लिखा था कि उनका 21 फ़ीसदी की दर से 85 हजार का लोन हुआ है. इसमें 2 साल तक 42 सौ रुपये हर महीने किस्त देनी होगी. इसके लिए बकायदा ग्रामीणों की जानकारी के बिना पेटीएम बैंक में खाता भी खोला गया था.

गांव में जागरण करा ग्रामीणों में कायम किया था भरोसा

पवन राजपूत के मुताबिक करीब 5 महीने पहले ग्रो कंपनी ने अमराई गांव में एक भव्य जागरण का आयोजन किया था. इसमें गांव के सभी लोगों ने हिस्सा लिया था. उसी जागरण में कंपनी ने अपना प्रचार भी किया था और लुभावने सपने भी दिखाए थे. इसके बाद ही गांव के लोगों ने कंपनी पर भरोसा करना शुरू कर दिया था. पवन ने बताया कि उनके रिश्तेदार समेत 15 लोगों ने 30 हजार रुपये कंपनी में जमा किए थे जिसमें 6 लोगों को एक हफ्ते में स्कूटी मिल गयी व 85 हजार का लोन भी हो गया. इसके बाद सभी लोग सकते में पड़ गए और थाने पहुंचे थे.

पुलिस कर रही तहरीर का इंतजार

फाइनेंस कंपनी की ठगी के मामले में लोगों की शिकायत पर कार्रवाई करने की बजाय पुलिस मामला रफादफा करने में जुटी दिखाई दी. मामला राजधानी के इंदिरा नगर थाने पहुंचा. यहां एसओ इंदिरानगर के मुताबिक उन्होंने पीड़ित व कंपनी के लोगों को थाने बुलाया था. दोनों से ही बातचीत की गई है. उन्होंने बताया कि कंपनी ने ग्रामीणों का पैसा वापस करने का भरोसा दिलाया है. फिलहाल अभी तक उन्हें कोई तहरीर नहीं मिली है. जैसे ही तहरीर मिलती है, कार्रवाई की जाएगी.

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