कन्नौज: किसान बिल के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) ने जिलावार चक्काजाम का ऐलान किया था, जिसे लेकर आज कन्नौज में भी भाकियू कार्यकर्ता पूरी तैयारी के साथ छिबरामऊ तहसील के इस्माइलपुर के पास जीटी रोड पर पहुंच गए. यहां पहले से तैयार प्रशासन ने भारी फोर्स तैनात कर भाकियू के चक्का जाम को सड़क किनारे का प्रदर्शन बना दिया. इस भाकियू जिलाध्यक्ष ने जल्द दूसरा बड़ा आंदोलन करने का ऐलान किया है. उनका कहना है कि किसानों को बर्बाद करने वाले किसान बिल के विरोध में आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी. भाकियू कार्यकर्ताओं ने जीटी रोड के किनारे ही खड़े होकर चक्काजाम की औपचारिकता निभाई और पीएम को सम्बोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंप वापस चले गए.
कृषि बिल के विरोध में किसानों का प्रदेश भर में प्रदर्शन, देखें LIVE UPDATE
19:59 September 25
मुरादाबाद में किसानों ने किया चक्काजाम
19:55 September 25
सड़क के किनारे का विरोध होकर बनकर रह गया भाकियू का चक्काजाम
19:46 September 25
आगरा में किसानों ने कृषि बिल के खिलाफ दिया धरना
आगरा: ताजनगरी में कृषि बिल के विरोध में सैकड़ों की संख्या में किसान सड़क पर उतर आए. भारतीय किसान यूनियन की ओर से फतेहाबाद रोड पर नवां मील पर प्रदर्शन किया गया. मंनसुखपुरा और पिनाहट में राजाखेड़ा मार्ग पर गांव करकौली के पास भी भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ एक दिवसीय धरना दिया. किसान नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
19:40 September 25
राजातालाब तहसील पर किसानों ने विभिन्न मांगों को लेकर निकाला जुलूस
वाराणसी: रोहनिया तहसील पर पहुंचकर किसानों ने अधिकारियों से मुलाकात की और अपनी विभिन्न मांगों के तहत उन्हें ज्ञापन सौंपा. किसानों का कहना है कि सबसे ज्यादा उपेक्षित अभी किसान हैं. केंद्र सरकार और राज्य सरकार किसानों पर ध्यान नहीं दे रही है, जिसकी वजह से किसान आर्थिक रूप से टूटता जा रहा है. इस वजह से हम अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले राष्ट्रपति को ज्ञापन दे रहे हैं ताकि राष्ट्रपति हम किसानों की तकलीफों को समझ सके. किसान सभा वाराणसी के संयुक्त सचिव डॉ. शिव शंकर शास्त्री ने कृषि विधेयकों को वापस लेने की सरकार से मांग की.
19:31 September 25
कृषि बिल के खिलाफ किसानों ने रोड पर अदा की नमाज
रामपुर: कृषि विधेयक बिल के खिलाफ देश के किसानों में आक्रोश है. आज भारतीय किसान यूनियन टिकैत का देशव्यापी धरना था. रामपुर में भारतीय किसान यूनियन टिकैत के जिला अध्यक्ष हसीब अहमद कई किसानों को लेकर हाईवे पर बैठ गए और चक्का जाम कर दिया. उन्होंने केंद्र सरकार और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके बाद सभी किसानों ने हाईवे पर जुमे की नमाज अदा की. हसीब अहमद ने कहा कि जुमे का दिन पवित्र माना जाता है. हमने नमाज अदा कर किसानों के लिए दुआ मांगी है.
19:21 September 25
कृषि बिल के विरोध में बग्घी से कलेक्ट्रेट पहुंचे किसान
अलीगढ़: कृषि बिल के खिलाफ शुक्रवार को किसानों का आक्रोश देखने को मिला. विभिन्न किसान संगठन ग्रामीणों के साथ कलेक्ट्रेट पर पहुंचे और किसान विधेयक के विरोध में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. भारतीय किसान यूनियन के एक ग्रुप ने कलेक्ट्रेट के बाहर धरना प्रदर्शन करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक हटा दिया. वहीं किसानों का एक ग्रुप बग्घी लेकर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन को पहुंचा और मौजूदा सरकार द्वारा लाई जा रहे किसान विरोधी बिल का विरोध किया. भारतीय किसान यूनियन के हरपाल सिंह ने कहा कि सरकार खेतों से किसानों का मालिकाना हक छीनना चाहती है. इससे एमएसपी सुनिश्चित करने वाली मंडिया धीरे-धीरे खत्म हो जाएंगी. किसानों को फसल का लाभ तो दूर निर्धारित उचित दाम भी नहीं मिलेगा. भारतीय किसान यूनियन के प्रेमपाल सिंह घोड़ा गाड़ी से कलेक्ट्रेट पहुंचे और सरकार की नीतियों का विरोध किया. इस दौरान किसान संगठनों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसीएम रंजीत सिंह को सौंपा.
17:33 September 25
भारतीय किसान यूनियन ने दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे को किया जाम
बागपत: कृषि बिल को काला कानून बताकर सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने मेरठ-बागपत और दिल्ली यमुनोत्री हाइवे-709 B के राष्ट्र वंदना चौक पर चक्का जाम कर दिया है. बीकेयू कार्यकर्ताओं ने सड़क पर ही खाना बनाने के लिए भट्टी सुलगा दी. बीकेयू के बुजुर्ग कार्यकर्ता सड़क पर हुक्का पी रहे हैं. बीकेयू के जिलाध्यक्ष प्रताप गुर्जर ने कहा कि सरकार जो ये कृषि अध्यादेश लेकर आई है, वो किसान विरोधी है. हम चाहते है कि सरकार ही किसानों के रेट तय करे और सरकार ही किसानों की फसलों की खरीद फरोख्त करे, क्योंकि सरकार पर तो किसानों को भरोसा है, लेकिन निजी कंपनियों पर कोई भरोसा नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार उल्टी गिनती शुरू हो गई है और 2024 के चुनावों में जनता सरकार को जवाब देगी. इस सरकार में विपक्ष की नहीं सुनी जा रही, जो हमारे सांसद है, उनकी नहीं सुनी जा रही है, इसलिए सरकार इस विधेयक को वापस ले.
16:39 September 25
दिल्ली-देहरादून हाईवे को किसानों ने किया जाम, बिल को वापस लेने की कर रहे मांग
सहारनपुर: केंद्र की मोदी सरकार ने संसद के दोनों सदनों में ध्वनि मत से कृषि बिल पारित कर दिए हैं, जिसके बाद से किसानों में आक्रोश बना हुआ है. शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन ने देशव्यापी आंदोलन किया है. किसान आंदोलन का असर सहारनपुर में भी देखने को मिला, जहां बड़ी संख्या में किसानों ने सुबह 9 बजे से ही बड़ी संख्या में ट्रैक्टरों की कतार बनाकर दिल्ली-देहरादून हाईवे पर न सिर्फ जाम लगाया हुआ है, बल्कि हाईवे पर चक्का जाम किया हुआ है. हाईवे जाम होने से लंबी यात्रा करने वाले यात्रियों और राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
15:46 September 25
बदायूं में किसानों ने किया प्रदर्शन, सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन
बदायूं: कृषि बिल के विरोध में आज किसान सड़कों पर उतर आया. जिला मुख्यालय पर किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए कलेक्ट्रेट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, किसानों के इस आंदोलन में अन्य विपक्षी दलों ने भी बढ़ चढ़ कर भाग लिया और मालवीय आवास पर एक जनसभा भी हुई. उसके बाद किसानों ने सिटी मजिस्ट्रेट को एक ज्ञापन सौंपा. भारतीय किसान दल के जिलाध्यक्ष राजेश सक्सेना ने कहा कृषि विधेयक किसानों को गुलाम बनाने के लिए लाए गए हैं. इसमें कॉन्ट्रैक्ट खेती के लिए खुली छूट दे दी गई है.
13:41 September 25
हरदोई में कृषि विधेयकों के विरोध में किसानों का प्रदर्शन
हरदोई: जिले में आज कृषि विधेयकों के विरोध में किसानों ने जोरदार प्रदर्शन किया. किसानों ने इस दौरान चौराहे पर चक्का जाम कर दिया और कृषि अध्यादेश की प्रतियां भी जलाई. इसके साथ ही उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंचकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा और सरकार से कृषि विधेयक को वापस लेने की मांग सरकार से की है. इस दौरान प्रदर्शन करने वाले किसानों ने कृषि बिल को किसान विरोधी बताया. साथ ही प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस बारे में भारतीय किसान यूनियन के नेता राजवर्धन सिंह राजू ने बताया कि सरकार किसान विरोधी है. कृषि विधेयक किसानों के लिए नुकसानदायक है. इसलिए हम सभी लोग एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
13:24 September 25
पीलीभीत में राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, पीएम और सीएम के खिलाफ लगाए नारे
पीलीभीत: कृषि विधेयकों के विरोध में पूरे देश में तमाम किसान संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. जनपद में भी सरदार वीएम सिंह की पार्टी राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के हजारों कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर बीसलपुर-बिलसंडा हाईवे को जाम कर दिया और सरकार विरोधी जमकर नारे लगाए. इतना ही नहीं, राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के तमाम पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ नारे भी लगाए. वहीं पूरनपुर थाना क्षेत्र में भारतीय किसान यूनियन के हजारों कार्यकर्ताओं ने नेशनल हाईवे को जाम कर दिया. इससे हाईवे पर हजारों की संख्या में गाड़ियां खड़ी रहीं. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे तमाम आला अधिकारी किसान संगठनों को समझाने में जुटे हुए हैं. जानकारी देते हुए जाम में फंसे रोडवेज चालक राजाराम ने बताया कि पिछले कई घंटों से किसानों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है, जिसके चलते हम लोगों की गाड़ियां रोकी गई है. गाड़ियां निकलने नहीं दी जा रही हैं.
13:21 September 25
मुरादाबाद में किसानों ने कलेक्ट्रेट में किया प्रदर्शन, जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
मुरादाबाद: किसान बिल के विरोध में अखिल भारतीय किसान सभा और अखिल भारतीय किसान महासंघ के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया. उन्होंने कृषि बिल को वापस लेने की मांग की. किसान सभा और किसान महासंघ के कार्यकर्ताओं ने दस सूत्रीय मांगों को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा.
13:19 September 25
सुलतानपुर में भाकपा ने किसान बिल की फूंकी प्रतियां
सुलतानपुर: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने विकास भवन के एक मुख्य गेट पर किसान बिल की प्रतियां फूंकी है. अधिवक्ता एवं सीपीआई नेता नरोत्तम शुक्ला के नेतृत्व में कृषि विधेयकों के खिलाफ प्रदर्शन हुआ. कम्युनिस्ट नेताओं ने बिल को किसान विरोधी बताया. साथ ही योगी सरकार से बिल में संशोधन किए जाने की मांग की.
13:17 September 25
मथुरा में किसानों का प्रदर्शन, हाईवे पर भारी पुलिस बल तैनात
मथुरा: कृषि विधेयकों को लेकर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले सैकड़ों किसानों ने जनपद के अलग-अलग स्थानों पर रोड जामकर विरोध प्रदर्शन किया. किसानों द्वारा रोड जाम करने की सूचना पर जिला प्रशासन ने यमुना एक्सप्रेस वे, आगरा-दिल्ली राजमार्ग और रेलवे ट्रैक पर पुलिस फोर्स को तैनात किया है. राया थाना क्षेत्र के यमुना एक्सप्रेस वे कट पर किसानों ने कृषि बिल के विरोध में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा. वहीं छाता तहसील पर कुछ किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने के बाद उप जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया.
एडीएम प्रशासन सतीश कुमार ने बताया किसानों का एक दिवसीय आंदोलन को लेकर जिला प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं. सभी क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है किसी प्रकार की कोई अनहोनी की सूचना नहीं है. उन्होंने बताया कि किसानों ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर जनपद की तीन तहसीलों में उप जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया है.
13:06 September 25
मेरठ: कृषि विधेयकों के विरोध में किसानों का प्रदर्शन, आईजी रेंज ने जारी किया बयान
मेरठ: कृषि विधेयकों के विरोध में किसान सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. वेस्टर्न यूपी के अधिकतर जिलों में किसानों ने हाईवे को जाम कर दिया है. आईजी रेंज मेरठ प्रवीण कुमार की मानें तो जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल डिप्लॉयड किया गया है. इसी के साथ-साथ किसानों के साथ समन्वय करके जाम खुलवाए गए हैं. जनता को आने-जाने में परेशानी न हो, इसके लिए कई जगह पर रूट डायवर्जन किया गया है. आईजी रेंज ने कहा कि किसानों से उनके ज्ञापन ले लिए गए हैं. कुछ जगह पर पुलिस प्रशासन और किसानों के बीच वार्ता जारी है. रेंज के अधिकतर जिलों में स्थिति सामान्य बनी हुई है.
12:34 September 25
कृषि सम्बन्धी विधेयकों के विरोध में बुलंदशहर में भारतीय किसान यूनियन का प्रदर्शन
बुलंदशहर: हाल ही में संसद में पारित हुए कृषि सुधार विधेयकों को लेकर देशभर में किसान संगठन सरकार के खिलाफ हुंकार भर रहे हैं. इसी क्रम में बुलंदशहर में भी किसान संगठन सड़कों पर हैं. बिल के विरोध में बुलंदशहर में 9 जगह पर किसान संगठन अपने अपने अंदाज में विरोध दर्ज करा रहे हैं. आज के आंदोलन को किसान कर्फ्यू का नाम दिया गया है. शहर के बीचों बीच स्थित काला आम चौराहे पर सुबह से ही भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता एकत्र होने शुरू हो गए थे. वे जमकर नारेबाजी कर रहे हैं.
अखिल भारतीय जाट संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष ने भी आकर किसानों को समर्थन दे दिया है और उनके कार्यकर्ता भी किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर मौजूद हैं. इस मौके पर गुस्साए किसान नेताओं का कहना है कि किसानों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो जाएगा. वहीं इस बिल के किसानों के हाथ में कटोरा आ जाएगा.
12:19 September 25
बिजनौर में कृषि विधेयकों के विरोध में किसानों ने किया चक्का जाम
बिजनौर: कृषि विधेयकों को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. जनपद के 70 से ज्यादा जगहों पर भारतीय किसान यूनियन पार्टी सहित अन्य किसानों की पार्टियों द्वारा चक्का जाम किया गया है. इससे दिल्ली-पौड़ी नेशनल हाईवे पर लंबा जाम लग गया है. उधर जाम लगने के कारण लोगों को आने-जाने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष दिगंबर सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि विधेयकों को लेकर आज किसानों का सांकेतिक धरना व चक्का जाम कार्यक्रम चलाया जा रहा है.
12:06 September 25
लखनऊ-बाराबंकी सीमा पर हाईवे किनारे पराली जलाकर किसानों ने किया प्रदर्शन
बाराबंकी: कृषि बिल के विरोध में शुक्रवार को भाकियू भानू गुट के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश प्रभारी आशू चौधरी के नेतृत्व में लखनऊ-बाराबंकी सीमा पर हाईवे के किनारे पराली जलाकर प्रदर्शन किया. किसानों द्वारा शुक्रवार को प्रदर्शन का ऐलान किया गया था, जिसको लेकर प्रशासन सतर्क भी था. इस दौरान किसानों ने नियम-कानूनों की पराली जलाकर धज्जियां उड़ा डालीं. किसान कृषि क्षेत्र में लाए गए तीन नए विधेयकों का विरोध कर रहे हैं. आक्रोशित किसान इन विधेयकों को वापस लिए जाने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि यह विधेयक किसान हित में नही हैं. सरकार इन विधेयकों के जरिये किसानों को बर्बाद करने में जुटी है.
11:33 September 25
कृषि विधेयकों के विरोध में आज पूरे प्रदेश में किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. कई जगह हाईवे को जाम कर दिया गया है. किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है.
लखनऊ: कृषि विधेयक के विरोध में जहां आज पंजाब हरियाणा और कई राज्यों में किसानों द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा है, वहीं उत्तर प्रदेश में भी भारतीय किसान यूनियन ने इस बिल का विरोध करते हुए पूरे प्रदेश में चक्का जाम है. बागपत में भी किसान हाईवे पर उतर आए हैं.
किसानों ने दिल्ली-यमुनोत्री हाइवे 709 B को जाम कर दिया है. वे ट्रैक्टर-ट्रॉली से रास्ता बंद कर हाईवे पर ही बैठ गए. वहीं पुलिस कर्मी किसानों को समझने में जुटे हुए हैं. किसानों का कहना है कि हमारे यहां कुछ नहीं है और न ही कोई काम हो पा रहा है. जो हालात हैं, उन हालातों से अच्छा है कि किसान जहर खाकर आत्महत्या कर ले. किसान कृषि विधेयक से खासे नाराज दिखाई दे रहे हैं.
19:59 September 25
मुरादाबाद में किसानों ने किया चक्काजाम
19:55 September 25
सड़क के किनारे का विरोध होकर बनकर रह गया भाकियू का चक्काजाम
कन्नौज: किसान बिल के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) ने जिलावार चक्काजाम का ऐलान किया था, जिसे लेकर आज कन्नौज में भी भाकियू कार्यकर्ता पूरी तैयारी के साथ छिबरामऊ तहसील के इस्माइलपुर के पास जीटी रोड पर पहुंच गए. यहां पहले से तैयार प्रशासन ने भारी फोर्स तैनात कर भाकियू के चक्का जाम को सड़क किनारे का प्रदर्शन बना दिया. इस भाकियू जिलाध्यक्ष ने जल्द दूसरा बड़ा आंदोलन करने का ऐलान किया है. उनका कहना है कि किसानों को बर्बाद करने वाले किसान बिल के विरोध में आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी. भाकियू कार्यकर्ताओं ने जीटी रोड के किनारे ही खड़े होकर चक्काजाम की औपचारिकता निभाई और पीएम को सम्बोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंप वापस चले गए.
19:46 September 25
आगरा में किसानों ने कृषि बिल के खिलाफ दिया धरना
आगरा: ताजनगरी में कृषि बिल के विरोध में सैकड़ों की संख्या में किसान सड़क पर उतर आए. भारतीय किसान यूनियन की ओर से फतेहाबाद रोड पर नवां मील पर प्रदर्शन किया गया. मंनसुखपुरा और पिनाहट में राजाखेड़ा मार्ग पर गांव करकौली के पास भी भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ एक दिवसीय धरना दिया. किसान नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
19:40 September 25
राजातालाब तहसील पर किसानों ने विभिन्न मांगों को लेकर निकाला जुलूस
वाराणसी: रोहनिया तहसील पर पहुंचकर किसानों ने अधिकारियों से मुलाकात की और अपनी विभिन्न मांगों के तहत उन्हें ज्ञापन सौंपा. किसानों का कहना है कि सबसे ज्यादा उपेक्षित अभी किसान हैं. केंद्र सरकार और राज्य सरकार किसानों पर ध्यान नहीं दे रही है, जिसकी वजह से किसान आर्थिक रूप से टूटता जा रहा है. इस वजह से हम अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले राष्ट्रपति को ज्ञापन दे रहे हैं ताकि राष्ट्रपति हम किसानों की तकलीफों को समझ सके. किसान सभा वाराणसी के संयुक्त सचिव डॉ. शिव शंकर शास्त्री ने कृषि विधेयकों को वापस लेने की सरकार से मांग की.
19:31 September 25
कृषि बिल के खिलाफ किसानों ने रोड पर अदा की नमाज
रामपुर: कृषि विधेयक बिल के खिलाफ देश के किसानों में आक्रोश है. आज भारतीय किसान यूनियन टिकैत का देशव्यापी धरना था. रामपुर में भारतीय किसान यूनियन टिकैत के जिला अध्यक्ष हसीब अहमद कई किसानों को लेकर हाईवे पर बैठ गए और चक्का जाम कर दिया. उन्होंने केंद्र सरकार और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके बाद सभी किसानों ने हाईवे पर जुमे की नमाज अदा की. हसीब अहमद ने कहा कि जुमे का दिन पवित्र माना जाता है. हमने नमाज अदा कर किसानों के लिए दुआ मांगी है.
19:21 September 25
कृषि बिल के विरोध में बग्घी से कलेक्ट्रेट पहुंचे किसान
अलीगढ़: कृषि बिल के खिलाफ शुक्रवार को किसानों का आक्रोश देखने को मिला. विभिन्न किसान संगठन ग्रामीणों के साथ कलेक्ट्रेट पर पहुंचे और किसान विधेयक के विरोध में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. भारतीय किसान यूनियन के एक ग्रुप ने कलेक्ट्रेट के बाहर धरना प्रदर्शन करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक हटा दिया. वहीं किसानों का एक ग्रुप बग्घी लेकर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन को पहुंचा और मौजूदा सरकार द्वारा लाई जा रहे किसान विरोधी बिल का विरोध किया. भारतीय किसान यूनियन के हरपाल सिंह ने कहा कि सरकार खेतों से किसानों का मालिकाना हक छीनना चाहती है. इससे एमएसपी सुनिश्चित करने वाली मंडिया धीरे-धीरे खत्म हो जाएंगी. किसानों को फसल का लाभ तो दूर निर्धारित उचित दाम भी नहीं मिलेगा. भारतीय किसान यूनियन के प्रेमपाल सिंह घोड़ा गाड़ी से कलेक्ट्रेट पहुंचे और सरकार की नीतियों का विरोध किया. इस दौरान किसान संगठनों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसीएम रंजीत सिंह को सौंपा.
17:33 September 25
भारतीय किसान यूनियन ने दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे को किया जाम
बागपत: कृषि बिल को काला कानून बताकर सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने मेरठ-बागपत और दिल्ली यमुनोत्री हाइवे-709 B के राष्ट्र वंदना चौक पर चक्का जाम कर दिया है. बीकेयू कार्यकर्ताओं ने सड़क पर ही खाना बनाने के लिए भट्टी सुलगा दी. बीकेयू के बुजुर्ग कार्यकर्ता सड़क पर हुक्का पी रहे हैं. बीकेयू के जिलाध्यक्ष प्रताप गुर्जर ने कहा कि सरकार जो ये कृषि अध्यादेश लेकर आई है, वो किसान विरोधी है. हम चाहते है कि सरकार ही किसानों के रेट तय करे और सरकार ही किसानों की फसलों की खरीद फरोख्त करे, क्योंकि सरकार पर तो किसानों को भरोसा है, लेकिन निजी कंपनियों पर कोई भरोसा नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार उल्टी गिनती शुरू हो गई है और 2024 के चुनावों में जनता सरकार को जवाब देगी. इस सरकार में विपक्ष की नहीं सुनी जा रही, जो हमारे सांसद है, उनकी नहीं सुनी जा रही है, इसलिए सरकार इस विधेयक को वापस ले.
16:39 September 25
दिल्ली-देहरादून हाईवे को किसानों ने किया जाम, बिल को वापस लेने की कर रहे मांग
सहारनपुर: केंद्र की मोदी सरकार ने संसद के दोनों सदनों में ध्वनि मत से कृषि बिल पारित कर दिए हैं, जिसके बाद से किसानों में आक्रोश बना हुआ है. शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन ने देशव्यापी आंदोलन किया है. किसान आंदोलन का असर सहारनपुर में भी देखने को मिला, जहां बड़ी संख्या में किसानों ने सुबह 9 बजे से ही बड़ी संख्या में ट्रैक्टरों की कतार बनाकर दिल्ली-देहरादून हाईवे पर न सिर्फ जाम लगाया हुआ है, बल्कि हाईवे पर चक्का जाम किया हुआ है. हाईवे जाम होने से लंबी यात्रा करने वाले यात्रियों और राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
15:46 September 25
बदायूं में किसानों ने किया प्रदर्शन, सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन
बदायूं: कृषि बिल के विरोध में आज किसान सड़कों पर उतर आया. जिला मुख्यालय पर किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए कलेक्ट्रेट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, किसानों के इस आंदोलन में अन्य विपक्षी दलों ने भी बढ़ चढ़ कर भाग लिया और मालवीय आवास पर एक जनसभा भी हुई. उसके बाद किसानों ने सिटी मजिस्ट्रेट को एक ज्ञापन सौंपा. भारतीय किसान दल के जिलाध्यक्ष राजेश सक्सेना ने कहा कृषि विधेयक किसानों को गुलाम बनाने के लिए लाए गए हैं. इसमें कॉन्ट्रैक्ट खेती के लिए खुली छूट दे दी गई है.
13:41 September 25
हरदोई में कृषि विधेयकों के विरोध में किसानों का प्रदर्शन
हरदोई: जिले में आज कृषि विधेयकों के विरोध में किसानों ने जोरदार प्रदर्शन किया. किसानों ने इस दौरान चौराहे पर चक्का जाम कर दिया और कृषि अध्यादेश की प्रतियां भी जलाई. इसके साथ ही उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंचकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा और सरकार से कृषि विधेयक को वापस लेने की मांग सरकार से की है. इस दौरान प्रदर्शन करने वाले किसानों ने कृषि बिल को किसान विरोधी बताया. साथ ही प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस बारे में भारतीय किसान यूनियन के नेता राजवर्धन सिंह राजू ने बताया कि सरकार किसान विरोधी है. कृषि विधेयक किसानों के लिए नुकसानदायक है. इसलिए हम सभी लोग एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
13:24 September 25
पीलीभीत में राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, पीएम और सीएम के खिलाफ लगाए नारे
पीलीभीत: कृषि विधेयकों के विरोध में पूरे देश में तमाम किसान संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. जनपद में भी सरदार वीएम सिंह की पार्टी राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के हजारों कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर बीसलपुर-बिलसंडा हाईवे को जाम कर दिया और सरकार विरोधी जमकर नारे लगाए. इतना ही नहीं, राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के तमाम पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ नारे भी लगाए. वहीं पूरनपुर थाना क्षेत्र में भारतीय किसान यूनियन के हजारों कार्यकर्ताओं ने नेशनल हाईवे को जाम कर दिया. इससे हाईवे पर हजारों की संख्या में गाड़ियां खड़ी रहीं. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे तमाम आला अधिकारी किसान संगठनों को समझाने में जुटे हुए हैं. जानकारी देते हुए जाम में फंसे रोडवेज चालक राजाराम ने बताया कि पिछले कई घंटों से किसानों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है, जिसके चलते हम लोगों की गाड़ियां रोकी गई है. गाड़ियां निकलने नहीं दी जा रही हैं.
13:21 September 25
मुरादाबाद में किसानों ने कलेक्ट्रेट में किया प्रदर्शन, जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
मुरादाबाद: किसान बिल के विरोध में अखिल भारतीय किसान सभा और अखिल भारतीय किसान महासंघ के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया. उन्होंने कृषि बिल को वापस लेने की मांग की. किसान सभा और किसान महासंघ के कार्यकर्ताओं ने दस सूत्रीय मांगों को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा.
13:19 September 25
सुलतानपुर में भाकपा ने किसान बिल की फूंकी प्रतियां
सुलतानपुर: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने विकास भवन के एक मुख्य गेट पर किसान बिल की प्रतियां फूंकी है. अधिवक्ता एवं सीपीआई नेता नरोत्तम शुक्ला के नेतृत्व में कृषि विधेयकों के खिलाफ प्रदर्शन हुआ. कम्युनिस्ट नेताओं ने बिल को किसान विरोधी बताया. साथ ही योगी सरकार से बिल में संशोधन किए जाने की मांग की.
13:17 September 25
मथुरा में किसानों का प्रदर्शन, हाईवे पर भारी पुलिस बल तैनात
मथुरा: कृषि विधेयकों को लेकर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले सैकड़ों किसानों ने जनपद के अलग-अलग स्थानों पर रोड जामकर विरोध प्रदर्शन किया. किसानों द्वारा रोड जाम करने की सूचना पर जिला प्रशासन ने यमुना एक्सप्रेस वे, आगरा-दिल्ली राजमार्ग और रेलवे ट्रैक पर पुलिस फोर्स को तैनात किया है. राया थाना क्षेत्र के यमुना एक्सप्रेस वे कट पर किसानों ने कृषि बिल के विरोध में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा. वहीं छाता तहसील पर कुछ किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने के बाद उप जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया.
एडीएम प्रशासन सतीश कुमार ने बताया किसानों का एक दिवसीय आंदोलन को लेकर जिला प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं. सभी क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है किसी प्रकार की कोई अनहोनी की सूचना नहीं है. उन्होंने बताया कि किसानों ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर जनपद की तीन तहसीलों में उप जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया है.
13:06 September 25
मेरठ: कृषि विधेयकों के विरोध में किसानों का प्रदर्शन, आईजी रेंज ने जारी किया बयान
मेरठ: कृषि विधेयकों के विरोध में किसान सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. वेस्टर्न यूपी के अधिकतर जिलों में किसानों ने हाईवे को जाम कर दिया है. आईजी रेंज मेरठ प्रवीण कुमार की मानें तो जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल डिप्लॉयड किया गया है. इसी के साथ-साथ किसानों के साथ समन्वय करके जाम खुलवाए गए हैं. जनता को आने-जाने में परेशानी न हो, इसके लिए कई जगह पर रूट डायवर्जन किया गया है. आईजी रेंज ने कहा कि किसानों से उनके ज्ञापन ले लिए गए हैं. कुछ जगह पर पुलिस प्रशासन और किसानों के बीच वार्ता जारी है. रेंज के अधिकतर जिलों में स्थिति सामान्य बनी हुई है.
12:34 September 25
कृषि सम्बन्धी विधेयकों के विरोध में बुलंदशहर में भारतीय किसान यूनियन का प्रदर्शन
बुलंदशहर: हाल ही में संसद में पारित हुए कृषि सुधार विधेयकों को लेकर देशभर में किसान संगठन सरकार के खिलाफ हुंकार भर रहे हैं. इसी क्रम में बुलंदशहर में भी किसान संगठन सड़कों पर हैं. बिल के विरोध में बुलंदशहर में 9 जगह पर किसान संगठन अपने अपने अंदाज में विरोध दर्ज करा रहे हैं. आज के आंदोलन को किसान कर्फ्यू का नाम दिया गया है. शहर के बीचों बीच स्थित काला आम चौराहे पर सुबह से ही भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता एकत्र होने शुरू हो गए थे. वे जमकर नारेबाजी कर रहे हैं.
अखिल भारतीय जाट संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष ने भी आकर किसानों को समर्थन दे दिया है और उनके कार्यकर्ता भी किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर मौजूद हैं. इस मौके पर गुस्साए किसान नेताओं का कहना है कि किसानों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो जाएगा. वहीं इस बिल के किसानों के हाथ में कटोरा आ जाएगा.
12:19 September 25
बिजनौर में कृषि विधेयकों के विरोध में किसानों ने किया चक्का जाम
बिजनौर: कृषि विधेयकों को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. जनपद के 70 से ज्यादा जगहों पर भारतीय किसान यूनियन पार्टी सहित अन्य किसानों की पार्टियों द्वारा चक्का जाम किया गया है. इससे दिल्ली-पौड़ी नेशनल हाईवे पर लंबा जाम लग गया है. उधर जाम लगने के कारण लोगों को आने-जाने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष दिगंबर सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि विधेयकों को लेकर आज किसानों का सांकेतिक धरना व चक्का जाम कार्यक्रम चलाया जा रहा है.
12:06 September 25
लखनऊ-बाराबंकी सीमा पर हाईवे किनारे पराली जलाकर किसानों ने किया प्रदर्शन
बाराबंकी: कृषि बिल के विरोध में शुक्रवार को भाकियू भानू गुट के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश प्रभारी आशू चौधरी के नेतृत्व में लखनऊ-बाराबंकी सीमा पर हाईवे के किनारे पराली जलाकर प्रदर्शन किया. किसानों द्वारा शुक्रवार को प्रदर्शन का ऐलान किया गया था, जिसको लेकर प्रशासन सतर्क भी था. इस दौरान किसानों ने नियम-कानूनों की पराली जलाकर धज्जियां उड़ा डालीं. किसान कृषि क्षेत्र में लाए गए तीन नए विधेयकों का विरोध कर रहे हैं. आक्रोशित किसान इन विधेयकों को वापस लिए जाने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि यह विधेयक किसान हित में नही हैं. सरकार इन विधेयकों के जरिये किसानों को बर्बाद करने में जुटी है.
11:33 September 25
कृषि विधेयकों के विरोध में आज पूरे प्रदेश में किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. कई जगह हाईवे को जाम कर दिया गया है. किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है.
लखनऊ: कृषि विधेयक के विरोध में जहां आज पंजाब हरियाणा और कई राज्यों में किसानों द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा है, वहीं उत्तर प्रदेश में भी भारतीय किसान यूनियन ने इस बिल का विरोध करते हुए पूरे प्रदेश में चक्का जाम है. बागपत में भी किसान हाईवे पर उतर आए हैं.
किसानों ने दिल्ली-यमुनोत्री हाइवे 709 B को जाम कर दिया है. वे ट्रैक्टर-ट्रॉली से रास्ता बंद कर हाईवे पर ही बैठ गए. वहीं पुलिस कर्मी किसानों को समझने में जुटे हुए हैं. किसानों का कहना है कि हमारे यहां कुछ नहीं है और न ही कोई काम हो पा रहा है. जो हालात हैं, उन हालातों से अच्छा है कि किसान जहर खाकर आत्महत्या कर ले. किसान कृषि विधेयक से खासे नाराज दिखाई दे रहे हैं.